धार। ‘शिवराज सरकार ने तनख्वाह नहीं बढ़ाई, मेरी मर्जी से पायजन खाया है।’ यहां एक शिक्षक ने सुसाइड नोट में यह इबारत लिखकर मौत को गले लगा लिया। मामला धार जिले के ब् ा द न् ा ा व र विकासखंड के भैंसोला संकुल के अंतर्गत ग्राम तीखी के प्राथमिक विद्यालय का है। यहां सहायक अध्यापक के पद पर कार्यरत शिक्षक चन्दूलाल औसारी (45) निवासी ग्राम गुन्दीखेड़ा जाट ने स्कूल में ही जहर खा लिया। मृतक के पुत्र अमृतलाल ने बताया कि उसके पिता सुबह स्कूल गए थे।
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प्रदेश के 44 हजार हड़ताली शिक्षकों को सरकार ने जारी किया नोटिस
भोपाल | प्रदेश के 44 हजार हड़ताली शिक्षकों को सरकार ने जारी किया नोटिस, तीन दिनों में मांगा जबाव मध्य प्रदेश के 44 हजार हड़ताली शिक्षकों को सरकार ने नोटिस जारी कर दिया है। जिसमें सरकार ने तीन दिनों में शिक्षक संघ से जबाव मांगा है। छठें वेतनमान की मांग कर शिक्षकों का आंदोलन जारी है।
शिक्षकों का महत्व प्रतिष्टित करने में सरकार कसर नहीं छोड़ेगी – राज्यमंत्री जोशी
शिक्षक संघ के संभागीय सम्मेलन का समापन ग्वालियर। शिक्षकों का सम्मान बढ़ाने के लिये प्रदेश सरकार ने शिद्दत के साथ कारगर कदम उठाये हैं । साथ ही शिक्षकों को सम्मानजनक वेतन एवं मानदेय भी सरकार ने दिया है। यह बात केन्द्रीय इस्पात एवं खनन मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने मध्यप्रदेश शिक्षक संघ द्वारा आयोजित संभागीय शिक्षक सम्मेलन के समापन सत्र में कही ।
सहायक शिक्षकों की पीड़ा भी समझे सरकार
भोपाल। शिक्षक संघ मध्य प्रदेश के प्रान्ताध्यक्ष सतानंद मिश्र ने कहा है कि स्कूल शिक्षा विभाग में अध्यापकों एवं सहायक शिक्षकों का सर्वाधिक शोषण हो रहा है, अध्यापकों की समस्याओं के लिए निर्णायक आन्दोलन हो चुका है, परिणाम अध्यापकों के पक्ष में ही होगा, किन्तु सहायक शिक्षक का पद डाइंग कैडर घोषित किया जा चुका है। लगभग 20 वर्षों से नियुक्ति बंद है, फिर भी प्रदेश भर में लगभग 50 हजार सहायक शिक्षक एवं सहायक शिक्षक विज्ञान 25 से 30 वर्षों तक एक ही पद पर पडे़ हुए हैं।
अतिथि शिक्षकों को विभाग का दो टूक जवाब , नेतागिरी करें तो सबको हटा दो!
जबलपुर : शासकीय कर्मचारी संगठनों की राह पर चल रहे अतिथि शिक्षकों को सबक सिखाने के लिए विभाग ने कमर कस ली है। नेतागिरी करने वाले अतिथि शिक्षकों को हटाने के लिए विभाग तैयारी कर रहा है, विभाग का कहना है कि शासकीय संगठनों की भांति अगर अतिथि शिक्षक विरोध प्रदर्शन करेंगे तो उन्हें हटा दिया जाएगा।
शिक्षकों की हड़ताल को अवैध घोषित, HC ने भी दिए काम पर लौटने के आदेश
भोपाल, मध्यप्रदेश में अध्यापकों की हड़ताल को राज्य सरकार ने अवैध घोषित कर दिया है. शिक्षा मंत्री ने सर्कुलर जारी कर अध्यापकों को तुरंत काम पर लौटने के आदेश दिए है.
स्कूली शिक्षा मंत्री पारस जैन ने बेहद सख्त लहजे में अध्यापकों को हड़ताल खत्म करने के लिए कहा है. शिक्षा मंत्री ने कहा है कि काम पर नहीं लौटने वाले अध्यापकों के खिलाफ बर्खास्तगी की कार्रवाई की जाएगी.
स्कूली शिक्षा मंत्री पारस जैन ने बेहद सख्त लहजे में अध्यापकों को हड़ताल खत्म करने के लिए कहा है. शिक्षा मंत्री ने कहा है कि काम पर नहीं लौटने वाले अध्यापकों के खिलाफ बर्खास्तगी की कार्रवाई की जाएगी.
शिक्षकों की हड़ताल अवैधानिक : हाईकोर्ट, शिवराज ने ट्विटर पर की अपील
नियमितीकरण, वेतन निर्धारण और संविलियन की मांगों पर अध्यापक अडिग हैं। उन्होंने 25 सितंबर को राजधानी में रैली निकालने का तय किया है। जबकि जबलपुर हाईकोर्ट ने अध्यापकों की हड़ताल को अवैधानिक करार देते हुए उन्हें काम पर लौटने का आदेश दिया है। इस आदेश के आने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी ट्विटर पर पोस्ट कर अध्यापकों से अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करने की अपील की।
हड़ताली शिक्षकों को हाईकोर्ट का निर्देश
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| उधर स्कूल शिक्षा मंत्री पारस जैन ने हाईकोर्ट के निर्देश का स्वागत किया है। उनके मुताबिक उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट के आदेश का पालन ही करने पर हड़ताली शिक्षकों के खिलाफ सरकार सख्त कार्रवाई करने को तैयार है। |
लक्ष्मीकांत शर्मा व संजीव सक्सेना को संविदा शिक्षक वर्ग 2 भर्ती मामले में जमानत
भोपाल। व्यापमं घोटाले में फंसे पूर्व मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा और
कांग्रेस नेता संजीव सक्सेना को अदालत ने संविदा शिक्षक वर्ग 2 की भर्ती
परीक्षा 2013 के एक मामले में आज जमानत दे दी। इसके बाद भी अभी वे जेल में
ही रहेंगे क्योंकि उनके खिलाफ कई और मामले हैं जिनके कारण उन्हें फिलहाल
जेल में ही रहना होगा।
शिक्षक बोले-भले कार्रवाई हो, पीछे नहीं हटेंगे
ग्वालियर।
स्कूली शिक्षकों ने समान कार्य-समान वेतन, शिक्षा विभाग में संविलियन
मांगों को लेकर शासन के खिलाफ आंदोलन तेज कर दिया है। ग्वालियर जिले में
स्थित ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों के अध्यापक और संविदा शिक्षकों के
सामूहिक अवकाश पर चले जाने के कारण पढ़ाई व्यवस्था ठप हो गई। ये शिक्षक अब
शनिवार से शहरी क्षेत्र के स्कूलों को बंद कराने का एलान कर दिया है।
अनशन पर बैठे 600 शिक्षक गिरफ्तार
भोपाल: स्कूल शिक्षा विभाग में संविलियन की मांग को लेकर शाहजहांनी पार्क
में अनशन पर बैठे करीब चार हजार अध्यापकों पर गुरुवार दोपहर को पुलिस ने
कार्रवाई की। पुलिस प्रशासन ने पहले अध्यापकों को 15 मिनट में पार्क खाली
करने की चेतावनी दी, जब शिक्षक नहीं मानें तो पुलिस ने बल का प्रयोग करते
हुए उन्हें खदेडऩा शुरू किया।
शाहजहानी पार्क पर भगदड़ की स्थिति बन गई।
आंदोलनों से बिगड़ी व्यवस्थाएं: शिक्षकों ने कराए स्कूल बंद
मुरैना। विभिन्न संगठनों की आंदोलनों की वजह से गुरुवार को शहर व जिले की व्यवस्थाएं बिगड़ीं, जिससे लोग परेशान हुए। साथ ही सरकारी काम भी प्रभावित हुआ। संविदा शिक्षकों ने स्कूल बंद कराए और दलितों ने आरक्षण की मांग को लेकर शहर में रैली निकाली। शिक्षकों के हड़ताल पर रहने से स्कूल बंद रहे और पढ़ाई नहीं हुई और दलितों की रैली से शहर का ट्रैफिक जाम हो गया, जिससे लोग निकल नहीं पाए।
शिक्षकों ने डीईओ ऑफिस समेत सरकारी दफ्तरों में की तालाबंदी
संविलियन की मांग लेकर संयुक्त रूप से प्रदर्शन कर रहे हैं शिक्षक
भास्कर संवाददाता | भिंड शिक्षा विभाग में संविलियन करने की मांग को लेकर शिक्षकों ने बुधवार को डीईओ ऑफिस समेत विभाग के अन्य सरकारी दफ्तरों में तालाबंदी की। इसके अलावा राज्य सरकार के खिलाफ नारे लगाए। वे गुरुवार को अपनी मांगों के लिए भोपाल में चल रहे आंदोलन में शामिल होने जिले से रवाना होंगे।
भास्कर संवाददाता | भिंड शिक्षा विभाग में संविलियन करने की मांग को लेकर शिक्षकों ने बुधवार को डीईओ ऑफिस समेत विभाग के अन्य सरकारी दफ्तरों में तालाबंदी की। इसके अलावा राज्य सरकार के खिलाफ नारे लगाए। वे गुरुवार को अपनी मांगों के लिए भोपाल में चल रहे आंदोलन में शामिल होने जिले से रवाना होंगे।
15 मिनट का अल्टीमेटम देकर 10 मिनट में खदेड़ा शिक्षकों को
भोपाल मल्हार मीडिया 13 सितंबर से भोपाल स्थित यादगार— ए—शाहजहांनी पार्क अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे शिक्षकों को आज प्रशासन द्वारा मैदान दस मिनट में खाली 15 मिनट का अल्टीमेटम देकर 10 मिनट में ही खदेड़ दिया गया। ज्ञातव्य है कि स्कूल शिक्षा मंत्री पहले ही आंदोलनकारियों की मांग को ठुकरा चुके हैं। आजाद अध्यापक संघ के बेनर तले आंदोलन कर रहे अध्यापकों को लगभग 1 बजे के बाद सरकार के इशारे पर मैदान से खदेड़ दिया गया।
उपस्थिति दर्ज कराने शिक्षकों को मिले मोबाइल भत्ता
जबलपुर। मध्य प्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ ने जारी विज्ञप्ति में बताया कि स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा एम शिक्षा मित्र योजना 3 से 17 सितम्बर तक प्रायोजित रूप से लागू की गई थी। प्रारंभिक परिणाम में अधिकारी यह नहीं बता पा रहे हैं किस शिक्षक की उपस्ाििति दर्ज हुई अथवा नहीं। इस ऐप को लेकर उन क्षेत्रों मं ज्यादा परेशानी थी जहां नेट कनेक्टिविटी नहीं है।
शिक्षकों के खट्टे-मीठे, आतंकी अनुभव!
लगभग एक दशक बाद जब मैं अपने शहर कानपुर की सड़कों से गुजर रहा था तो वहां के सबसे बड़े मॉल की चर्चा सुनने को मिली। पता चला कि वह क्राइस्ट चर्च कालेज के ठीक सामने बना था जहां कभी हम पढ़ते थे।
मप्र में तालाबंदी : अतिथि शिक्षकों ने संभाली स्कूलों की शिक्षा व्यवस्था
भोपाल। मध्यप्रदेश में कार्यरत आध्यापक आन्दोलन पर चले गए हैं और स्कूल में तालाबंदी कर रहे। ऐसी परिस्थिति में प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था अतिथि शिक्षकों के हाथ आ गई हैं जो इस हड़ताल में सम्मलित नही हैं। मध्यप्रदेश अतिथि संघ के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष जगदीश शास्त्री ने बताया की स्कूल में प्राचार्यो का काम भी अतिथि ही देख रहे हैं।
अनुपस्थित अध्यापकों एवं संविदा शाला शिक्षकों के विरुद्ध होगी अनुशासनात्मक कार्रवाई
भोपाल। आयुक्त, लोक शिक्षण
ने जिला कलेक्टर्स को निर्देश दिये हैं कि शासकीय शाला में अनाधिकृत रूप से
अनुपस्थित रहने वाले अध्यापकों एवं संविदा शाला शिक्षकों के विरुद्ध सख्त
अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाये। जो अध्यापक एवं संविदा शाला शिक्षक
अनुपस्थित रहेंगे, उन्हें उस अवधि का वेतन नहीं दिया जायेगा।
आठ शिक्षकों को नोटिस जारी, निरीक्षण के दौरान शाला से थे अनुपस्थित
बालाघाट. जिले के अलग-अलग क्षेत्रों में अधिकारियों द्वारा शालाओं का आकस्मिक निरीक्षण किया गया। जिसमें 8 शिक्षक अनुपस्थित पाए गए। इन अनुपस्थित शिक्षकों को कारण बताओ नोटिस जारी कर तीन दिन के भीतर जवाब मांगा गया है। कलेक्टर व्हीकिरण गोपाल के निर्देश पर जिला शिक्षा अधिकारी एसपी लाल ने यह नोटिस जारी किया है।
354 शिक्षकों को रजामंदी से पसंद के जिलों में पोस्टिंग
प्रदेश टुडे संवाददाता, ग्वालियर : सरकारी स्कूलों में सेवारत जो सहायक अध्यापक लंबे समय से पसंद के दूसरे जिले में जाना चाह रहे थे,उनकी यह इच्छा स्कूल शिक्षा विभाग ने पूरी कर दी है। प्रदेशभर के ऐसे 354 सहायक अध्यापकों का अंतरजिला पारस्परिक संविलियन करने के आदेश निकाल दिए हैं। इनकी सूची विभागीय वेबसाइट पर डाल दी गई है। जिन शिक्षकों ने आवेदन किया था,उनकी एक दूसरे की सहमति से पसंद के जिलों के स्कूलों में पोस्टिंग की गई है। निर्देश दिए हैं कि संबंधित शिक्षक 15 दिन के भीतर नई पदस्थापना वाले स्कूल में ज्वाइनिंग देना सुनिश्चत करें।
एक कॉल पर ट्रेस होगी शिक्षकों की लोकेशन
स्कूलों में शिक्षकों की उपस्थिति अब एम-शिक्षा मित्र योजना के तहत दर्ज होगी। ई-अटेंडेंस योजना को अब पूरे प्रदेश में एम-शिक्षा मित्र योजना से लागू किया है। इसमें कई बदलाव किए हैं। इसके तहत अब जीपीएस की मदद से भोपाल में बैठे अधिकारी शिक्षकों की लोकेशन भी ट्रेस कर सकेंगे।
सहायक शिक्षकों के हवाले स्कूल, अनशनरत तीन अध्यापकों की हालत बिगड़ी
भोपाल। प्रदेश के करीब सवा लाख स्कूल आज से सहायक और कनिष्ठ शिक्षकों के हवाले हो गए हैं। आजाद अध्यापक संघ के आव्हान पर भोपाल में जमे सैकड़ों अध्यापकों में दर्जनभर अनशन पर हैं जिनमें से तीन की हालत आज खराब हो गई। अध्यापकों का कहना है कि वे मांगें नहीं माने जाने तक आंदोलन पर रहेंगे।आजाद अध्यापक संघ के अध्यक्ष भरत पटेल सहित 12 लोग यादगारे शाहजहानी पार्क में अनशन पर हैं।
प्रमुख सचिव की एक चिठ्ठी से हड़ताली शिक्षकों में भ्रम
जबलपुर। प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा के एक फरमान ने हड़ताल में शामिल शिक्षक, अध्यापकों को परेशानी के साथ ही भ्रम में डाल दिया है। प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा विभाग संजय सिंह के नाम से सभी कलेक्टर्स को निर्देशित करती चिट्ठी में अध्यापक, संविदा शिक्षकों द्वारा की गई हड़ताल को अवैधानिक करार देते हुए हड़ताल में शामिल शिक्षकों की छुट्टी स्वीकृत न करने और शिक्षकों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।
जबलपुर: शिक्षकों की होगी ऑनलाइन निगरानी
जबलपुर: मध्यप्रदेश के सरकारी स्कूलों में अध्यापन कार्य के वक्त सोशल साइट्स पर चैटिंग करने वाले शिक्षकों की अब खैर नहीं. प्रदेश का लोक शिक्षण संचालनालय ऐसे शिक्षकों पर नकेल कसने की तैयारियां कर रहा है. दरसअल, मॉनिटरिंग के लिए विभाग एक सॉफ्टवेयर तैयार कर रहा है, जो सोशल साइट्स पर समय बिताने वाले शिक्षकों की जांच करेगा. जांच में जो शिक्षक ऑनलाइन पाए जाएंगे, उन पर वेतन वृद्धि रोकने के अलावा कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
शाम तक जारी रहा शिक्षकों का प्रदर्शन, डीपीआई का करेंगे घेराव
भोपाल। राजधानी भोपाल में आज मंगलवार की शाम तक भी शिक्षकों का प्रदर्शन जारी रहा। लेकिन फिर भी स्कूल शिक्षा विभाग के द्वारा कोई भी नेता या अधिकारी शिक्षकों के पास नहीं है। प्रदेश भर से आये ये हजारों शिक्षक छठवें वेतनमान की बकाया किस्त एकमुश्त समेत 12 सूत्रीय मांग की सरकार द्वारा नहीं की जा रही है सुनवाई को लेकर अब सभी लोक शिक्षण संचालनालय और मंत्रालय का घेराव करने की तैयारी की है।
ई-हाजिरी के लिये शिक्षकों को लगेगा फटका
उज्जैन। राज्य अध्यापक संघ के प्रांताध्यक्ष व भाजपा के सुसनेर से विधायक मुरलीधर पाटीदार की मौजूदगी में अध्यापकों-संविदा शिक्षकों की संभागीय बैठक के बाद इस आदेश की अनिवार्यता का विरोध करते हुए कहा है कि सरकार कलेक्टर से लेकर चपरासी स्तर तक के कर्मचारियों के लिये इस तरह की अनिवार्यता करेंं तभी शिक्षकों- अध्यापकों पर इस तरह का आदेश थोपा जाये। शिक्षक- अध्यापक इस आदेश का जमकर विरोध करेंगे।
25 सितंबर को सरकार ने शिक्षकों- अध्यापकों की ई-उपस्थिति अनिवार्य करते हुए साफ्टवेअर विकसित किया है कि संबंधित शिक्षक अध्यापकों को एंड्रायड फोन के जरिये ऑनलाईन ही स्कूल से उपस्थिति दर्ज कराना पड़ेगी। शिक्षकों ने भारी विरोध के साथ सरकार के विरूद्ध हुंकार भर दी है।
25 सितंबर को सरकार ने शिक्षकों- अध्यापकों की ई-उपस्थिति अनिवार्य करते हुए साफ्टवेअर विकसित किया है कि संबंधित शिक्षक अध्यापकों को एंड्रायड फोन के जरिये ऑनलाईन ही स्कूल से उपस्थिति दर्ज कराना पड़ेगी। शिक्षकों ने भारी विरोध के साथ सरकार के विरूद्ध हुंकार भर दी है।
दो सूत्रीय मांगों को लेकर 5 हजार टीचर्स का जमावड़ा
भोपाल दो सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदेश भर के हजारों अध्यापक आज राजधानी पहुंच रहे हैं। सुबह से ही इनके पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है। दोपहर तक लगभग 5 हजार शिक्षक पहुंच चुके हैं। यह दोपहर बाद शाहजहांनी पार्क रैली निकालेंगे। आंदोलनकारियों ने 25 हजार शिक्षकों के इकट्ठे होने का दावा किया है। करीब डेढ़ साल से ठंडा पड़ा अध्यापकों का आंदोलन एक बार फिर शुरू हो गया है।
जरूरत होने पर तत्परता से करें अतिथि शिक्षकों की भर्ती
कलेक्टर ने बैठक में शिक्षा विभाग के अधिकारियों को दिए निर्देश
ग्वालियर। शिक्षा विभाग के अधिकारियों की बैठक में कलेक्टर डॉ. संजय गोयल ने निर्देश दिए कि अगर किसी भी स्कूल में शिक्षकों की कमी है। इस कारण यदि बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है तो तत्काल अतिथि शिक्षकों की भर्ती कर स्कूल में इस कमी को पूरा करें। इसके लिए किसी भी तरह की विशेष अनुमति लेने की आवश्यकता नहीं है।
ग्वालियर। शिक्षा विभाग के अधिकारियों की बैठक में कलेक्टर डॉ. संजय गोयल ने निर्देश दिए कि अगर किसी भी स्कूल में शिक्षकों की कमी है। इस कारण यदि बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है तो तत्काल अतिथि शिक्षकों की भर्ती कर स्कूल में इस कमी को पूरा करें। इसके लिए किसी भी तरह की विशेष अनुमति लेने की आवश्यकता नहीं है।
फरवरी में मिला बजट, लेकिन अनुदानित शिक्षकों को नहीं मिला छटवां वेतनमान
स्कूल शिक्षा विभाग सभी जिलों को जारी कर चुके हैं बजट, नहीं मिला लाभ
भास्कर संवाददाता | मुरैना सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी अनुदान प्राप्त स्कूलों के 731 शिक्षकों को छटवां वेतनमान नहीं मिला है। यह स्थिति तब है जब स्कूल शिक्षा विभाग 28 फरबरी को इसके लिए सभी जिलों को बजट भी जारी कर चुका है। छटवां वेतनमान नहीं मिलने से अनुदानित शिक्षकों की वित्तीय स्थिति कमजोर है।
भास्कर संवाददाता | मुरैना सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी अनुदान प्राप्त स्कूलों के 731 शिक्षकों को छटवां वेतनमान नहीं मिला है। यह स्थिति तब है जब स्कूल शिक्षा विभाग 28 फरबरी को इसके लिए सभी जिलों को बजट भी जारी कर चुका है। छटवां वेतनमान नहीं मिलने से अनुदानित शिक्षकों की वित्तीय स्थिति कमजोर है।
आखिर शिक्षक प्रदीप जैन निलंबित
दमोह। नोहटा संकुल के अंतर्गत आने वाले हिनौती खेतसिंह प्राथमिक स्कूल में पदस्थ सहायक अध्यापक प्रदीप जैन को आखिरकार जिला पंचायत सीईओ ने निलंबित करने का आदेश जारी कर दिया है। यह कार्रवाई डीपीसी द्वारा दिए गए जांच प्रतिवेदन के आधार पर की गई है, जिसमें उसे कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर शासन की योजनाओं का लाभ लेने का दोषी माना गया है। गौरतलब हो कि शिक्षक प्रदीप जैन पर आरोप है कि उन्होंने फर्जी बीएड की अंकूसची की जानकारी ई-सेवा पुस्तिका में दर्ज कराई और उसके आधार पर अध्यापक संवर्ग में शामिल कर होकर वेतनवृद्घियों का लाभ लिया।
पोहरी में नियम विरुद्ध हुई हैं अतिथि शिक्षकों की भर्ती
शिवपुरी। पोहरी क्षेत्र में अतिथी शिक्षकों की नियुक्ति के मामले में जमकर धांधली होने की खबर आ रही है। बताया गया है कि जो अतिथि दो-तीन साल से सेवा देता आए है उन्है इस शिक्षण सत्र में नही रखा गया है।
म.प्र. शासन की मंशा थी कि विद्यालयों मे शिक्षा का स्तर सुधारने के उददेश्य से एंव विद्यालयों मे शिक्षको की कमी के चलते जिन विद्यालयों मे शिक्षकों की कमी है या छात्र सं या अधिक है वहा पर म.प्र. शासन ने अपने खजाने पर अतिरिक्त बोझा डालकर म.प्र. के सभी विद्यालयों मे अतिथि शिक्षक बनाने के आदेश दे डाले।
अधिकारियों को नहीं मालूम सहायक शिक्षक और सहायक अध्यापक का वेतन अंतर
माननीय मुख्यमंत्री महोदय,
मध्यप्रदेश शासन मंत्रालय बल्लभ भवन भोपाल।
महोदय,
आपने महाकाल की नगरी उज्जैन से अध्यापकों को चार किश्तों में शिक्षक संवर्ग के समान वेतन देने की घोषणा की थी। अधिकारियों ने उसे अंतरिम राहत का नाम दिया है। अंतरिम राहत का जिस प्रकार निर्धारण किया गया है उससे तो यही लगता है कि आपके शिक्षा अधिकारियों को सहायक शिक्षक और सहायक अध्यापक का वेतन अंतर निकालना ही नहीं आता।
आठ लापरवाह शिक्षकों को नोटिस जारी
बालाघाट. शाला दर्पण एप के माध्यम से अधिकारियों के द्वारा किए गए निरीक्षण के दौरान शाला से अनुपस्थित पाए गए आठ लापरवाह शिक्षकों को नोटिस जारी किया गया है। सभी से लिखित में स्पष्टीकरण भी मांगा गया है। संतोषप्रद जवाब नहीं देने पर संबंधित शिक्षकों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
मप्र में शिक्षकों के लिए मोबाइल एप
भोपाल, 6 सितम्बर (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश देश का पहला ऐसा राज्य बन गया है, जिसने शिक्षकों को विभिन्न सेवाएं तथा शैक्षणिक कार्य संबंधी जानकारी उपलब्ध कराने के लिए मोबाइल एप तैयार किया है। इस मोबाइल एप को नाम दिया गया है 'एम-शिक्षा मित्र'। आधिकारिक तौर पर रविवार को दी गई जानकारी में बताया गया है कि नेशनल इंफॉर्मेशन सेंटर (एनआईसी) द्वारा बनाए गए एप में शिक्षकों के लिए कई सुविधाएं दी गई हैं।
संविदा शिक्षक की हो भर्ती, पात्र अभ्यार्थियों ने सौंपा ज्ञापन
बालाघाट (लालबर्रा). प्रशिक्षित डीएड, बीएड अभ्यार्थी और अतिथि शिक्षकों की बैठक स्थानीय सरस्वती सभा मंच में आयोजित की गई थी। इसके बाद संघ पदाधिकारियों ने संविदा शिक्षक की शीघ्र भर्ती किए जाने और इस भर्ती प्रक्रिया में पात्र अभ्यार्थियों को प्राथमिकता दिए जाने की मांग को लेकर तहसीलदार डीएस मड़ावी को ज्ञापन भी सौंपा। इसके पूर्व सभी युवकों ने अभ्यार्थी ब्लॉक संगठन का गठन भी किया।
सम्मानित शिक्षक बोले: इलाहाबाद हाईकोर्ट का फैसला लागू करो
भोपाल। शिक्षक दिवस पर सम्मानित होने वाले शिक्षक इलाहाबाद हाईकोर्ट
का फैसला लागू करने के पक्ष में हैं। शिक्षकों का कहना है कि जब तक शिक्षक
से गैर शैक्षणिक कार्य कराए जाएंगे। सरकारी स्कूलों में पढ़ाई का ढर्रा
नहीं सुधरेगा। वे कहते हैं कि पढ़ाई सुधारना है, तो शिक्षक को शिक्षक ही
रहने दें।
41500 संविदा शिक्षकों की होगी भर्ती
भोपाल (ब्यूरो)। प्रदेश भर में संविदा शाला शिक्षक श्रेणी-1, श्रेणी-2 और श्रेणी-3 के 41500 पदों पर भर्ती की जाएगी। संविदा शिक्षक भर्ती में अतिथि शिक्षकों को अतिरिक्त बोनस अंक दिए जाएंगे। यह महत्वपूर्ण फैसला मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में संपन्न मंगलवार को कैबिनेट की बैठक में लिया गया।
स्कूल शिक्षा विभाग के प्रस्ताव अनुसार जिस अतिथि शिक्षक ने प्रदेश की 1 या अधिक शासकीय शिक्षण संस्था में 200 से 399 दिवस तक पढ़ाया हो उसे 5 अंक, जिसने 400 से 599 दिवस तक स्कूल में पढ़ाया हो उसे 10 अंक और 600 दिवस से अधिक पढ़ाने वाले अतिथि शिक्षकों को 15 अंक बोनस के रूप में मिलेंगे।
मध्यप्रदेश में होंगी शिक्षकों की बंपर भर्तियां
भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा में स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री दीपक जोशी ने बताया कि प्रदेश के स्कूलों में शिक्षकों की कमी को देखते हुए 39 हजार शिक्षकों की भर्ती कराई जाएगी।
शासकीय विद्यालयों में भी अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति
मध्यप्रदेश की शासकीय शालाओं में अतिथि शिक्षक नियुक्त किये जायेंगे। यह जानकारी 22 जुलाई को भोपाल में स्कूल शिक्षा मंत्री श्री पारसचन्द्र जैन ने दी। श्री जैन ने बताया कि अतिथि शिक्षकों की भर्ती में शिक्षित युवाओं के अलावा सेवानिवृत्त शिक्षकों को प्राथमिकता दी जायेगी।
अतिथि शिक्षक भर्ती घोटाला: संकुल प्राचार्य सस्पेंड
सागर/मप्र। अतिथि शिक्षकों की भर्ती में भी भाई भतीजाबाद और व्यापमं जैसे हालात नजर आने लगे है। एैसा ही मामला सागर जिले की मालथौन ब्लॉक के शासकीय उत्कृष्ठ उच्चतर माध्यमिक विद्यालय का सामने आया हैं जहां अतिथि शिक्षक की चयन सूची में फेरबदल करने और चयन प्रक्रिया में अनियमितता बरतने के कारण सागर जिले की मालथौन शासकीय उत्कृष्ठ उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के प्राचार्य डीआर रोहित को कमिश्नर आरके माथुर ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
अधीक्षिका ने दबाव में आकर की नियम विरूद्व नियुक्ति
पन्ना/हरदुआ/खम्हरिया। शााहनगर विकासखण्ड के संकुल हरदुआ-खम्हरिया अंतर्गत शाासकीय अनुसूचित जनजाति कन्या आश्रम ककरा में अतिथि शिक्षक की भर्ती मनमाने तरीके से नियम विरूद्ध करने की शिकायत प्रभावित आवेदक प्रीतम लाल पटेल निवासी ग्राम खम्हरिया ने कलेक्टर की जनसुनवाई में की है। आवेदक ने नियम विरूद्ध की गई नियुक्ति को निरस्त करने की मांग करते हुए न्याय की गुहार लगाई है।
शिक्षक दिवस को काला दिवस के रूप में मनाएंगे अतिथि शिक्षक
भोपाल। जहां एक और मप्र सरकार व केन्द्र सरकार शिक्षक दिवस पर शिक्षकों का सम्मान कर रही है वही दूसरी तरफ सरकारी स्कूलों में अध्यापन कराने वाले अतिथि शिक्षको ने शिक्षक दिवस को काला दिवस के रूप में मनाने का ऐलान कर दिया है।
अतिथि शिक्षक मोर्चा मप्र के प्रवक्ता आशीष जैन बताया कि माननीय उच्च न्यायालय जबलपुर ने निर्णय दिया है कि अतिथि शिक्षकों को गुरूजी की तरह लाभ दिया जाये। लेकिन हाईकोर्ट के निर्णय में राज्य सरकार को दी गई तीन माह की समय सीमा बीत जाने के बाद भी राज्य सरकार ने कोई जबाब नही दिया है।
बीएड नहीं, तो कैसे मिला प्रमोशन
दमोह। फर्जी बीएड की अंकसूची पर नौकरी करने व प्रमोशन पाने वाले आरोपी शिक्षक के मामले में एक नया मामला सामने आया है। शिक्षक पहले से ही कह रहा है कि उसने बीएड नहीं की है। उसकी हस्तलिखित सेवा पुस्तिका में भी बीएड की जानकारी व अंकूसची नहीं है, लेकिन यदि उसने बीएड नहीं किया है तो उसे प्रमोशन कैसे मिल गया और वह शिक्षाकर्मी से सहायक अध्यापक कैसे बन गया। जबकि उसी शिक्षक प्रदीप जैन की ई सेवा पुस्तिका में बीएड की जानकारी दर्ज है और अंकूसची भी है। उसी आधार पर उसे प्रमोशन मिला है। अब मामला उजागर होने के बाद हडकंप मचा हुआ है। कलेक्टर श्रीनिवास शर्मा ने भी इस मामले को गंभीरता से लिया है।
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