मध्यप्रदेश के मालवा में बना सरकारी स्कूल खंडहर में बदल चुका है । 1000
लोगों की जनसंख्या वाले इस गांव में बने प्राइमरी स्कूल में बच्चों को
पढ़ाने के लिए तीन-तीन शिक्षक तो हैं, मगर पढ़ने के लिए बच्चे नहीं।
जब लोगों से इस बारे में पूछा गया तो उनका जवा चौंकाने वाला था। उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूल में निचली जाति के बच्चे पढ़ते हैं। इसलिए गांव के लोग अपने बच्चों को इन स्कूलों में पढ़ने नहीं भेजते।
जब लोगों से इस बारे में पूछा गया तो उनका जवा चौंकाने वाला था। उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूल में निचली जाति के बच्चे पढ़ते हैं। इसलिए गांव के लोग अपने बच्चों को इन स्कूलों में पढ़ने नहीं भेजते।