जबलपुर। पत्रिका के नींव अभियान की तर्ज पर प्रदेश सरकार के अनूठे अभियान के तहत शनिवार को जनप्रतिनिधि और अधिकारी सरकारी स्कूलों में पहुंचे। उन्हें अपने ही अंदाज में रोचक ढंग से ज्ञानवर्धक जानकारी दी। इस बीच एक शिक्षक तो किताब जैसी वेशभूषा ही बनाकर स्कूल पहुंच गए।
शिक्षक ने बकायदा एक्टिंग करते हुए बच्चों को बताया कि बुक्स क्या होती हैं। इनमें किस तरह ज्ञान का भंडार है और इसका सदुपयोग करके किस तरह सफलता के शिखर तक पहुंचा जा सकता है।
पुस्तक ही सशक्त माध्यम
यादव कॉलोनी स्थित एक निजी प्रायमरी एवं मिडिल स्कूल के शिक्षक और संचालक नमन जैन ने अनूठे अंदाज में बच्चों को मिल बांचें मध्यप्रदेश का संदेश दिया। जैन इसके लिए पुस्तक के लिबास में बच्चों के बीच पहुंचे। बातों से उन्हें खूब गुदगुदाया। फेसबुक पर चल रहे उनके वीडियो को कई लोगों ने देखा और उनके अंदाज की सराहना भी की। नमन ने बच्चों को बताया कि अच्छा साहित्य और अच्छी पुस्तकें ही एक ऐसा माध्यम हैं, जिनसे ज्ञान लेकर हम मनचाही मंजिल पा सकते हैं। ज्ञान, बुद्धि और विवेक के बिना जीवन में सफलता मुश्किल है।
एक्ट से दिए टिप्स
नमन ने एक्टिंग करते हुए बच्चों को पुस्तक के प्रति प्रेम बढ़ाने टिप्स दिए। नाटक के माध्यम से बच्चों को पुस्तक अध्ययन की जानकारी दी। दोहों, उनके अर्थ और सार को भी बड़े ही सरल और जीवंत ढंग से बच्चों तक पहुंचाया। चतुर बालक की एक्टिंग बच्चों को खूब पसंद आई।
अदालत में हाजिर हुई पुस्तक
किताब के महत्व को बताने के लिए बच्चों व टीचरों के बीच एक नाटिका का भी मंचन हुआ। नाटिका में बताया गया कि सोशल मीडिया यानी फेसबुक और वॉट्सएप के दौर में किताबें किस तरह कटघरे में खड़ी हैं। एक बच्चे को किताब बनाकर कटघरे में खड़ा किया गया, जो इस बात को बयां करा था कि किताबों में सब कुछ है, लेकिन नई पीढ़ी इससे दूर हो रही है। अगर एक अच्छा व सफल इंसान बनना है तो अच्छे साहित्य में छिपे भंडार को आत्मसात करना होगा। कार्यक्रम में शिक्षकों ने भी मनोरंजक प्रस्तुति दी।
ये भी बताया
- पुस्तकें हमारी मित्र हैं
- अच्छा साहित्य व अच्छी पुस्तकें हमें अच्छे रास्ते दिखाती हैं
- पुस्तक हमारा मनोरंजन करती हैं
- पुस्तकें स्ट्रैस को कम करती हैं
- पुस्तकें हमारी प्रेरणा स्त्रोत हैं
- पुस्तकें विकास की सूत्रधार हैं
- पुस्तकें प्रचार का साधन हैं
- पुस्तक जागृत देवता हैं
- पुस्तकें हमारा विवेक बढ़ाती हैं। विवेक ज्ञान से भी बड़ा है।
शिक्षक ने बकायदा एक्टिंग करते हुए बच्चों को बताया कि बुक्स क्या होती हैं। इनमें किस तरह ज्ञान का भंडार है और इसका सदुपयोग करके किस तरह सफलता के शिखर तक पहुंचा जा सकता है।
पुस्तक ही सशक्त माध्यम
यादव कॉलोनी स्थित एक निजी प्रायमरी एवं मिडिल स्कूल के शिक्षक और संचालक नमन जैन ने अनूठे अंदाज में बच्चों को मिल बांचें मध्यप्रदेश का संदेश दिया। जैन इसके लिए पुस्तक के लिबास में बच्चों के बीच पहुंचे। बातों से उन्हें खूब गुदगुदाया। फेसबुक पर चल रहे उनके वीडियो को कई लोगों ने देखा और उनके अंदाज की सराहना भी की। नमन ने बच्चों को बताया कि अच्छा साहित्य और अच्छी पुस्तकें ही एक ऐसा माध्यम हैं, जिनसे ज्ञान लेकर हम मनचाही मंजिल पा सकते हैं। ज्ञान, बुद्धि और विवेक के बिना जीवन में सफलता मुश्किल है।
एक्ट से दिए टिप्स
नमन ने एक्टिंग करते हुए बच्चों को पुस्तक के प्रति प्रेम बढ़ाने टिप्स दिए। नाटक के माध्यम से बच्चों को पुस्तक अध्ययन की जानकारी दी। दोहों, उनके अर्थ और सार को भी बड़े ही सरल और जीवंत ढंग से बच्चों तक पहुंचाया। चतुर बालक की एक्टिंग बच्चों को खूब पसंद आई।
अदालत में हाजिर हुई पुस्तक
किताब के महत्व को बताने के लिए बच्चों व टीचरों के बीच एक नाटिका का भी मंचन हुआ। नाटिका में बताया गया कि सोशल मीडिया यानी फेसबुक और वॉट्सएप के दौर में किताबें किस तरह कटघरे में खड़ी हैं। एक बच्चे को किताब बनाकर कटघरे में खड़ा किया गया, जो इस बात को बयां करा था कि किताबों में सब कुछ है, लेकिन नई पीढ़ी इससे दूर हो रही है। अगर एक अच्छा व सफल इंसान बनना है तो अच्छे साहित्य में छिपे भंडार को आत्मसात करना होगा। कार्यक्रम में शिक्षकों ने भी मनोरंजक प्रस्तुति दी।
ये भी बताया
- पुस्तकें हमारी मित्र हैं
- अच्छा साहित्य व अच्छी पुस्तकें हमें अच्छे रास्ते दिखाती हैं
- पुस्तक हमारा मनोरंजन करती हैं
- पुस्तकें स्ट्रैस को कम करती हैं
- पुस्तकें हमारी प्रेरणा स्त्रोत हैं
- पुस्तकें विकास की सूत्रधार हैं
- पुस्तकें प्रचार का साधन हैं
- पुस्तक जागृत देवता हैं
- पुस्तकें हमारा विवेक बढ़ाती हैं। विवेक ज्ञान से भी बड़ा है।