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सरकारी कॉलेजों में लगभग 27 वर्ष बाद असिस्टेंट प्रोफेसर की नियुक्ति का रास्ता तो साफ

भोपाल। सरकारी कॉलेजों में लगभग 27 वर्ष बाद असिस्टेंट प्रोफेसर की नियुक्ति का रास्ता तो साफ हो गया है, लेकिन अब तक उनकी नियुक्ति प्रक्रिया शुरू नहीं हो पाई है। आरक्षण सहित विभिन्न विवादों के कारण नियुक्ति प्रक्रिया लंबे समय से अटकी हुई थी।

कलेक्टरों ने आदेश नहीं माना, शिक्षकों की बीएलओ ड्यूटी जारी

भोपाल। जिस शिक्षा के अधिकार अधिनियम का वास्ता देकर शिक्षा विभाग के अफसर दीपावली की 24 दिन की छुट्टी देने को तैयार नहीं हैं, शिक्षा के अधिकार अधिनियम का उल्लंघन सरेआम किया जा रहा है। कई जिलों के कलेक्टर कर रहे हैं। शासन ने आदेश जारी किया, हाईकोर्ट ने फैसला सुनाया परंतु कलेक्टरों पर सब बेअसर। शिक्षकों को बीएलओ ड्यूटी से अब तक मुक्त नहीं किया गया है। 

सीएम सर, शिक्षक भर्ती में अतिथि शिक्षकों के अनुभव की शर्त में एक गड़बड़ी है | Khula Khat @ CM Kamal Nath

माननीय मुख्यमंत्री महोदय। म.प्र. शासन, म.प्र. शासन स्कूल शिक्षा विभाग का नवीन शैक्षणिक सत्र 2019-20, अप्रैल 2019 से शुरू हो चुका है, अतः जिन अतिथि शिक्षकों ने अप्रैल 2019 से शैक्षणिक कार्य किया है उन्हें भर्ती के विज्ञापन से पूर्व तक का (सत्र 2019-20 का) अतिथि अनुभव प्रमाण पत्र जी.एफ.एम.एस. पोर्टल के माध्यम से प्रदान करने की कृपा करें। साथ ही इस संबंध में मेरे निम्न तर्को का अवलोकन करें-

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