डबरा।
पापा, इस बार अप्रैल में ही कितनी गर्मी पड़ रही है, क्यों न इस बार
गर्मियों की छुट्टियों में नैनीताल, मनाली या किसी हिल स्टेशन पर घूमने
चलेंगे। ऐसी फरमाइश शिक्षकों के घरों में बच्चे कर रहे हैं। क्योंकि सरकारी
स्कूलों के शिक्षकों को मई-जून माह में 45 दिनों का ग्रीष्मकालीन अवकाश
मिलने वाला है। लेकिन अंचल के करीब 2000 शिक्षकों को जोर का झटका लगेगा।
क्योंकि शिक्षा विभाग द्वारा शिक्षकों के लिए मई से जून माह तक 45 दिनों की
छुट्टियों का आदेश जारी करने के बावजूद शासन ने कई कामों को भी इन 45
दिनों में पूरा करने का निर्देश जारी किया है। ऐसी स्थिति में घोषित
छुट्टियों के दिनों में उन्हें ड्यूटी करना पड़ेगी।
स्कूली शिक्षा
विभाग ने इन छुट्टियों के दौरान तमाम तरह के सर्वे के लिए शिक्षकों की
मैदानी ड्यूटी लगाने का भी निर्देश जारी किया है। गौरतलब हैं कि विभाग
द्वारा अवकाश व काम का निर्देश एक ही साथ शिक्षकों को जारी किया गया है।
13 अप्रैल को जारी किया गया आदेश
विभाग
द्वारा अवकाश व मैदानी कार्यो का नोटिफिकेशन एक ही दिन 13 अप्रैल को जारी
किया गया। जहां एक आदेश में शिक्षकों को 45 दिनों की अवकाश की बात कही गई
है, वहीं दूसरे में इन दिनों में तमाम कार्यो के लिए मैदानी ड्यूटी लगाने
का निर्देश जारी किया गया है। संबंधित शासकीय पत्र पर आदिम जाति कल्याण
विभाग के प्रमुख सचिव बीआर नायडू एवं शिक्षा विभाग के अपर सचिव एसआर मोहंती
के हस्ताक्षर है।
मई में ये कार्य करना होंगे
-अंचल में जारी ग्रामोदय से भारत उदय अभियान के तहत विभाग की योजनाओं का प्रचार प्रसार करना।
-पिछले तीन माह के दौरान 20 फीसदी से कम उपस्थिति वाले बच्चों के सर्वे का कार्य विभाग के दस्तक अभियान के तहत।
-समग्र पोर्टल से प्राप्त सूची का सत्यापन, इसके लिए शिक्षकों को घर घर जाना होगा।
-समग्र पोटर्ल पर किसी अभिभावक की जानकारी गलत है, उसे तो उसमें सुधार करना।
-सूखा ग्रस्त जिला घोषित होने के वजह से शिक्षकों को गर्मी की छुट्टियों मे भी मध्या- भोजन वितरित करने का निर्देश है।
जून माह में नियमित ड्यूटी करना होगी
जून
माह में भी शिक्षकों को छुट्टी मनाने का अवसर मिलता नहीं दिख रहा है।
इसमें पंचायतों की मतदाता सूची अपडेट होना है। ध्यान देने वाली बात हैं कि
बीएलओ में ज्यादातर शिक्षक हैं। वहीं 15 जून के बाद स्कूल खुल जाएंगे,
जिसके बाद एक जुलाई तक स्कूल में प्रवेश व स्कूल परिसर की साफ-सफाई का
अभियान चलेगा।
फैक्ट फाइल
डबरा विकासखंड
मिडिल व प्राथमिक स्कूलों में शिक्षकों की संख्याः 750
हाईस्कूल व हायर सेकंडरी स्कूलों में पदस्थ शिक्षको की संख्या : 150
भितरवार विकासखंड
मिडिल व प्राथमिक स्कूलों में शिक्षकों की संख्या : 1000
हाईस्कूल व हायर सेकंडरी स्कूलों में शिक्षकों की संख्याः 150
नोटः
डबरा विकासखंड में 401 प्राइमरी व मिडिल स्कूल व 16 हाईस्कूल व 8 हायर
सेकंडरी स्कूल संचालित हैं। भितरवार में 399 प्राइमरी व मिडिल स्कूल हैं।
13 हाईस्कूल व 7 हायर सेकंडरी स्कूल हैं।
अब तो हर काम के लिए शिक्षक ही बचे हैं
शिक्षकों
को पहले दो माह की छुट्टियां दी जाती थीं। फिर उन्हें घटाकर 45 दिनों तक
सीमित कर दिया गया। इसका भी शिक्षकों ने कोई विरोध नहीं किया। अब तो शासन
बची छुट्टियों को भी खत्म कर रहा है। कोई भी काम हो, उसके लिए शिक्षकों को
चुना जाता है। शिक्षक अध्यापन कार्य के लिए बने हैं या मध्या- भोजन समेत
अन्य कार्यों के लिए।
-सुरेन्द्र सिंह रावत, जिलाध्यक्ष आजाद शिक्षक संघ।
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काम तो करना ही होगा
30
मई तक जो कार्य करने हैं, उसका दायित्व शासन द्वारा स्पष्ट रूप से दिया जा
चुका है। ऐसे में शिक्षकों को इसे मानने के अलावा कोई अन्य विकल्प नहीं
है। विभाग द्वारा इस संबंध में शिक्षकों को सूचित करने के साथ उन्हें
कार्यो की सूची भी बताने का कार्य शुरू किया जा चुका है।
-रामगोपाल रोरिया
बीईओ, शिक्षा विभाग, डबरा।
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डबरा। पापा, इस बार अप्रैल में ही कितनी गर्मी पड़ रही है, क्यों न इस बार गर्मियों की छुट्टियों में नैनीताल, मनाली या किसी हिल स्टेशन पर घूमने चलेंगे। ऐसी फरमाइश शिक्षकों के घरों में बच्चे कर रहे हैं। क्योंकि सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को मई-जून माह में 45 दिनों का ग्रीष्मकालीन अवकाश मिलने वाला है।