भोपाल (नवदुनिया प्रतिनिधि)। लॉकडाउन में पहली बार सरकारी और निजी
स्कूलों के विद्यार्थियों के लिए ऑनलाइन कक्षाएं संचालित की जा रही हैं।
स्कूल खुले नहीं, लेकिन स्कूल शिक्षा विभाग ऑनलाइन कक्षाओं के माध्यम से
सिलेबस पूरा करने में जुटा है। शहरी क्षेत्रों के सरकारी स्कूलों में जहां
10 फीसदी कोर्स ही पूरा हो पाया है, वहीं सीबीएसई स्कूलों का करीब 30 फीसदी
कोर्स पूरा हुआ है।
हालांकि बच्चों की पढ़ाई का नुकसान न हो, इसके लिए स्कूल शिक्षा विभाग भी कई माध्यमों से ऑनलाइन कक्षाएं संचालित कर रहा है। इसमें डिजिलेप, रेडियो स्कूल, दूरदर्शन और वाट्सएप ग्रुप के माध्यम से कक्षाएं चलाई जा रही हैं। सरकारी स्कूलों के प्राचार्यों का कहना है कि ऑनलाइन कक्षाओं का लाभ ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों को नहीं मिल पा रहा है। शहरी क्षेत्रों में भी करीब 60 फीसदी बच्चे ही ऑनलाइन पढ़ाई कर पा रहे हैं। इस कारण सिलेबस पूरा होना संभव नहीं है।
---
अतिरिक्त कक्षाएं लगाकर पूरा होगा कोर्स
विभाग ने आदेश जारी किए थे कि जिन विद्यार्थियों की पढ़ाई ऑनलाइन नहीं हो पा रही है, उनके लिए स्कूल खुलने पर अतिरिक्त कक्षाएं लगाई जाएंगी।
--
निजी स्कूलों में 30 फीसदी कोर्स पूरा
निजी स्कूलों में ऑनलाइन कक्षाओं के माध्यम से हर रोज विद्यार्थियों को चैप्टर वाइज पढ़ाई कराई जा रही है। शिक्षकों का कहना है कि ऑनलाइन कक्षाओं का लाभ छोटी कक्षाओं के बच्चे नहीं उठा पा रहे हैं। वहीं हायर कक्षाओं के बच्चे ऑनलाइन पढ़ाई पर फोकस कर रहे हैं।
--
ऑनलाइन कक्षाओं के माध्यम से कोर्स ही पढ़ाया जा रहा है। छोटी कक्षाओं में सिलेबस धीरे पढ़ाया जा रहा है, जबकि हायर क्लासेस में ज्यादा फोकस है। साथ ही बच्चों का ऑनलाइन असेसमेंट भी लिया जा रहा है।
चित्रा सुब्रमणियन, प्राचार्य, आईपीएस स्कूल
--
- बच्चों की पढ़ाई का नुकसान न हो, इसके लिए विभाग नए-नए प्रयास कर रहा है। ग्रीष्मावकाश में भी विभिन्न माध्यम से ऑनलाइन कक्षाएं चलाई जा रही है।
जयश्री कियावत, आयुक्त, लोक शिक्षण
हालांकि बच्चों की पढ़ाई का नुकसान न हो, इसके लिए स्कूल शिक्षा विभाग भी कई माध्यमों से ऑनलाइन कक्षाएं संचालित कर रहा है। इसमें डिजिलेप, रेडियो स्कूल, दूरदर्शन और वाट्सएप ग्रुप के माध्यम से कक्षाएं चलाई जा रही हैं। सरकारी स्कूलों के प्राचार्यों का कहना है कि ऑनलाइन कक्षाओं का लाभ ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों को नहीं मिल पा रहा है। शहरी क्षेत्रों में भी करीब 60 फीसदी बच्चे ही ऑनलाइन पढ़ाई कर पा रहे हैं। इस कारण सिलेबस पूरा होना संभव नहीं है।
अतिरिक्त कक्षाएं लगाकर पूरा होगा कोर्स
विभाग ने आदेश जारी किए थे कि जिन विद्यार्थियों की पढ़ाई ऑनलाइन नहीं हो पा रही है, उनके लिए स्कूल खुलने पर अतिरिक्त कक्षाएं लगाई जाएंगी।
--
निजी स्कूलों में 30 फीसदी कोर्स पूरा
निजी स्कूलों में ऑनलाइन कक्षाओं के माध्यम से हर रोज विद्यार्थियों को चैप्टर वाइज पढ़ाई कराई जा रही है। शिक्षकों का कहना है कि ऑनलाइन कक्षाओं का लाभ छोटी कक्षाओं के बच्चे नहीं उठा पा रहे हैं। वहीं हायर कक्षाओं के बच्चे ऑनलाइन पढ़ाई पर फोकस कर रहे हैं।
ऑनलाइन कक्षाओं के माध्यम से कोर्स ही पढ़ाया जा रहा है। छोटी कक्षाओं में सिलेबस धीरे पढ़ाया जा रहा है, जबकि हायर क्लासेस में ज्यादा फोकस है। साथ ही बच्चों का ऑनलाइन असेसमेंट भी लिया जा रहा है।
चित्रा सुब्रमणियन, प्राचार्य, आईपीएस स्कूल
--
- बच्चों की पढ़ाई का नुकसान न हो, इसके लिए विभाग नए-नए प्रयास कर रहा है। ग्रीष्मावकाश में भी विभिन्न माध्यम से ऑनलाइन कक्षाएं चलाई जा रही है।