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MP News: शिवराज सिंह चौहान का काफिला रोका, अतिथि शिक्षकों ने वादा याद दिलाया- कहा नियमित करो

 केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान का काफिला रविवार को सीहोर जिले में रोक दिया गया, जब अतिथि शिक्षकों ने उनसे नियमितीकरण के वादे को याद दिलाया। शिक्षकों ने कहा, "मामाजी, आपसे ही आस है।"

केंद्रीय कृषि मंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को सीहोर जिले के भैरूंदा में एक कार्यक्रम के दौरान अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। इस दौरान उनका काफिला रोका गया, जहां अतिथि शिक्षकों (गेस्ट टीचर्स) ने उनसे नियमितीकरण का वादा पूरा करने की मांग की।

अतिथि शिक्षकों ने शिवराज से कहा, "आपसे ही आस है, मामा जी।" यह सुनकर शिवराज ने उनकी चिंताओं को गंभीरता से लिया और कहा, "मैं देखता हूं। घोषणा पूरी करने के लिए मैं पूरी ताकत लगाऊंगा।"

नियमितीकरण की मांग

अतिथि शिक्षकों ने उन्हें याद दिलाया कि मध्यप्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री राव उदय प्रताप सिंह ने इस विषय पर जो बयान दिया था, उससे उन्हें बहुत उम्मीद थी। वर्तमान में करीब 70 हजार अतिथि शिक्षक नियमितीकरण के लिए संघर्ष कर रहे हैं। इससे पहले, उन्होंने केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से भी अपनी समस्याएं साझा की थीं।

बातचीत का मुख्य अंश

अतिथि शिक्षकों ने शिवराज से कहा, "सर, हम अतिथि शिक्षक लोग हैं..." शिवराज ने उत्तर दिया, "अभी आप लोगों को बाहर कर दिया क्या?" इस पर शिक्षकों ने बताया कि बहुत से लोग नौकरी से बाहर हो चुके हैं और उन्होंने मंत्री जी के बयान के कारण जो आघात सहा है, उसे व्यक्त किया।

अतिथि शिक्षकों ने कहा, "आपकी घोषणा को लेकर हमें बहुत उम्मीद थी।" शिवराज ने कहा, "मैं अपनी घोषणा पूरी करने के लिए पूरी ताकत लगाऊंगा।"

शिक्षकों ने फिर से सवाल किया, "अगर आप पूरा कर सकते हैं, तो हां-न में जवाब दीजिए। या फिर छत्तीसगढ़ की तरह पद स्थायित्व का आदेश करवा दीजिए।" इस पर शिवराज ने आश्वासन दिया, "मैं बात करता हूं।"

अंत में, शिक्षकों ने कहा, "आप ही उम्मीद हो, सीहोर जिले में अतिशेष के कारण सारे अतिथि शिक्षक खाली हो गए हैं। आप तो हमारे दिल में बसे हो, मामा जी।" शिवराज ने इस पर फिर से आश्वासन दिया, "मैं बात करता हूं।"

इस बातचीत से स्पष्ट है कि अतिथि शिक्षकों का विश्वास शिवराज सिंह चौहान पर है और वे उनकी ओर से किसी ठोस कार्रवाई की उम्मीद कर रहे हैं। अगर शिवराज अपने वादे को पूरा करते हैं, तो यह न केवल शिक्षकों के लिए, बल्कि मध्यप्रदेश की शिक्षा व्यवस्था के लिए भी एक सकारात्मक कदम होगा।

अतिथि शिक्षकों की केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात: उम्मीदों का सिलसिला

अतिथि शिक्षकों ने हाल ही में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात की है। इन मुलाकातों में उन्होंने अपने नियमितीकरण की मांग को उठाया और स्कूल शिक्षा मंत्री राव उदय प्रताप सिंह के विवादास्पद बयान पर अपनी चिंताओं को साझा किया।

ग्वालियर में सिंधिया से मुलाकात

अतिथि शिक्षकों का एक प्रतिनिधिमंडल ग्वालियर में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के आवास, जयविलास पैलेस, पहुंचा। वहां उन्होंने अपनी समस्याओं को विस्तार से बताया और नियमितीकरण की दिशा में मदद की गुहार लगाई।

भोपाल में शिवराज से चर्चा

इसके बाद, शिक्षकों ने भोपाल में केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के आवास पर भी अपनी बात रखी। उन्होंने दोनों मंत्रियों से अपेक्षा जताई कि वे इस मुद्दे को गंभीरता से लें और शिक्षा मंत्री के बयान के खिलाफ उचित कार्रवाई करें।

उम्मीदों का आसमान

अतिथि शिक्षकों ने दोनों केंद्रीय मंत्रियों से सकारात्मक जवाब की उम्मीद की है। उनका मानना है कि यदि शिवराज और सिंधिया इस दिशा में ठोस कदम उठाते हैं, तो इससे उनके भविष्य को संजीवनी मिल सकती है।

इस समय, मध्यप्रदेश में लगभग 70 हजार अतिथि शिक्षक नियमितीकरण की उम्मीद में संघर्ष कर रहे हैं, और उनकी यह कोशिश उनके हक की आवाज उठाने का एक महत्वपूर्ण कदम है। दोनों केंद्रीय मंत्रियों से हुई मुलाकातों के बाद, शिक्षकों में एक नई उम्मीद जागी है कि शायद उनके मुद्दों का समाधान हो सकेगा।

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