भोपाल। माध्यमिक शिक्षा मंडल (माशिमं) की बोर्ड परीक्षा में बड़ी
गड़बड़ियां सामने आई हैं। इसमें 12वीं के सामान्य अंग्रेजी और 10वीं गणित के
पेपर में सामने हुई है। इसके बाद मंडल ने दोनों पेपर में बोनस अंक देने का
निर्णय लिया है। इसके निर्देश मूल्यांकन केंद्रों को भेज दिए गए हैं। इसके
अलावा हरदा जिले के अबगांव कला स्कूल के दो शिक्षकों की लापरवाही से 9वीं
की परीक्षा में 12वीं का पेपर बांट दिया गया था। इसके कारण 12वीं का
अंग्रेजी सामान्य विषय का पेपर आउट हो गया था। इससे माशिमं को पेपर दोबारा
तैयार करना पड़ा था। मंडल का कहना है कि बुधवार से जिन विषयों की परीक्षा
संपन्न हो गई उनका मूल्यांकन कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
12वीं के सामान्य अंग्रेजी के प्रश्नपत्र के निर्देश में प्रश्न क्रमांक 12
में कुल 7 प्रश्न करने थे, प्रत्येक प्रश्न दो-दो नंबर के थे, लेकिन
निर्देश में लिखा था कि 'आंसर एनी टू ऑफ द फॉलोइंग क्वेश्चन'। इससे
विद्यार्थियों ने दो प्रश्न हल कर सभी अन्य छोड़ दिए। गड़बड़ी सामने आने के
बाद मंडल का कहना है कि जिन विद्यार्थियों ने दो प्रश्न हल किए होंगे,
उन्हें भी 14 अंक मिलेंगे और जिसने 7 प्रश्न हल किए हैं उन्हें भी पूरे अंक
मिलेंगे।
10वीं, गणितः 15 अंक के प्रश्न में हुई थी त्रुटि
10वीं गणित के 15 अंक के प्रश्नों में त्रुटि को लेकर शिक्षकों ने मंडल को
जानकारी दी है। प्रश्न क्रमांक 3 के (1) में सिलेबस से बाहर का प्रश्न पूछा
गया है, यह प्रश्न 9वीं के पाठ्यक्रम से है। प्रश्न क्रमांक 2 के (4) में
प्रायिकता के स्थान पर प्रायिकताओं होना चाहिए। प्रश्न क्रमांक 4 के (2)
में माध्यिक के स्थान पर माध्यक होना चाहिए, प्रश्न क्रमांक 4 के (4)
त्रुटिपूर्ण है। प्रश्न क्रमांक-13 में सिद्ध कीजिए का मुद्रण नहीं हुआ है।
प्रश्न क्रमांक 19 के हिंदी एवं अंग्रेजी माध्यम में भिन्नता है, प्रश्न
क्रमांक 24 के दोनों प्रश्न त्रुटिपूर्ण हैं और प्रश्न क्रमांक 25 में
हेरीस्फेरिकल के स्थान पर हेमीस्फेरिकल (अर्द्धगोल) होना चाहिए।
इनका कहना है
अंग्रजी में जिन छात्रों ने लिखे हुए निर्देश अनुसार प्रश्न हल किए होंगे,
उन्हें पूरे अंक मिलेंगे। साथ ही गणित में भी बोनस अंक दिए जाएंगे- अजय
सिंह गंगवार, सचिव, माशिमं
10वीं गणित के प्रश्नपत्र में आठ प्रश्नों में त्रुटि हुई, इसके कारण
विद्यार्थी असमंजस की स्थिति में रहे। इसके लिए बोनस अंक की मांग की गई है।
इस मांग पर बोर्ड ने सहमति जताई है।
गत नारायण उपाध्याय, गणित शिक्षक