मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले में शिक्षा विभाग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 14 अतिथि शिक्षकों के सात दिन का वेतन काटने के आदेश जारी किए हैं। यह कार्रवाई जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा किए गए औचक निरीक्षण के दौरान सामने आई अनियमितताओं के बाद की गई।
📌 औचक निरीक्षण में खुली लापरवाही
जिला शिक्षा अधिकारी ने चितरंगी विकासखंड के तीन शासकीय विद्यालयों का अचानक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि कई अतिथि शिक्षक बिना किसी पूर्व सूचना के अनुपस्थित थे। इस लापरवाही को गंभीरता से लेते हुए विभाग ने तत्काल कार्रवाई का निर्णय लिया।
🏫 इन स्कूलों में मिली अनियमितता
निरीक्षण के दौरान जिन विद्यालयों में अतिथि शिक्षक अनुपस्थित पाए गए, उनमें शामिल हैं—
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शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय हरफरी
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शासकीय हाई स्कूल धानी
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शासकीय हाई स्कूल नौडिहवा
इन तीनों स्कूलों में कुल 14 अतिथि शिक्षक ड्यूटी से नदारद मिले।
💰 सात दिन का वेतन काटने का आदेश
नियमों के तहत अनुपस्थित पाए गए सभी अतिथि शिक्षकों का सात दिन का वेतन काटने का आदेश जारी किया गया है। शिक्षा विभाग का कहना है कि इस तरह की कार्रवाई का उद्देश्य शिक्षकों को अनुशासन और जिम्मेदारी के प्रति सजग बनाना है।
📢 शिक्षा विभाग में मचा हड़कंप
इस फैसले के बाद जिले के शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है। अन्य स्कूलों के अतिथि शिक्षक और स्टाफ भी अब उपस्थिति और कार्य निष्पादन को लेकर अधिक सतर्क हो गए हैं।
🧑🏫 अतिथि शिक्षकों के लिए सख्त संदेश
यह कार्रवाई अतिथि शिक्षकों के लिए एक स्पष्ट संदेश है कि ड्यूटी में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। शिक्षा विभाग ने संकेत दिए हैं कि भविष्य में भी औचक निरीक्षण जारी रहेंगे और नियमों का उल्लंघन करने वालों पर सख्त कदम उठाए जाएंगे।
👉 यह खबर शिक्षा व्यवस्था में अनुशासन बनाए रखने की दिशा में एक अहम कदम मानी जा रही है।