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आरक्षण समाप्त नहीं हुआ तो परिणाम बुरे , मप्र तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ ने दी चेतावनी

मप्र तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ ने दी चेतावनी
प्रदेश टुडे संवाददाता, जबलपुर :
आरक्षण का मुद्दा अब कर्मचारी संघों के लिए प्रमुख बन गया है। मप्र तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ ऐलान किया है कि अगर आरक्षण समाप्त नहीं हुआ तो इसके परिणाम बहुत बुरे होंगे। संघ के पदाधिकारी इस महत्वपूर्ण मांग को लेकर किसी भी हद तक जा सकते हैं।

सांसद के आदर्श गांव कोहला का हाईस्कूल का रिजल्ट '0'

जबलपुर। सांसद के आदर्श (गोद लिए) गांव 'कोहला' की तस्वीर बदलने सरकारी मशीनरी पिछले डेढ़ साल से जुटी है। कई बार जनप्रतिनिधियों व अफसरों ने गांव में चौपाल भी लगाई। शिक्षा के स्तर में सुधार लाने के अलावा गांव को 'आदर्श ग्राम' बनाने के दावे-वादे भी खूब किए गए, लेकिन शिक्षा के क्षेत्र में किए गए दावे हवा-हवाई निकले।

अब नए सत्र से एम-शिक्षा एप से ही लगेगी हाजिरी

नए शिक्षण सत्र 2016-17 में शिक्षा विभाग के अधिकारियों कर्मचारियों को एम-शिक्षा एप पर ही हाजिरी लगाना होगी। इसके लिए लोक शिक्षण संचालनालय के आयुक्त नीरज दुबे ने जिला शिक्षा अधिकारी आरएल उपाध्याय को कड़े निर्देश दिए हैं।

नियमितीकरण नहीं होगा कर्मी बोले- हड़ताल करेंगे

जेयू के दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों का नियमितीकरण नहीं हो पाएगा। भर्ती के लिए सीधी भर्ती की प्रक्रिया अपनाई जाएगी। इसमें दैवेभो कर्मचारियों को प्राथमिकता दी जाएगी। नियमितीकरण के मुद्दे पर कुलपति, रजिस्ट्रार और रेक्टर ने दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों की बैठक ली। इसमें उन्होंने यह स्पष्ट कर दिया।

सीएम हेल्प लाइन से भी नहीं मिली हेल्प

*11 हजार से ज्यादा को अभी भी छात्रवृत्ति का इंतजार *पहले स्थानीय स्तर पर लापरवाही, अब दो माह से आवंटन का इंतजारमंदसौर। पहले स्थानीय स्तर पर लापरवाही और अब आवंटन का अभाव, यही कहानी है पिछले शिक्ष सत्र में छात्रवृत्ति से वंचित रह गए 11, 494 बच्चों की। नया सत्र शुरू होने के बाद भी इन सभी को पिछले साल की छात्रवृत्ति का इंतजार है।

14 दिन बाद शुरू होगा नया शिक्षा सत्र, नहीं बदली स्कूलों की तस्वीर

भास्कर संवाददाता | भिंड शैक्षणिक सत्र चालू होने को मात्र 14 दिन ही शेष हैं, लेकिन स्थिति यह है कि जिलेभर में 2 हजार 636 सरकारी स्कूल संचालित हैं। लेकिन स्कूलों की समस्याएं ज्यों की त्यों बनी हुई है। स्कूलों में सालों पुरानी शिक्षक समस्या, भवनों का अभाव और जर्जर स्कूल भवनों की समस्याएं दूर नहीं हो रही है।

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