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शिक्षकों ने 25 दिन पहले किया था बहिष्कार, अब दी परीक्षा

महू। उत्कृष्ट शाला सिद्घि परीक्षा का बहिष्कार करने वाले शिक्षकों ने सोमवार को परीक्षा दी। शिक्षकों ने सिर्फ समय कम देने की बात कही।

गांव में पढ़ाने के लिए नहीं जाते शिक्षक

झाबुआ. जिले का साक्षरता प्रतिशत सालों से काफी कम है। जिसे बढ़ा पाने में शिक्षा प्रशासन नाकारा साबित हो रहा है। साक्षरता के गिरे स्तर का मुख्य कारण जिले में शिक्षकों की कमी है। इसका मुख्य कारण शिक्षकों का गांव में जाकर पढ़ाने में दिलचस्पी नहीं होना है।

‘ज्ञानोदय’ से नियम विरूद्ध हटाए शिक्षक

इंदौर डीबी स्टार इंदौर सहित ज्ञानोदय स्कूल से लगातार 10 साल से शत प्रतिशत रिजल्ट देने वाले उच्च शिक्षित काबिल टीचर्स को नियम विरूद्ध हटाकर होस्टल वार्डन बना दिया।

एक दिन का वेतन कटने के विरोध में शिक्षकों ने दिया ज्ञापन

इंदौर। पिछले माह हुई शाला सिद्वी कार्यक्रम के तहत परीक्षा का बहिष्कार करने पर 1700 शिक्षकों का एक दिन का वेतन काटने के आदेश का शिक्षकों ने विरोध किया है। उनका कहना है कि उस दिन उन्होंने अध्यापन कार्य किया है इसलिए वेतन काटना उचित नहीं है। इन शिक्षकों के लिए सोमवार को फिर से परीक्षा रखी गई थी, जिसमें शिक्षकों ने हिस्सा लिया।

प्रतिनियुक्ति से रखे जाएंगे बीएसी और जन शिक्षक

रायसेन | सर्वशिक्षा अभियान के अंतर्गत जनपद शिक्षा केन्द्रों में रिक्त विकासखंड अकादमिक समन्यवक बीएसी और जनशिक्षकों के रिक्त पदों की पूर्ति प्रतिनियुक्ति के माध्यम से की जाएगी।

शिक्षकों का टोटा, कैसे सुधरेगा रिजल्ट

सीहोर. परीक्षाएं निकट आने के साथ ही शिक्षकों पर अच्छे रिजल्ट का दबाव शुरू हो जाता है, लेकिन स्कूलों में रिक्त पड़े शिक्षकों को भरने की दिशा में ध्यान नहीं दिया जाता है। जिले के हाईस्कूल और हायर सेकंडरी स्कूल प्रभारियों के भरोसे चल रहे हैं कहा जाए तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी।

बंद हुए 90 सरकारी स्कूलों के शिक्षक शिक्षिकाओं को मिली नई जगह पोस्टिंग

भास्कर संवाददाता | शाजापुर अपेक्षा से भी कम स्कूली बच्चों के कारण बंद हुए जिले के 90 सरकारी प्राथमिक-माध्यमिक स्कूलों के शिक्षक-शिक्षिकाओं को अब नई जगह पोस्टिंग मिल गई है। जिला शिक्षा विभाग ने इसके लिए सोमवार को हाईवे स्थित कार्यालय में ही काउंसलिंग की।

30% अतिथि शिक्षकों ने किया शाला का बहिष्कार

विदिशा| जिले के अतिथि शिक्षकों ने सोमवार से स्कूलों का बहिष्कार कर दिया है। इससे पहले दिन ही कई स्कूलों में पढ़ाई प्रभावित हुई। जिले में प्रांतीय संगठन के आव्हान पर जिले के अतिथि शिक्षकों ने शाला बहिष्कार का कदम उठाया। जिले में 2000 से अधिक अतिथि शिक्षक सैकड़ों स्कूलों में पढ़ा रहे हैं।

अतिथियों ने ली शिक्षकों की परीक्षा, योग्यता जांची

शिक्षक प्राथमिक और माध्यमिक स्कूल में पढ़ाने योग्य हैं या नहीं इसके लिए उन्हें परीक्षा देनी पड़ी। सोमवार को दो घंटे तक अतिथि शिक्षकों ने परीक्षक बनकर उनकी परीक्षा ली। योग्यता दिखाने के लिए शिक्षकों को बच्चों वाले सवाल हल करना पड़े। परीक्षा का कुछ संगठनों ने विराेध किया।

अतिथि शिक्षक 28 से 30 तक करेंगे धरना प्रदर्शन

छतरपुर |संयुक्त अतिथि शिक्षक संघ मध्यप्रदेश के निर्देशन पर जिले में कार्यरत सभी अतिथि शिक्षक अपनी मांगों को लेकर और गुरूजी की भांति विभागीय परीक्षा कराकर नियमतीकरण को लेकर स्कूलों का बहिस्कार कर शिवराज सरकार का ब्लाॅक स्तर पर विरोध कर रहे हैं।

अतिथि शिक्षक फिर करेंगे हड़ताल

गुना। अतिथि शिक्षकों ने एक बार फिर आंदोलन करने का निर्णय लिया है। संयुक्त अतिथि शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष सतीश शर्मा ने बताया कि नियमितीकरण की मांग को लेकर सरकार ने आश्वासन दिया था, लेकिन अब तक मांग को पूरा नहीं किया गया है।

28 जनवरी को सीएम शिवराज नजर आ सकते है स्कूली शिक्षक की भूमिका में

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान 28 जनवरी को प्रदेश के किसी एक विद्यालय में एक दिन के लिए शिक्षक की भूमिका में नजर आ सकते हैं.

ई-अटेंडेंस का विरोध करेगा शिक्षक संघ, आदेश स्वाभिमान के खिलाफ

प्राइमरी व मिडिल स्कूल के शिक्षकों की ई-अटेंडेंस अध्यापकों के स्वाभिमान के खिलाफ है। इसलिए स्कूल शिक्षा विभाग के इस आदेश का शिक्षक संघ विरोध करेगा। यह बात मध्यप्रदेश शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष नरेश सिंह सिकरवार ने सोमवार को कही।

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