सरकारी
स्कूलों में शिक्षकों की उपस्थिति अब ई-अटेंडेंस यानि एम शिक्षा मित्र
मोबाइल एप के माध्यम से लगाई जानी है। इसके लिए अब सख्त निर्देश जारी हुए,
जिसमें शिक्षकों की वेतन ई-अटेंडेंस के अनुसार ही निकाली जाएगी। लेकिन जिले
में इस सिस्टम की स्थिति काफी दयनीय है। यहां तक कि डीईओ, डीपीसी और
बीआरसीसी ऑफिस में भी एप डाउनलोड नहीं किए हैं।
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काॅपी जांचने 687 ने कराया रजिस्ट्रेशन, जांच रहे सिर्फ 296
बोर्ड परीक्षाओं की उत्तर पुस्तिकाएं जांचने के लिए हिंदी और अंग्रेजी विषय के शिक्षक नहीं मिल रहे हैं। दूसरे विषयों में भी शिक्षकों की कमी से मूल्यांकन प्रभावित हो रहा है। पंजीयन कराने के बाद भी कॉपियां जांचने नहीं आने वाले 391 शिक्षकों को नोटिस जारी होंगे। अभी कुल 296 शिक्षक ही कॉपियां जांच रहे हैं।
ई-अटेंडेंस पर रोक लगाने पर अब शिक्षक नहीं निकालेंगे रैली
बड़वाह |2
अप्रैल से शुरू होने वाली ई अटेंडेंस में कई खामियां होने के कारण शिक्षक
वर्ग ने विरोध करना शुरू किया। सोमवार नगर में बीईओ कार्यालय से समस्त
शिक्षक संवर्ग रैली निकाल कर एसडीएम को ज्ञापन देकर ई-अटेंडेंस का विरोध
करने की तैयारी में थे लेकिन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ई-अटेंडेंस
पर रोक लगाने की घोषणा की तो शिक्षक संवर्ग में खुशी की लहर छा गई।
नहीं होगी ई-अटेंडेंस, शिक्षक व अध्यापक संगठन खुश
गुना |मुख्यमंत्री
द्वारा शिक्षा विभाग में 2 अप्रैल से लागू की जा रही ई-अटेंडेंस व्यवस्था
को वापस लिए जाने की घोषणा पर शिक्षक व अध्यापक संगठनों ने खुशी जताई है।
शिक्षकों को प्रशिक्षण देने की परीक्षा कल, 303 हल करेंगे पर्चा
भास्कर संवाददाता | धार इंदौर नाका स्थित डाइट में शिक्षकों को अब कोई भी शिक्षक
प्रशिक्षण नहीं दे सकेगा। इसके लिए अब पहले खुद परीक्षा पास करना होगी। यह
परीक्षा 3 अप्रैल को डाइट और मॉडल स्कूल में होगी। 303 शिक्षक इसके लिए
पर्चा हल करेंगे। राज्य शिक्षा केंद्र से पर्चा आएगा। ओएमआर शीट पर परीक्षा
होगी।
ई-अटेंडेंस के विरोध में रखी थी बैठक, पता चला सीएम ने उसे निरस्त करने की घोषणा की तो आभार माना
आलीराजपुर
| शिक्षक संगठनों के विरोध के बाद ई-अटेंडेंस व्यवस्था अनिवार्य करने पर
सरकार ने यू-टर्न लिया है। म.प्र. शासकीय अध्यापक संगठन जिलाध्यक्ष अशोक
कुमार बुधवंत ने बताया कि रिटायरमेंट की उम्र 62 वर्ष करने पर कर्मचारी
संगठनों ने सीएम का सम्मान किया।
MP के सरकारी स्कूलों में आज से लागू हो रहा है ये नियम, सीएम की घोषणा पर असमंजस
जबलपुर। स्कूल शिक्षा विभाग में शिक्षकों के विरोध के
बावजूद सोमवार से इ-अटेंडेंस की व्यवस्था लागू हो जाएगी। शिक्षा विभाग ने
सभी तैयारी कर ली हैं। दो अप्रैल से शिक्षकों को अपनी उपस्थिति एम शिक्षा
मित्र ऐप के माध्यम से दर्ज करने और इसमें कोताही नहीं बरतने कहा गया है।
पूरी सरकार 62 की हुई; निगम, मंडल और कोर्ट में भी रिटायरमेंट की उम्र दो साल बढ़ी
नए
वित्तीय वर्ष के पहले दिन रविवार को सरकार 62 की हो गई है। यानी शासकीय
कर्मचारियों के अलावा अन्य सभी कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति की आयु भी दो
साल बढ़ा दी गई है।
मप्र: शिक्षकों की ई-अटेंडेंस पर रोक लगी
भोपाल। मध्य प्रदेश में नए शिक्षण सत्र की शुरुआत
सोमवार (2 अप्रैल) से हो रही है, स्कूल शिक्षा विभाग ने शिक्षकों की नए
सत्र के साथ ई-अटेंडेंस का प्रावधान किया था। इसका शिक्षक लगातार विरोध कर
रहे थे।
चार साल में यूजी डिग्री से सिर्फ आंकड़े सुधरेंगे, बेरोजगारी नहीं.. पढ़ें पूरा मामला
भोपाल। राजधानी सहित
प्रदेश के अधिकांश शिक्षक संस्थानों में शिक्षकों की कमी है वहीं
इंफ्रास्ट्रक्चर के नाम पर भी विद्यार्थियों को मामलूी सुविधाएं हैं। इस
बीच नई शिक्षा नीति तैयार करने वाली समिति ने मानव संसाधन विकास मंत्रालय
को पूरे देश में स्नातक कोर्स की अवधि तीन से बढ़ाकर चार साल करने को कहा
है।
आज से नया शिक्षण सत्र शुरू, शिक्षकों को एप से नहीं लगानी पड़ेगी ई-अटेंडेंस
सुबह 10.30 बजे के बाद पहुंचते तो डलती गैरहाजिरी
यदि ई-अटेंडेंस सिस्टम प्रभावी हो जाता तो जिला शिक्षा अधिकारी, संयुक्त संचालक, जिला परियोजना समन्वयक और शिक्षकों को रोजाना 10.30 दफ्तर या स्कूल पहुंचना पड़ता। पहुंचने के तत्काल बाद अपने मोबाइल में एम शिक्षामित्र एप पर क्लिक करना पड़ता।
यदि ई-अटेंडेंस सिस्टम प्रभावी हो जाता तो जिला शिक्षा अधिकारी, संयुक्त संचालक, जिला परियोजना समन्वयक और शिक्षकों को रोजाना 10.30 दफ्तर या स्कूल पहुंचना पड़ता। पहुंचने के तत्काल बाद अपने मोबाइल में एम शिक्षामित्र एप पर क्लिक करना पड़ता।
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