जबलपुर। स्कूल शिक्षा विभाग में शिक्षकों के विरोध के
बावजूद सोमवार से इ-अटेंडेंस की व्यवस्था लागू हो जाएगी। शिक्षा विभाग ने
सभी तैयारी कर ली हैं। दो अप्रैल से शिक्षकों को अपनी उपस्थिति एम शिक्षा
मित्र ऐप के माध्यम से दर्ज करने और इसमें कोताही नहीं बरतने कहा गया है।
वहीं दूसरी ओर शिक्षकों में इसका खौफ है। मुख्यमंत्री द्वारा इ-अटेंडेंस को
लेकर रविवार को घोषणा की गई है, लेकिन लिखित आदेश नहीं पहुंचे हैं।
एक सप्ताह से चल रहा ट्रायल
स्कूल
शिक्षा विभाग में करीब दस दिन से इस ऐप का ट्रायल चल रहा है। वरिष्ठ
अधिकारियों से लेकर जिलास्तर के अधिकारियों इससे अटेंडेंस दर्ज की जा रही
है।
जिले में आठ हजार शिक्षक
सूत्रों के
अनुसार जिले में करीब 8000 शिक्षक, कर्मचारी हैं। अधिकारियों का कहना है कि
95 फीसदी अमले ने अपने मोबाइल पर एप डाउनलोड कर लिया है। अटेंडेंस के साथ
छुट्टी का आवेदन, कर्मचारियों की पे-स्लिप जैसे काम भी इसी के माध्यम से किए जाएंगे।
पकड़े जाने का डर
जानकारों
के अनुसार अधिकतर शिक्षक मनमर्जी के समय से स्कूल आते-जाते हैं। इनमें कई
शिक्षक किसी संगठन से जुड़े हैं। अब इन्हें डर है कि मनमर्जी नहीं चलेगी।
शिक्षक मोबाइल न होने, नेटवर्क न मिलने जैसे बहाने बनाकर विरोध कर रहे हैं।
यह होगा जरूरी
ऐप को गूगल प्ले से करना होगा डाउनलोड
प्रथम बार लॉगइन के लिए नेट कनेक्टिविटी होगी जरूरी
ऑफलाइन स्थिति में जो टाइम होगा वही होगा दर्ज
एसएमएस के माध्यम से पहुंचेगी सूचना
यह है स्थिति
8000 शिक्षक
2300 स्कूल
7600 ने किया डाउनलोड
एम
शिक्षा मित्र ऐप के माध्यम से इ-अटेंडेंस की तैयारी कर ली गई है।
मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणा के सम्बंध में विभागीय स्तर पर ऐसे कोई
आदेश नहीं प्राप्त हुए हैं। शिक्षक एवं कर्मचारियों को इसे अनिवार्य रूप से
उपयोग करना होगा।
आरपी चतुर्वेदी, जिला परियोजना समन्वयक
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