भोपाल। अतिथि शिक्षक
एक बार फिर मध्यप्रदेश सरकार की टेंशन बढ़ाने जा रहे हैं। लगातार किए जा
रहे आंदोलनों का सरकार पर प्रभाव नहीं पड़ते देख शिक्षकों ने अपनी रणनीति
में एक बड़ा बदलाव किया है।
इसके तहत अब ये अतिथि शिक्षक 24 और 25 फरवरी को राजधानी भोपाल में आ रहे
हैं। यहां वे मुंडन करवाने के अलावा खून के दिए जलाकर सरकार की नीतियों का
विरोध करेंगे।
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स्कूलों में लापरवाही के दो नजारे: कहीं शिक्षक समय पर नहीं पहुंचते तो कहीं कुत्तों के बीच में बैठकर खाना खाते हैं
दमोह। मारा मिडिल स्कूल शिक्षक समय पर नहीं पहुंचते हैं तो बच्चे खेलने में
जुट जाते हैं। दूसरे चित्र में हैंडपंप के पास कीचड़ में खेलते बच्चे।
शिक्षक की नेम प्लेट पर लिखा जाएगा राष्ट्र निर्माता
खरगोन | स्कूल शिक्षा विभाग शिक्षकों के लिए ड्रेस कोड लागू करने जा रहा
है। शिक्षकों की वर्दी पर लगाई जाने वाली नेम प्लेट पर राष्ट्र निर्माता
लिखा होगा।
शिक्षकों काे पहली बार ऑनलाइन ट्रेनिंग देगा विभाग
शिक्षा विभाग द्वारा स्कूलों में अंग्रेजी विषय पढ़ाने वाले शिक्षकों को
उनकी अध्यापन गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा।
यह प्रशिक्षण 20 फरवरी को शुरू होकर 10 मार्च तक चलेगा।
अतिथि शिक्षकों के आंदोलन के कारण एक फरवरी से स्कूलों में पढ़ाई हो रही प्रभावित
क्षेत्र में 1 फरवरी से अतिथि शिक्षकों को आंदोलन चल रहो है। इसके कारण
स्थानीय स्कूलों की हालत खराब है। शिक्षकों को स्कूलों में नहीं पहुंचने के
कारण बच्चों को पढ़ाई प्रभावित हो रही है।
वेतन के लिए शिक्षक जिला कोषालय अधिकारी से मिले
फरवरी आधा गुजरने के बाद भी कई शिक्षकों को जनवरी का वेतन अब तक नहीं मिल
पाया है। इससे शिक्षक परेशान हो रहे हैं। आर्थिक दिक्कत भी हो रही है।
समग्र शिक्षक व्याख्याता एवं प्राचार्य कल्याण संघ मप्र के पदाधिकारी
शुक्रवार को जिला कोषालय अधिकारी से मिले।
शिक्षकों को नहीं दिया जा रहा समयमान वेतनमान
स्कूल शिक्षा विभाग के आदेश के बाद भी जिले के शिक्षकों को समयमान वेतनमान
का लाभ नहीं दिया जा रहा है। एक नया आदेश जारी कर शिक्षकों की ऑनलाइन
उपस्थिति लेने की प्रक्रिया और शुरू की जाने वाली है।
गैर तकनीकी शिक्षकों को प्राचार्य बनाने की तैयारी
तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग द्वारा एआईसीटीई के नियमों को ताक पर रखकर पॉलीटेक्निक कॉलेजों में गैर इंजीनियरिंग विषय के शिक्षकों को प्राचार्य बनाने की तैयारी कर ली है।
14 हजार पद खाली,16 विषयों में युवा टीचर मिलना मुश्किल
ग्वालियर हाई स्कूल से हायर सेकंडरी तथा कॉलेजों में स्नातक से लेकर स्नातकोत्तर
विषयों के टीचिंग के लिए न्यूनतम योग्यता संबंधित विषय में पीजी
(स्नातकोत्तर) अनिवार्य है। जेयू व उससे संबद्ध ग्वालियर-चंबल संभाग के 450
कॉलेजों में पीजी की कुल 6600 सीटें हैं।
जल सत्याग्रह : गेस्ट टीचर्स ने कहा- भर्ती प्रक्रिया में मिलना चाहिए छूट
सेंवढ़ा (दतिया). अतिथि शिक्षकों को भर्ती प्रक्रिया में डीएड-बीएड में छूट दिलाने सहित अन्य मांग पूरी नहीं होने पर शनिवार को अतिथि शिक्षकों ने सनकुआं धाम से निकली सिंध नदी में जलसत्याग्रह शुरू कर दिया है।
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