भास्कर संवाददाता | शिवपुरी पिछले 1 साल से संविलियन का इंतजार कर रहे शिक्षकों के लिए शुक्रवार का दिन राहतभरा रहा। जिला पंचायत सीईओ नीतू माथुर ने अंतत: शिक्षा विभाग के बाबूओं को बुलाकर संविलियन फाइल पर दस्तखत कर दिए।
पूर्व जिला पंचायत सीईओ नेहा मारव्या ने इस प्रक्रिया को नियमों का हवाला देकर रोक रखा था। इससे शिक्षक संघ के नेताओं में खासा आक्रोश था और वह अपना विरोध प्रदर्शन कर आरपार के मूड में थे लेकिन नेहा मारव्या ने भी अपना अड़ियल रुख अख्तियार कर संविलियन की फाइल को अटकाए रखा और 798 शिक्षकों के संविलियन नहीं हो सके। इसके विरोध में सड़कों पर उतरकर शिक्षकों ने प्रदर्शन भी किए पर नतीजा नहीं निकला आखिर शुक्रवार को शिक्षकों को तब राहत मिली जब उन्हें जिला पंचायत स्तर से सूचना मिली कि संविलियन फाइल पर मेडम ने हस्ताक्षर कर दिए है अब संकुल केंद्र से इन आदेशों का वितरण होगा।
50 शिक्षकों के रुके आवेदन
जिला पंचायत की शिक्षा शाखा में पदस्थ नरेंद्र सिंह सेंगर ने बताया कि तकरीबन 50 शिक्षकों के आवेदन पेंडिंग इसलिए है क्योंकि इन शिक्षकों से आवेदन में जो जानकारी मांगी गई थी वह अपूर्ण है किसी ने अपने स्कूल का पूरा रिजल्ट लिख दिया जबकि उनसे उनके विषय का वर्तमान परीक्षा परिणाम का 3 वर्ष का आंकलन चाहा गया था। ऐसे त्रुटि के चलते करीब 50 प्रकरण अब भी संविलियन की बाट जोह रहे है।
खेल मंत्री-कलेक्टर से भी शिकायत, हुआ कुछ नहीं
नाराज शिक्षकों ने विभिन्न बैनरों पर और संयुक्त रुप से कलेक्टोरेट में प्रदर्शन किए पर नियमों का हवाला देकर संविलियन न करने की जिद पर अड़ी पूर्व जिला पंचायत सीईओ ने संविलियन फाइल पर हस्ताक्षर किए ही नहीं। इसके बाद उनका स्थानांतरण राज्य शासन ने शिवपुरी से अन्यत्र कर दिया। इसके बाद आवेदन को लेकर शिक्षक जनसुनवाई में भी पहुंचे पर काम नहीं बना आखिर में खेलमंत्री यशोधरा राजे सिंधिया को ज्ञापन देकर शिक्षकों ने कार्रवाई की मांग की और यशोधरा ने एडीएम नीतू माथुर को फोन कर कहा कि शिक्षकों की मांग को पूरा करें । इस पर नीतू माथुर ने विभाग के अधिकारियों से फाइल मंगा कर देखी ओर जो जायज लगे उन्हें संविलियन के आदेश जारी कर दिए।
हमारी कोई सुनवाई नहीं हो रही
हम तो लंबे समय से संघर्ष कर रहे हैं। कर्मचारियों की शिकायतों और प्रदर्शन के बावजूद कार्रवाई नहीं हो रही थी। खेल मंत्री को भी आवेदन दिया था। जनसुनवाई में हमें टाइम लिमिट दी गई थी जिसमें 1 जून को यह प्रक्रिया हो जानी थी लेकिन 2 जून को ही सहीं हमारे शिक्षकों का संविलियन तो हो गया। राजेंद्र पिपलौदा अध्यक्ष कर्मचारी कांग्रेस शिवपुरी
हमने जारी कर दिए हैं आदेश
पहले प्रकिया क्यों पूरी नहीं हो सकी इस बारे में पहले की सीईओ मैडम बताएंगी। हमने जो भी आवेदन थे उनका परीक्षण करा संविलियन के आदेश जारी कर दिए है। कुछ प्रकरण में पूर्तियां पूरी नहीं थी इस वजह से वह दायरे में नहीं आ सके है। नीतू माथुर, सीईओ जिला पंचायत शिवपुरी
पूर्व जिला पंचायत सीईओ नेहा मारव्या ने इस प्रक्रिया को नियमों का हवाला देकर रोक रखा था। इससे शिक्षक संघ के नेताओं में खासा आक्रोश था और वह अपना विरोध प्रदर्शन कर आरपार के मूड में थे लेकिन नेहा मारव्या ने भी अपना अड़ियल रुख अख्तियार कर संविलियन की फाइल को अटकाए रखा और 798 शिक्षकों के संविलियन नहीं हो सके। इसके विरोध में सड़कों पर उतरकर शिक्षकों ने प्रदर्शन भी किए पर नतीजा नहीं निकला आखिर शुक्रवार को शिक्षकों को तब राहत मिली जब उन्हें जिला पंचायत स्तर से सूचना मिली कि संविलियन फाइल पर मेडम ने हस्ताक्षर कर दिए है अब संकुल केंद्र से इन आदेशों का वितरण होगा।
50 शिक्षकों के रुके आवेदन
जिला पंचायत की शिक्षा शाखा में पदस्थ नरेंद्र सिंह सेंगर ने बताया कि तकरीबन 50 शिक्षकों के आवेदन पेंडिंग इसलिए है क्योंकि इन शिक्षकों से आवेदन में जो जानकारी मांगी गई थी वह अपूर्ण है किसी ने अपने स्कूल का पूरा रिजल्ट लिख दिया जबकि उनसे उनके विषय का वर्तमान परीक्षा परिणाम का 3 वर्ष का आंकलन चाहा गया था। ऐसे त्रुटि के चलते करीब 50 प्रकरण अब भी संविलियन की बाट जोह रहे है।
खेल मंत्री-कलेक्टर से भी शिकायत, हुआ कुछ नहीं
नाराज शिक्षकों ने विभिन्न बैनरों पर और संयुक्त रुप से कलेक्टोरेट में प्रदर्शन किए पर नियमों का हवाला देकर संविलियन न करने की जिद पर अड़ी पूर्व जिला पंचायत सीईओ ने संविलियन फाइल पर हस्ताक्षर किए ही नहीं। इसके बाद उनका स्थानांतरण राज्य शासन ने शिवपुरी से अन्यत्र कर दिया। इसके बाद आवेदन को लेकर शिक्षक जनसुनवाई में भी पहुंचे पर काम नहीं बना आखिर में खेलमंत्री यशोधरा राजे सिंधिया को ज्ञापन देकर शिक्षकों ने कार्रवाई की मांग की और यशोधरा ने एडीएम नीतू माथुर को फोन कर कहा कि शिक्षकों की मांग को पूरा करें । इस पर नीतू माथुर ने विभाग के अधिकारियों से फाइल मंगा कर देखी ओर जो जायज लगे उन्हें संविलियन के आदेश जारी कर दिए।
हमारी कोई सुनवाई नहीं हो रही
हम तो लंबे समय से संघर्ष कर रहे हैं। कर्मचारियों की शिकायतों और प्रदर्शन के बावजूद कार्रवाई नहीं हो रही थी। खेल मंत्री को भी आवेदन दिया था। जनसुनवाई में हमें टाइम लिमिट दी गई थी जिसमें 1 जून को यह प्रक्रिया हो जानी थी लेकिन 2 जून को ही सहीं हमारे शिक्षकों का संविलियन तो हो गया। राजेंद्र पिपलौदा अध्यक्ष कर्मचारी कांग्रेस शिवपुरी
हमने जारी कर दिए हैं आदेश
पहले प्रकिया क्यों पूरी नहीं हो सकी इस बारे में पहले की सीईओ मैडम बताएंगी। हमने जो भी आवेदन थे उनका परीक्षण करा संविलियन के आदेश जारी कर दिए है। कुछ प्रकरण में पूर्तियां पूरी नहीं थी इस वजह से वह दायरे में नहीं आ सके है। नीतू माथुर, सीईओ जिला पंचायत शिवपुरी