सीहोर।
साल दर साल सरकारी स्कूलों में घटती छात्रों की संख्या को लेकर शिक्षा
विभाग गंभीर है। बच्चों को अधिक संख्या में स्कूल तक लाने नए प्रयास किए जा
रहे हैं। इसी के तहत अब ट्रांसफर सार्टिफिकेट को लेकर निर्देश जारी किए गए
हैं। इससे बच्चों को दूसरे स्कू ल में प्रवेश लेने में परेशानी नहीं आएगी।
प्रदेश के सरकारी स्कूलों में लगातार कम हो रही बच्चों की संख्या को देखते हुए अब स्कूल शिक्षा विभाग ने नया नियम लागू किया है। यह नए सत्र से लागू हो जाएगा। इस बार सरकारी स्कूल से पांचवीं और आठवीं पास करने वाले बच्चों को ट्रांसफर सार्टिफिकेट (टीसी) नहीं निकालने मिलेगी। यह टीसी सीधे मिडिल स्कूल में टांसफर हो जाएगी। अगर बच्चों के अभिभावक स्कूल बदलना चाहते हैं तो भी उन्हें मिडिल स्कूल में ही आवेदन के साथ साथ दूसरे स्कूल में एडमिशन कराने का शपत्र जमा करना होगा। इसके बाद ही टीसी निकल सकेगी। इस नई व्यवस्था को लेकर स्कू ल शिक्षा विभाग का मानना है कि पांचवी तक पढ़ाई करने के बाद जिन बच्चों को उनके अभिभावक घर बैठा देते हैं, उसमें कमी आएगी। बच्चों की दर्ज संख्या में भी बढोत्तरी होगी। स्कूल चले हम अभियान के तहत पूरी प्रक्रिया का पालन होगा। स्कूल चले हम अभियान के प्रथम चरण के कार्यक्रम के तहत इसे जोड़ा गया है। इसकी मदद से टांजिसन लॉस को रोकने का प्रयास किया जाएगा। पांचवी और आठवी के उत्तीर्ण छात्र-छात्राओं का अभिलेख निकटतम मिडिल या हाईस्कूल के प्रधानाध्यापक, प्राचार्य को हस्तांतरित किया जाएगा। इसकी जानकारी संबंधित छात्र व उसके पालक को दी जाएगी। जिससे छात्र निम्न स्कूल में प्रवेश ले सकें।
घर-घर जाकर किया जाएगा बच्चों का सर्वे
स्कूल चले हम अभियान के तहत एनआईसी द्वारा निर्मित चाइल्ड ट्रैकिंग सिस्टम में किए गए सर्वे से स्कूल से बाहर सभी बच्चों की जानकारी उपलब्ध है। संधारित सूची समग्र पोर्टल पर है, जिसे आधार मानकर घर-घर सर्वे के दौरान सत्यापक और अद्यतन किया जाएगा। नगरीय क्षेत्र में ऐसी बस्ती, क्षेत्र जहां स्कूल के बाहर बच्चों की संख्या अधिक हो सकती है। इनमें झुग्गी बस्ती, अनाथ, बेघर, रेलेवेे स्टेशन या फिर बस स्टैंड पर रहने वाले बच्चों का सर्वे किया जाएगा। इसके लिए ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में अलग अलग टीम भ्रमण करेगी।
बच्चों की पढ़ाई नियमित चलती रहे और आगे स्कूल में दाखिला लेने में ट्रांसफर सार्टिफिकेट के कारण बाधा नहीं आए। इसे लेकर निर्देश मिले हैं। नए शिक्षा सत्र से इसकी शुरूआत हो जाएगी। 16 जून से स्कूल चले अभियान शुरू होगा।
अनिल श्रीवास्तव, डीपीसी सीहोर
प्रदेश के सरकारी स्कूलों में लगातार कम हो रही बच्चों की संख्या को देखते हुए अब स्कूल शिक्षा विभाग ने नया नियम लागू किया है। यह नए सत्र से लागू हो जाएगा। इस बार सरकारी स्कूल से पांचवीं और आठवीं पास करने वाले बच्चों को ट्रांसफर सार्टिफिकेट (टीसी) नहीं निकालने मिलेगी। यह टीसी सीधे मिडिल स्कूल में टांसफर हो जाएगी। अगर बच्चों के अभिभावक स्कूल बदलना चाहते हैं तो भी उन्हें मिडिल स्कूल में ही आवेदन के साथ साथ दूसरे स्कूल में एडमिशन कराने का शपत्र जमा करना होगा। इसके बाद ही टीसी निकल सकेगी। इस नई व्यवस्था को लेकर स्कू ल शिक्षा विभाग का मानना है कि पांचवी तक पढ़ाई करने के बाद जिन बच्चों को उनके अभिभावक घर बैठा देते हैं, उसमें कमी आएगी। बच्चों की दर्ज संख्या में भी बढोत्तरी होगी। स्कूल चले हम अभियान के तहत पूरी प्रक्रिया का पालन होगा। स्कूल चले हम अभियान के प्रथम चरण के कार्यक्रम के तहत इसे जोड़ा गया है। इसकी मदद से टांजिसन लॉस को रोकने का प्रयास किया जाएगा। पांचवी और आठवी के उत्तीर्ण छात्र-छात्राओं का अभिलेख निकटतम मिडिल या हाईस्कूल के प्रधानाध्यापक, प्राचार्य को हस्तांतरित किया जाएगा। इसकी जानकारी संबंधित छात्र व उसके पालक को दी जाएगी। जिससे छात्र निम्न स्कूल में प्रवेश ले सकें।
घर-घर जाकर किया जाएगा बच्चों का सर्वे
स्कूल चले हम अभियान के तहत एनआईसी द्वारा निर्मित चाइल्ड ट्रैकिंग सिस्टम में किए गए सर्वे से स्कूल से बाहर सभी बच्चों की जानकारी उपलब्ध है। संधारित सूची समग्र पोर्टल पर है, जिसे आधार मानकर घर-घर सर्वे के दौरान सत्यापक और अद्यतन किया जाएगा। नगरीय क्षेत्र में ऐसी बस्ती, क्षेत्र जहां स्कूल के बाहर बच्चों की संख्या अधिक हो सकती है। इनमें झुग्गी बस्ती, अनाथ, बेघर, रेलेवेे स्टेशन या फिर बस स्टैंड पर रहने वाले बच्चों का सर्वे किया जाएगा। इसके लिए ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में अलग अलग टीम भ्रमण करेगी।
बच्चों की पढ़ाई नियमित चलती रहे और आगे स्कूल में दाखिला लेने में ट्रांसफर सार्टिफिकेट के कारण बाधा नहीं आए। इसे लेकर निर्देश मिले हैं। नए शिक्षा सत्र से इसकी शुरूआत हो जाएगी। 16 जून से स्कूल चले अभियान शुरू होगा।
अनिल श्रीवास्तव, डीपीसी सीहोर