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अतिशेष शिक्षकों की आपत्तियों का निराकरण 11 तक हाेगा, 21 जून तक करना होगा ज्वाइन

मिडिल स्कूल के अतिशेष शिक्षकों को जरूरतमंद स्कूलों में भेजने के लिए चल रही प्रक्रिया लंबी उलझनों के बाद भोपाल से स्पष्ट कर दी गई है। इसके तहत जितनी भी दावे-आपत्तियां आई हैं, उन सभी का निराकरण 11 जून तक जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय से किया जाएगा।
जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय से इस संबंध में ब्लॉकवार सूचना भेजी जाएगी। दावे-आपत्तियों के निराकरण के बाद संशोधित सूची का प्रकाशन पोर्टल पर ही ऑनलाइन किया जाएगा। इसके बाद ऑनलाइन काउंसिलिंग होगी। इसमें दावे-आपत्तियों के निराकरण के बाद भी अतिशेष रहे शिक्षकों को जरूरतमंद स्कूलों में भेजा जाएगा। हर हाल में यह तय किया जाएगा कि 21 जून तक सभी अतिशेष शिक्षक जरूरतमंद स्कूलों में पहुंच जाएं। जिले में मिडिल स्कूल की जो सूची जारी हुई है, उसमें 734 शिक्षकों के नाम अतिशेष में बताए गए हैं। हालांकि इससे ऐसी स्थिति तक बन गई है कि कई स्कूलों में शिक्षकों की कमी उल्टी पढ़ जाएगी। ऐसे में डीईओ संतोष शर्मा पहले की स्पष्ट कर चुके हैं विषयमान के हिसाब से कोई भी शिक्षक अतिशेष में फिलहाल नहीं दूसरी जगह नहीं भेजा जाएगा। सिर्फ वही शिक्षक जाएंगे जो छात्रों की दर्ज संख्या के हिसाब से स्कूल में अतिशेष की श्रेणी में आ रहे हैं। जिले के करीब दर्जन भर पियून के नाम भी अतिशेष की सूची में जुड़ गए थे। हालांकि इन्हें पहले ही इससे अलग करने के निर्देश भोपाल से जारी कर दिए गए थे।

अतिशेष शिक्षकों को दूसरी स्कूलों में भेजने के लिए चल रही युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया करीब डेढ़ माह से उलझी है। पहले जो निर्देश आए थे, उसके हिसाब से पूरा काम 10 मई तक करते हुए शिक्षकों की ज्वाइनिंग भी कराना थी। परंतु पहली बार पूरा काम ऑनलाइन एवं भोपाल से पोर्टल के माध्यम से करने पर सबकुछ उलझ कर रह गया। कभी पोर्टल बंद तो कभी सही ढंग से काम नहीं करने के कारण पूरी प्रक्रिया दिनों दिन लेट होती गई। अब मिडिल स्कूल को लेकर स्पष्ट नियम आ गए हैं, ऐसे में उम्मीद है कि सबकुछ इसी माह निपट जाएगा। प्राइमरी के दावे-आपत्तियों का निराकरण पहले ही होकर करीब 500 शिक्षक अब भी अतिशेष बचे हुए हैं। उनकी भी काउंसिलिंग कर जरूरतमंद स्कूलों में भेजा जाएगा। 

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