छतरपुर। नईदुनिया प्रतिनिधि
करीब दो दशक पहले प्रदेश में शुरू हुई
शिक्षकों के शोषण की दास्तान 21 जनवरी को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान
की घोषणा के साथ समाप्त हो गई है। इससे खुश होकर अध्यापकों ने अध्यापक हित
के लिए लगातार संघर्ष करने वाले आजाद अध्यापक संघ के जिलाध्यक्ष अनुपम
त्रिपाठी का फूल माला पहनाकर सम्मान किया है।
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सीएम के इस फैसले से सागर के 10 हजार अध्यापकों को मिलेगा लाभ
सागर. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अध्यापक संवर्ग की शिक्षा विभाग में संविलियन करने की घोषणा रविवार को की थी। सागर जिले के करीब 10 हजार अध्यापकों को इसका लाभ मिलेगा। लेकिन इस घोषणा के बाद भी अध्यापक और संविदा शिक्षक संगठन दूसरे दिन संतुष्ठ नजर नहीं आ रहा है।
अध्यापक संवर्ग का शिक्षा विभाग में संविलियन हुआ
अध्यापक संवर्ग का शिक्षा विभाग में संविलियन हो गया है। इस पर अध्यापको ने
हर्ष व्यक्त किया। मप्र शिक्षक संघ के जिला प्रवक्ता विजयकुमार अगनानी ने
बताया मप्र शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष अमर पाटील, जिला
फिर से बढऩे वाला है अध्यापकों का वेतन
मंडला- एक दशक बीत गया। अध्यापकों के विभिन्न संगठनों और संघों के
माध्यम से जो भी आंदोलन किए गए इसका नतीजा अंतत: उनकी मांगों की पूर्ति के
रूप में सामने आया। अध्यापकों के शिक्षा विभाग में संविलियन की मांग पूरी
करने की घोषणा होने के बाद उनके सातवें वेतनमान की उम्मीद भी बढ़ गई है।
1.25 लाख अध्यापकों का संविलियन हो ही नहीं सकता
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह
चौहान ने अध्यापक संवर्ग के शिक्षा विभाग में संविलियन की भले ही घोषणा कर
दी हो, लेकिन आदिम जाति कल्याण विभाग के 1.25 लाख अध्यापकों के लिए राह
आसान नहीं है। ये अध्यापक अभी प्रदेश के 11 जिलों के 89 ब्लॉक में पदस्थ
हैं। विशेषज्ञ कहते हैं कि तय मापदंडों और प्रक्रिया के लिहाज से सभी
अध्यापकों का कैडर तो एक हो सकता है, लेकिन विभाग एक हो ही नहीं सकता।
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