कलेक्टर की क्लास में फेल हुआ शिक्षा विभाग प्राचार्य, प्रधानपाठक और शिक्षकों के वेतन काटने के आदेश कलेक्टर एक्सप्रेस पहुंची थी दौड़ी झुनकर
इटारसी. आपका वेतन कितना है, सर 32 हजार, चूना लगा रही हैं आप, गुणा-भाग नहीं आता है बच्चों को मर्सकोले जी ऐसे में तो आप शिक्षा विभाग में रह नहीं पाएंगे। इस तरह की नाराजगी भरी बातें शुक्रवार को केसला ब्लाक के दौड़ी झुनकर गांव में कलेक्टर अविनाश लवानिया ने शिक्षकों, प्राचार्य और प्रधानपाठकों से कही। शुक्रवार कलेक्टर एक्सप्रेस कार्यक्रम के तहत विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ कलेक्टर अविनाश लवानिया यहां पहुंचे थे। कलेक्टर ने विभिन्न विभागों के अधिकारियों से कर्मचारियों से गांव वालों के बीच चर्चा की। इस दौरान जब स्कूली बच्चों को स्तर जानने बच्चों ने कलेक्टर ने सवाल-जवाब किए तो विद्यार्थी बहुत सामान्य सवाल भी हल नहीं कर पाए। इस पर कलेक्टर अविनाश लवानिया जमकर नाराज हुए।
यह सुनाई खरी-खोटी
बच्चों से जब सामान्य गुणा-भाग के सवाल नहीं बने तब कलेक्टर लवानिया ने कहा सभी शिक्षकों, प्राचार्य, प्रधानपाठकों को कहा कि दो महीने का समय है क्लास लगाएं और बच्चों को पढ़ाए। दो महीने बाद फॉलोअप क्लास लगेगी। यदि फिर भी बच्चे सामान्य सवाल हल नहीं कर पाए तो सारी टीम को बर्खास्त कर दिया जाएगा।
यह सवाल थे जो नहीं बता पाए विद्यार्थी
- सामान्य गुणा-भाग नहीं कर पाए।
- भारत के राष्ट्रपति का नाम पता बच्चों को।
- ग्रहों के नाम नहीं बता पाए।
- सबसे बड़े ग्रह नहीं बता पाए।
- थर्मामीटर के अंदर क्या दिखाई देता है।
ऐसे लगी प्राचार्य और प्रधानपाठकों की क्लास
हाईस्कूल के प्राचार्य प्रभात चौहान से कलेक्टर लवानिया ने पूछा कि आप क्या पढ़ाते है। जो आप पढ़ाते वही सवाल करें। जब कुछ देर प्राचार्य द्वारा सवाल नहीं किया गया तो कलेक्टर लवानिया ने कहा यदि प्रश्न नहीं कर सकते है तो चले जाइए यहां से। इसके बाद प्राचार्य के पूछे सवाल का जवाब विद्यार्थी नहीं दे पाए। तब कलेक्टर ने प्राचार्य चौहान से कहा कि भारत के राष्ट्रपति नहीं पता बच्चों को, काफी अच्छा सामान्य ज्ञान पढ़ाया है आपने।
माध्यमिक स्कूल की प्रधान पाठक रामबाई पटेल को बुलाकर सवाल करने का कहा। बच्चे प्रधानपाठक पटेल के सवालों का जवाब भी नहीं दे पाए। कलेक्टर लवानिया ने प्रधानपाठक से कहा जो पढ़ाया हो वह पूछ लें जिसमें आप स्वयं आश्वस्त हो।
प्राथमिक स्कूल के प्रधानपाठक केएस मर्सकोले को बुलाकर कहा कि ऐसे तो मर्सकोले जी आप शिक्षा विभाग में नहीं पाएंगे। बेहद सामान्य सवाल के जवाब भी बच्चे नहीं दे पा रहे हैं।
दो महीने का वेतन काटने के आदेश
स्कूल शिक्षा का स्तर बेहद खराब देखकर कलेक्टर लवानिया ने प्राचार्य प्रभात चौहान, प्रधानपाठक रामबाई पटेल और प्रधानपाठक केएस मर्सकोले के दो महीने का वेतन काटने के आदेश दिए। इसके साथ सभी शिक्षकों की वेतनवृद्धि रोकने के भी आदेश दिए।
पीछे यह हो रही थी बातें
कलेक्टर लवानिया बच्चों से चर्चा कर रहे थे और बच्चे जवाब नहीं दे रहे थे। इस दौरान कलेक्टर के साथ आए कुछ अधिकारी केसला में पदस्थ शिक्षा विभाग के अधिकारियों से कह रहे थे कि ट्रेंड बच्चों को बैठाना चाहिए था।
यह भी मिली शिकायतें
सर प्राचार्य स्कूल कभी-कभी आते हैं और आते है तो दो-दो घंटे पूजा करते रहते हैं। इसके अलावा ग्रामवासियों ने बताया कि तीन महीने से केरोसीन नहीं मिला है। इस पर अधिकारियों ने बताया कि इस महीने चार महीने का इक_ा केरोसीन दिया जाएगा। यहां रहने वाले अनुसूचित जाति के परिवारों ने बताया कि उनका पट्टा वन विभाग के नाकेदार ले गया था इसके बाद उन्हें अभी तक पट्टे नहीं मिले। इस समस्या का निदान भी वन विभाग के अधिकारियों ने करने का आश्वासन दिया।
बिहार के लोग मारते है मछली
ग्रामवासियों ने बताया कि डैम में बिहार से आए लोग मछली का शिकार कर रहे हैं। एक विशेष प्रकार का जाल लगाकर छोटी मछली का भी शिकार कर लेते हैं। कलेक्टर लवानिया ने पुलिस, वन विभाग और एरिगेशन को तुरंत इस मामले में कार्रवाई करने के आदेश दिए।
- बिजली की समस्या के लिए स्थाई कनेक्शन देने के आदेश।
- एरिगेशन विभाग को पानी देने के आदेश।
- पीएचई विभाग को खराब नलकूपों को सुधारने और पेयजल उपलब्ध कराने के आदेश दिए।
इटारसी. आपका वेतन कितना है, सर 32 हजार, चूना लगा रही हैं आप, गुणा-भाग नहीं आता है बच्चों को मर्सकोले जी ऐसे में तो आप शिक्षा विभाग में रह नहीं पाएंगे। इस तरह की नाराजगी भरी बातें शुक्रवार को केसला ब्लाक के दौड़ी झुनकर गांव में कलेक्टर अविनाश लवानिया ने शिक्षकों, प्राचार्य और प्रधानपाठकों से कही। शुक्रवार कलेक्टर एक्सप्रेस कार्यक्रम के तहत विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ कलेक्टर अविनाश लवानिया यहां पहुंचे थे। कलेक्टर ने विभिन्न विभागों के अधिकारियों से कर्मचारियों से गांव वालों के बीच चर्चा की। इस दौरान जब स्कूली बच्चों को स्तर जानने बच्चों ने कलेक्टर ने सवाल-जवाब किए तो विद्यार्थी बहुत सामान्य सवाल भी हल नहीं कर पाए। इस पर कलेक्टर अविनाश लवानिया जमकर नाराज हुए।
यह सुनाई खरी-खोटी
बच्चों से जब सामान्य गुणा-भाग के सवाल नहीं बने तब कलेक्टर लवानिया ने कहा सभी शिक्षकों, प्राचार्य, प्रधानपाठकों को कहा कि दो महीने का समय है क्लास लगाएं और बच्चों को पढ़ाए। दो महीने बाद फॉलोअप क्लास लगेगी। यदि फिर भी बच्चे सामान्य सवाल हल नहीं कर पाए तो सारी टीम को बर्खास्त कर दिया जाएगा।
यह सवाल थे जो नहीं बता पाए विद्यार्थी
- सामान्य गुणा-भाग नहीं कर पाए।
- भारत के राष्ट्रपति का नाम पता बच्चों को।
- ग्रहों के नाम नहीं बता पाए।
- सबसे बड़े ग्रह नहीं बता पाए।
- थर्मामीटर के अंदर क्या दिखाई देता है।
ऐसे लगी प्राचार्य और प्रधानपाठकों की क्लास
हाईस्कूल के प्राचार्य प्रभात चौहान से कलेक्टर लवानिया ने पूछा कि आप क्या पढ़ाते है। जो आप पढ़ाते वही सवाल करें। जब कुछ देर प्राचार्य द्वारा सवाल नहीं किया गया तो कलेक्टर लवानिया ने कहा यदि प्रश्न नहीं कर सकते है तो चले जाइए यहां से। इसके बाद प्राचार्य के पूछे सवाल का जवाब विद्यार्थी नहीं दे पाए। तब कलेक्टर ने प्राचार्य चौहान से कहा कि भारत के राष्ट्रपति नहीं पता बच्चों को, काफी अच्छा सामान्य ज्ञान पढ़ाया है आपने।
माध्यमिक स्कूल की प्रधान पाठक रामबाई पटेल को बुलाकर सवाल करने का कहा। बच्चे प्रधानपाठक पटेल के सवालों का जवाब भी नहीं दे पाए। कलेक्टर लवानिया ने प्रधानपाठक से कहा जो पढ़ाया हो वह पूछ लें जिसमें आप स्वयं आश्वस्त हो।
प्राथमिक स्कूल के प्रधानपाठक केएस मर्सकोले को बुलाकर कहा कि ऐसे तो मर्सकोले जी आप शिक्षा विभाग में नहीं पाएंगे। बेहद सामान्य सवाल के जवाब भी बच्चे नहीं दे पा रहे हैं।
दो महीने का वेतन काटने के आदेश
स्कूल शिक्षा का स्तर बेहद खराब देखकर कलेक्टर लवानिया ने प्राचार्य प्रभात चौहान, प्रधानपाठक रामबाई पटेल और प्रधानपाठक केएस मर्सकोले के दो महीने का वेतन काटने के आदेश दिए। इसके साथ सभी शिक्षकों की वेतनवृद्धि रोकने के भी आदेश दिए।
पीछे यह हो रही थी बातें
कलेक्टर लवानिया बच्चों से चर्चा कर रहे थे और बच्चे जवाब नहीं दे रहे थे। इस दौरान कलेक्टर के साथ आए कुछ अधिकारी केसला में पदस्थ शिक्षा विभाग के अधिकारियों से कह रहे थे कि ट्रेंड बच्चों को बैठाना चाहिए था।
यह भी मिली शिकायतें
सर प्राचार्य स्कूल कभी-कभी आते हैं और आते है तो दो-दो घंटे पूजा करते रहते हैं। इसके अलावा ग्रामवासियों ने बताया कि तीन महीने से केरोसीन नहीं मिला है। इस पर अधिकारियों ने बताया कि इस महीने चार महीने का इक_ा केरोसीन दिया जाएगा। यहां रहने वाले अनुसूचित जाति के परिवारों ने बताया कि उनका पट्टा वन विभाग के नाकेदार ले गया था इसके बाद उन्हें अभी तक पट्टे नहीं मिले। इस समस्या का निदान भी वन विभाग के अधिकारियों ने करने का आश्वासन दिया।
बिहार के लोग मारते है मछली
ग्रामवासियों ने बताया कि डैम में बिहार से आए लोग मछली का शिकार कर रहे हैं। एक विशेष प्रकार का जाल लगाकर छोटी मछली का भी शिकार कर लेते हैं। कलेक्टर लवानिया ने पुलिस, वन विभाग और एरिगेशन को तुरंत इस मामले में कार्रवाई करने के आदेश दिए।
- बिजली की समस्या के लिए स्थाई कनेक्शन देने के आदेश।
- एरिगेशन विभाग को पानी देने के आदेश।
- पीएचई विभाग को खराब नलकूपों को सुधारने और पेयजल उपलब्ध कराने के आदेश दिए।