इंदौर, नईदुनिया प्रतिनिधि,DAVV Indore News। देवी अहिल्या विश्वविद्यालय (डीएवीवी) के इंटरनेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ प्रोफेशनल स्टडीज (आइआइपीएस) में विद्यार्थियों ने शिक्षकों पर परेशान करने के आरोप लगाए हैं। विभाग से पासआउट हो चुके एमबीए के विद्यार्थी ने शिक्षकों के साथ बहस की ऑडियो रिकॉर्डिंग वायरल कर दी।
विद्यार्थियों के मुताबिक विभाग से मार्कशीट लेने के लिए उन्हें 'नो ड्यूज" फॉर्म पर हस्ताक्षर करवाना अनिवार्य है। फॉर्म पर बैच के प्रभारी शिक्षकों के हस्ताक्षर लेने का नियम बनाया हुआ है। चंद्रकांत नामक छात्र ने दो शिक्षकों डॉ. रवींद्र यादव और डॉ. गौरव पुरोहित पर जानबूझकर हस्ताक्षर नहीं करने और परेशान करने का आरोप लगाते हुए ऑडियो क्लिप वायरल कर दी है। छात्र के अनुसार वह मार्कशीट और 'नो ड्यूज" के लिए बाहर से इंदौर आ रहा है। शिक्षकों को फोन लगाकर जानकारी मांगी तो डॉ. यादव ने सात दिन की छुट्टी पर होने की बात कही। जबकि अन्य कर्मचारियों ने बताया कि शिक्षक कॉलेज में ही बैठे हैं। वह कॉलेज पहुंचा तो शिक्षक ने वहां मौजूद होते हुए भी हस्ताक्षर करने से इनकार कर दिया। उसने कहा कि 200 किमी दूर से बार-बार आना संभव नहीं है।
इसके बावजूद शिक्षकों ने अपनी मर्जी का हवाला देते हुए न तो 'नो ड्यूज" पर हस्ताक्षर किए और न ही मार्कशीट दी। छात्र को धक्के लगाकर बाहर निकाल दिया। पूरी बहस और घटनाक्रम की वॉइस रिकॉर्डिंग छात्र ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दी। छात्रों के अनुसार पहले संस्थान के निदेशक भी आधे दिन नहीं मिलते थे। अब पुराने निदेशक के रिटायर्ड होने व नए निदेशक के आने की बात कहकर विद्यार्थियों का काम टाला जा रहा है। मामले में आइआइपीएस के नए निदेशक प्रो. बीके त्रिपाठी ने कहा है कि मामले की जानकारी नहीं हैं। मैं पूरे समय संस्थान में बैठ रहा हूं। किसी भी विद्यार्थी को परेशानी है तो वह मुझसे संपर्क कर सकता है।