भैंसदेही (नवदुनिया न्यूज)। ट्राइबल वेलफेयर टीचर एसोसिएशन ने शिक्षकों की दक्षता आकलन परीक्षा निरस्त करने एवं परीक्षा में अनुत्तीर्ण होने पर सेवा से बर्खास्त करने की नीति को समाप्त करने की मांग को लेकर आज मुख्यमंत्री के नाम तहसीलदार भैंसदेही को एक ज्ञापन दिया।
ज्ञापन में उल्लेख किया है कि पूर्व में सरकार द्वारा प्रारंभ की गई 30 प्रतिशत से कम परीक्षा परिणाम आने पर परीक्षा लेकर शिक्षकों को बर्खास्त करने की नीति की भांति इस वर्ष भी लोक शिक्षण संचालनालय द्वारा कक्षा 10 वीं और 12 वीं की कक्षाओं में 30 प्रतिशत से बढ़ाकर 40प्रतिशत से कम परीक्षा परिणाम आने पर संबंधित विषय शिक्षक और केचमेंट शालाओं के शिक्षकों की 27 व 28 दिसंबर 2020 को परीक्षा ली जा रही है। इस परीक्षा में अनुत्तीर्ण होने वाले शिक्षकों पर कार्यवाही के रूप में सीधे सेवा से बर्खास्त किया जाना उचित नहीं है।
गौरतलब है कि परीक्षा परिणाम कम आने के और भी कई कारण होते हैं। मात्र शिक्षक को दोषी ठहराना उचित नहीं है। परीक्षा परिणाम में सुधार के लिए शिक्षकों को प्रशिक्षण देना, दक्षता बढ़ाने परीक्षा लेना कोई बुरी बात नहीं है परंतु परीक्षा में अनुत्तीर्ण होने वाले शिक्षकों पर अनुशासनात्मक कार्यवाही एवं आर्थिक दंड देने के बजाय सीधे सेवा से बर्खास्त किए जाने की नीति समाप्त की जाए। ज्ञापन सौंपने वालों में ट्राइबल वेलफेयर टीचर्स एसोसिएशन के ब्लाक अध्यक्ष श्रीराम भुस्कुटे, अध्यापक संघ के ब्लाक अध्यक्ष विजय कुमार पटैया, पुरानी पेंशन बहाली आंदोलन के ब्लाक अध्यक्ष ओमप्रकाश नावंगे, उपाध्यक्ष गिरीश मालवीय, सचिव नामदेव कुबडे, नत्थू ओडुकले, पंकज महाजन, दशरथ उइके, बृजलाल उइके आदि उपस्थित थे।