होशंगाबाद। नवदुनिया प्रतिनिधि
कोरोनाकाल में स्कूल पूरी तरह बंद रहे। अब धीरे-धीरे स्कूल खुलना शुरू हो गए। स्कूलों में अब शिक्षकों की जरूरत महसूस होगी, क्योंकि शासन स्तर से भर्ती नहीं होने के कारण तथा इस बीच लगातार सेवानिवृत्ति होते रहने से शिक्षकों का बहुत अभाव हो चुका है। कोरोना के कारण स्कूल बंद रहने से सब कुछ चल गया, लेकिन अब नहीं चल पाएगा इसी कारण स्कूल शिक्षा विभाग उन शिक्षकों की तलाश कर रहे हैं जो वर्षों से अपने मूल संस्था से वेतन तो ले रहे हैं,लेकिन सेवाएं कहीं ओर किसी अन्य कार्य में दे रहे हैं। जिससे विभाग का शैक्षणिक कार्य प्रभावित होता रहा है। विभाग ने काम चलाने के लिए अतिथि शिक्षकों को रखकर कार्य चलाया है और शिक्षक या तो शिक्षा विभाग में बाबू गिरी या कलेक्टर कार्यालय,तहसील कार्यालय में वोटर लिस्ट का कार्य करते रहे हैं। जिला शिक्षा अधिकारी को लोक शिक्षण संचालनालय ने आदेश दिए हैं कि अटेचमेंट समाप्त किया जाए।
गैर शैक्षणिक कार्य में लगे हैं कई
तीन वर्ष पूर्व 30 मई 2017 को तथा 21जून 19 को भी अचेटमेंट समाप्त करने के लिए लिखा गया था। अब फिर शिक्षकों के अटेचमेंट को समाप्त करने की बात शुरू हुई है। इस बार भी भारमुक्त कर स्कूलों में भेजने के आदेश हुए हैं। जो शिक्षक गैर शैक्षणिक कार्य में लगे हुए हैं। उन्हें वहां से हटाकर स्कूल भेजने की कवायद शुरू हो गई है।
अभी 7 शिक्षक अटेचमेंट में
तीन बार आदेश निकलने के बाद भी अभी सात शिक्षक अटेचमेंट हैं। जिनमें 2 बाबई, 2 सोहागपुर,1 सिवनी मालवा,1 पिपरिया,1 बनखेड़ी में संलग्न हैं। जिन्हें हटाने की तैयारी की जा रही है। इसके अलावा पूर्व में भी अनेक शिक्षकों की भर्ती तो पढ़ाने के लिए हुई है लेकिन उनसे काम बाबूगिरी का या अधिकारी का लिया जा रहा है। जिन्हें अब दूसरा पद नाम दे दिया है। जैसे जन शिक्षक, एडीपीसी जो कि जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में कार्य कर रहे हैं। यहां पर अनेक शालाओं में कार्य करने वाले शिक्षकों से बाबुओं का कार्य लिया जा रहा है। उनके नाम अब अटेचमेंट में नहीं आता, क्योंकि उनके पद का नाम बदल दिया गया है।
शिक्षकों को गैर शैक्षणिक कार्य से भारमुक्त कराकर उन्हें उनकी शालाओं में भेजा रहा है। अभी जिले में 7 शिक्षकों की जानकारी आ चुकी है,जो अटेच थे। उन्हें अब मूल शाला में भेजने के लिए आदेश दिए गए हैं। इसी प्रकार और अन्य स्थानों पर अटेचमेंट वाले शिक्षकों की जानकारी बुलवाई जा रही है।
एके वर्मा,प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी