देवास ((नईदुनिया प्रतिनिधि)। स्कूलों को 10वीं और 12वीं की कक्षा रविवार को भी लगाने के निर्देश दिए गए है मगर कुछ प्राचार्यों के द्वारा इसे लेकर लापरवाही बरती जा रही है। स्थिति यह है कि बच्चे तो स्कूल आ रहे है लेकिन शिक्षक ही नदारद है। रविवार को कुछ स्कूलों का जिला शिक्षा अधिकारी ने निरीक्षण किया। इस दौरान उमावि डबलचौकी में कुल दस शिक्षक पदस्थ है, जिसमें से मौके पर दो ही मिले। प्राचार्य को डीईओ ने निर्देशित किया है कि अनुपस्थित सभी शिक्षकों को नोटिस देकर जवाब मांगा जाए और शिक्षकों का इस माह का वेतन रोका जाए।
जिले में अब बोर्ड परीक्षा की तैयारी को लेकर शिक्षा विभाग का अमला जुट गया है। बेहतर परीक्षा परिणाम लाने और कोरोना के चलते पढ़ाई में रह गई कमी को पूरा करने के लिए कमान खुद जिला शिक्षा अधिकारी ने संभाली है और वे स्कूलों का निरीक्षण कर वस्तु स्थिति देख रहे है। लापरवाही करने वालों के खिलाफ कार्रवाई के लिए भी अफसरों के द्वारा निर्देशित किया जा रहा है। रविवार को जिला शिक्षा अधिकारी राजीव सूर्यवंशी ने उमावि डबलचौकी, चापड़ा, कन्या हाई स्कूल बागली का निरीक्षण किया। निरीक्षण में डबलचौकी स्कूल में दस में से दो शिक्षक ही उपस्थित मिले। शेष आठ शिक्षकों को नोटिस देने के निर्देश प्राचार्य को दिए गए है। साथ ही शिक्षकों के एक माह का वेतन भी रोका जाएगा। वहीं इससे पहले दोपहर 12 से दो बजे तक ऑनलाइन माध्यम से जिला शिक्षा अधिकारी ने प्राचार्यों से चर्चा की। बच्चों से भी उन्होंने चर्चा की और पढ़ाई के संबंध में पूछा। कुछ स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति कम होने पर शिक्षकों को उन्हें प्रेरित करने और बच्चों की संख्या बढ़ाने के लिए कहा गया है। प्राचार्यों को भी व्यवस्थागत कसावट रखने के निर्देश डीईओ ने दिए है।
रविवार को 10वीं-12वीं की कक्षा स्कूलों में लगे साथ ही सभी शिक्षक स्कूल में उपस्थित रहे इसके लिए प्राचार्यों को पूर्व में निर्देशित किया जा चुका है। अब मौके पर जाकर वस्तु स्थिति देख रहे है। लापरवाही करने वालों के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा। जिन स्कूलों में बच्चों की संख्या कम है वहां शिक्षकों को कहा गया है कि वे पालकों और बच्चों को स्कूल आने के लिए प्रेरित करें।
- राजीव सूर्यवंशी, डीईओ देवास