कक्षा 9वीं और 11वीं का पेपर लीक होने के बाद अब सागर विकासखंड में इसका रिजल्ट भी लीक होने का अंदेशा है। इसकी वजह है रिजल्ट की फीडिंग के लिए प्राचार्यों का कैफे-कैफे घूमना। अपने घर, ऑफिस और विभिन्न कंप्यूटर सेंटर पर कक्षा 9वीं और 11वीं के रिजल्ट की फीडिंग करा रहे प्राचार्यों और शिक्षकों ने बताया कि पूरा रिजल्ट बनकर नोडल सेंटर एक्सीलेंस स्कूल से मिलना था।
बुधवार को सभी को इसीलिए बुलाया भी गया था, लेकिन रिजल्ट खुलने के ऐन पहले हमें विषयवार पर्ण प्रति पर्ण थमा दिए गए। जबकि सीडी के माध्यम से सीसीई, तिमाही और छहमाही के परिणाम एक्सीलेंस स्कूल में जमा किए जा चुके हैं। प्राचार्यों के मुताबिक रिजल्ट शुक्रवार को ही सुबह 9 बजे खोला जाना है, जबकि यह तैयार ही नहीं है। अब हम आनन-फानन में इसे बनवा रहे हैं। उधर नोडल अधिकारी एवं प्रभारी डीईओ दोनों का ही कहना है कि रिजल्ट 1 मई को खुलेगा। कक्षा 9वीं और 11वीं में 10 हजार से अधिक विद्यार्थी शामिल हुए थे।
एक मई को ही आएगा रिजल्ट
एकेडमिक कैलेंडर के मुताबिक 29 अप्रैल को रिजल्ट घोषित होना था, परंतु दो दिन अवकाश होने के कारण अब 1 मई को रिजल्ट घोषित होगा। रिजल्ट की जगह पर्ण प्रति पर्ण देने का जो मामला है, उसके संबंध में अभी मेरे पास काेई शिकायत नहीं आई है। - डॉ. धीरेंद्र मिश्रा, प्रभारी डीईओ
एक्सीलेंस स्कूल के प्राचार्य एवं सागर विकासखंड के नोडल अधिकारी आरके वैद्य ने बताया कि हमें रिजल्ट पूरी तरह से बनाकर नहीं देना था। कई स्कूलों से सीसीई, तिमाही और छै-माही के अंक नहीं आए, इसलिए सीट भरकर उसके टेबुलेशन के लिए सभी स्कूलों को दी गई है। लगभग पूरा काम हमने ही किया है। 86 स्कूलों के करीब 10 से 15 हजार विद्यार्थियों के रिजल्ट में कोई गड़बड़ी न हो इसके लिए यही सही है। मिलान करने के बाद 30 अप्रैल तक मुझे रिजल्ट देकर उसका अनुमोदन स्कूल कराएंगे। इसके बाद एक मई को ही रिजल्ट खोला जाएगा।
इसलिए बनी ऐसी स्थिति
स्कूली शिक्षकों के मुताबिक कक्षा 9वीं और 11वीं की परीक्षा होने के बाद सागर विकासखंड की सभी 86 स्कूलों की उत्तर पुस्तिकाएं नोडल सेंटर एक्सीलेंस स्कूल भेज दी गई थीं। यहां से प्रत्येक स्कूल को अलग-अलग स्कूलों की पांच और 6 सभी विषयों की उत्तर पुस्तिकाएं जांच के लिए दी जाती हैं। इस बार एक-एक विषय की उत्तर पुस्तिकाएं अलग-अलग स्कूलों को दी गईं। जो फीडिंग एकजाई होकर आती थी, वह अलग-अलग आई। इसके चलते पूरा रिजल्ट सही ढंग से फीड नहीं हो सका और आधा-अधूरा ही हर स्कूल को यह कहते हुए थमा दिया गया कि इसे तुरंत सही करें ताकि समय से घोषित किया जा सके।
बुधवार को सभी को इसीलिए बुलाया भी गया था, लेकिन रिजल्ट खुलने के ऐन पहले हमें विषयवार पर्ण प्रति पर्ण थमा दिए गए। जबकि सीडी के माध्यम से सीसीई, तिमाही और छहमाही के परिणाम एक्सीलेंस स्कूल में जमा किए जा चुके हैं। प्राचार्यों के मुताबिक रिजल्ट शुक्रवार को ही सुबह 9 बजे खोला जाना है, जबकि यह तैयार ही नहीं है। अब हम आनन-फानन में इसे बनवा रहे हैं। उधर नोडल अधिकारी एवं प्रभारी डीईओ दोनों का ही कहना है कि रिजल्ट 1 मई को खुलेगा। कक्षा 9वीं और 11वीं में 10 हजार से अधिक विद्यार्थी शामिल हुए थे।
एक मई को ही आएगा रिजल्ट
एकेडमिक कैलेंडर के मुताबिक 29 अप्रैल को रिजल्ट घोषित होना था, परंतु दो दिन अवकाश होने के कारण अब 1 मई को रिजल्ट घोषित होगा। रिजल्ट की जगह पर्ण प्रति पर्ण देने का जो मामला है, उसके संबंध में अभी मेरे पास काेई शिकायत नहीं आई है। - डॉ. धीरेंद्र मिश्रा, प्रभारी डीईओ
एक्सीलेंस स्कूल के प्राचार्य एवं सागर विकासखंड के नोडल अधिकारी आरके वैद्य ने बताया कि हमें रिजल्ट पूरी तरह से बनाकर नहीं देना था। कई स्कूलों से सीसीई, तिमाही और छै-माही के अंक नहीं आए, इसलिए सीट भरकर उसके टेबुलेशन के लिए सभी स्कूलों को दी गई है। लगभग पूरा काम हमने ही किया है। 86 स्कूलों के करीब 10 से 15 हजार विद्यार्थियों के रिजल्ट में कोई गड़बड़ी न हो इसके लिए यही सही है। मिलान करने के बाद 30 अप्रैल तक मुझे रिजल्ट देकर उसका अनुमोदन स्कूल कराएंगे। इसके बाद एक मई को ही रिजल्ट खोला जाएगा।
इसलिए बनी ऐसी स्थिति
स्कूली शिक्षकों के मुताबिक कक्षा 9वीं और 11वीं की परीक्षा होने के बाद सागर विकासखंड की सभी 86 स्कूलों की उत्तर पुस्तिकाएं नोडल सेंटर एक्सीलेंस स्कूल भेज दी गई थीं। यहां से प्रत्येक स्कूल को अलग-अलग स्कूलों की पांच और 6 सभी विषयों की उत्तर पुस्तिकाएं जांच के लिए दी जाती हैं। इस बार एक-एक विषय की उत्तर पुस्तिकाएं अलग-अलग स्कूलों को दी गईं। जो फीडिंग एकजाई होकर आती थी, वह अलग-अलग आई। इसके चलते पूरा रिजल्ट सही ढंग से फीड नहीं हो सका और आधा-अधूरा ही हर स्कूल को यह कहते हुए थमा दिया गया कि इसे तुरंत सही करें ताकि समय से घोषित किया जा सके।