सोहागपुर .
युक्ति-युक्तकरण प्रक्रिया के तहत बुधवार व गुरुवार को अतिशेष सूची में
शामिल प्रायमरी स्कूल शिक्षकों के दावे तथा आपत्ति लेने का कार्य बीआरसी
कार्यालय में किया गया। गुरुवार तक कुल 20 आपत्तियां शिक्षकों द्वारा
प्रस्तुत की गई हैं। इधर दूसरे दिन भी एसजेएल संकुल केंद्र के 26 स्कूलों
के अतिशेष शिक्षकों की सूची पोर्टल पर अपलोड नहीं हुई।
मामले में
संविदा शिक्षक सह अध्यापक संघ जिलाध्यक्ष तरुवर सिंह पटेल सहित संगठन
पदाधिकारी विनीत मालवीय, धनसिंह मेहर आदि का कहना है कि प्रायमरी स्कूल के
अतिशेष शिक्षकों व अध्यापकों की सूची में नियुक्ति दिनांक की गड़बड़ी पाई
गई है। पटेल के अनुसार 1998-99 के दौरान नियुक्ति वाले शिक्षकों की
नियुक्ति वर्ष 2008 के बाद की उल्लेखित की गई है जिसके कारण वरिष्ठता के
आधार पर अतिशेष सूची में शिक्षकों को स्थान दिए जाने के मामले में संदेह
बना हुआ है।
निचले स्तर पर गड़बड़ी की संभावना
एसजेएल
संकुल केंद्र के 26 स्कूलों के अतिशेष शिक्षकों का सूची में शामिल न होना
गड़बड़ी की ओर इशारा करता है। जानकारों का कहना है कि स्कूलों की सूची
पोर्टल पर अपलोड करने के लिए जरूरी होता है कि डाईस कोड सही दर्ज किया जाए,
साथ ही निर्धारित तिथि तक सूची अपलोड की जानी थी। लेकिन बुधवार को चर्चा
में शिक्षकों ने ही बताया कि 18 अप्रैल को शिक्षकों की सूची अपलोड करने के
लिए संकुल स्तर से आवेदन दिया गया था। जबकि लिस्ट अपलोडिंग के बाद इसे लॉक
करने की आखिरी दिनांक ही 15 अप्रैल थी। स्पष्ट है कि स्कूल व संकुल स्तर पर
हुई गड़बड़ी के कारण एसजेएल संकुल के कम से कम 15 संभावित अतिशेष शिक्षक
दावे तथा आपत्ति दर्ज कराने से रह गए हंै।