सरकारी हाईस्कूल और हायर सेकंडरी की कक्षाओं में शिक्षण सत्र 2017-18 में 10वीं व 12वीं क्लास में विज्ञान व गणित विषय में एनसीईआरटी का सिलेबस चलेगा। राष्ट्रीय शिक्षा परिषद नई दिल्ली ने पाठ्यक्रम लागू करने की मंजूरी दे दी है। माध्यमिक शिक्षा मंडल केवल परीक्षाएं ही कराएगा।
राज्य सरकार ने सरकारी स्कूलों में एनसीईआरटी का पाठ्यक्रम लागू कर दिया है। नए सत्र से 9वीं और 10वीं में गणित, विज्ञान, कक्षा 11 वीं व 12 वीं में भौतिक शास्त्र, रसायन शास्त्र, गणित, जीव विज्ञान का पाठ्यक्रम बदल जाएगा। अन्य विषयों का पाठ्यक्रम यथावत रहेगा। जुलाई से नए शिक्षण सत्र की शुरुआत होगी। विषयवार प्रशिक्षण के लिए 300 से अधिक शिक्षकों का चयन किया है। यह बदलाव विद्यार्थियों को प्रतियोगी परीक्षा में अव्वल लाने के लिए किया है। सरकार का ऐसा मानना है कि एमपी बोर्ड के पाठ्यक्रम से पढ़े विद्यार्थी इन परीक्षाओं में पिछड़ रहे हैं।
स्रोत विशेषज्ञों के प्रशिक्षण 1 से भोपाल में
हाईस्कूल और हायर सेकंडरी के शिक्षकों को ट्रेनिंग देने के लिए स्रोत विशेषज्ञ ट्रेनिंग भोपाल में 1 मई से प्रारंभ होगी। जिसमें हाई स्कूल एवं हायर सेकंडरी स्कूल के शिक्षकों में से स्रोत विशेषज्ञ तैयार होंगे। पहला चरण 5 मई तक भोपाल के क्षेत्रीय शिक्षा संस्थान श्यामला हिल्स में चलेगा। इसके बाद विषयवार अन्य स्रोत विशेषज्ञ भी तैयार होंगे जो आगामी चरण में ट्रेनिंग लेंगे। गणित विषय के लिए उत्कृष्ट विद्यालय के शिक्षक सुदर्शन गुप्ता का नाम है वहीं विज्ञान विषय के लिए उत्कृष्ट विद्यालय के ही तारिक अहमद का नाम शामिल है।
15 मई तक जारी होगा परीक्षा परिणाम
इस बार संभवत: 15 मई तक हाईस्कूल और हायर सेकंडरी का परीक्षा परिणाम घोषित किया जाएगा। हालांकि अब तक कॉपियों का मूल्यांकन पूरा नहीं हुआ है। लेकिन जिले में मूल्यांकन के लिए जितनी कॉपियां आई हैं, उनमें 90 फीसदी काम लगभग पूरा हो गया है।
इन क्लास का पाठ्यक्रम बदलेगा
कक्षा 9वीं और 10वीं में विषय-गणित और विज्ञान।
कक्षा 11वीं और 12वीं में भौतिक शास्त्र, रसायन शास्त्र, गणित, जीव विज्ञान
शिक्षकों को मिलेगा प्रशिक्षण
एनसीईआरटी पाठ्यक्रम का प्रशिक्षण देने संचालनालय ने इंदौर, भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर सहित अन्य एक सेंटर बनाया है। यहां प्रशिक्षण के लिए जिले के शिक्षकों का चयन किया है। 12 मई से प्रशिक्षण शुरू हो जाएगा। 3 जुलाई को प्रशिक्षण का अंतिम दिन है। प्रत्येक शिक्षक को नए पाठ्यक्रम पढ़ाने की प्रक्रिया बताएंगे। ऐसे में शिक्षकों की गर्मी की छुट्टियां कम हो जाएगी। प्रत्येक शिक्षक का पांच-पांच दिन का प्रशिक्षण रहेगा। परमजीत सिंह गिल, जिला शिक्षा अधिकारी, शिवपुरी
राज्य सरकार ने सरकारी स्कूलों में एनसीईआरटी का पाठ्यक्रम लागू कर दिया है। नए सत्र से 9वीं और 10वीं में गणित, विज्ञान, कक्षा 11 वीं व 12 वीं में भौतिक शास्त्र, रसायन शास्त्र, गणित, जीव विज्ञान का पाठ्यक्रम बदल जाएगा। अन्य विषयों का पाठ्यक्रम यथावत रहेगा। जुलाई से नए शिक्षण सत्र की शुरुआत होगी। विषयवार प्रशिक्षण के लिए 300 से अधिक शिक्षकों का चयन किया है। यह बदलाव विद्यार्थियों को प्रतियोगी परीक्षा में अव्वल लाने के लिए किया है। सरकार का ऐसा मानना है कि एमपी बोर्ड के पाठ्यक्रम से पढ़े विद्यार्थी इन परीक्षाओं में पिछड़ रहे हैं।
स्रोत विशेषज्ञों के प्रशिक्षण 1 से भोपाल में
हाईस्कूल और हायर सेकंडरी के शिक्षकों को ट्रेनिंग देने के लिए स्रोत विशेषज्ञ ट्रेनिंग भोपाल में 1 मई से प्रारंभ होगी। जिसमें हाई स्कूल एवं हायर सेकंडरी स्कूल के शिक्षकों में से स्रोत विशेषज्ञ तैयार होंगे। पहला चरण 5 मई तक भोपाल के क्षेत्रीय शिक्षा संस्थान श्यामला हिल्स में चलेगा। इसके बाद विषयवार अन्य स्रोत विशेषज्ञ भी तैयार होंगे जो आगामी चरण में ट्रेनिंग लेंगे। गणित विषय के लिए उत्कृष्ट विद्यालय के शिक्षक सुदर्शन गुप्ता का नाम है वहीं विज्ञान विषय के लिए उत्कृष्ट विद्यालय के ही तारिक अहमद का नाम शामिल है।
15 मई तक जारी होगा परीक्षा परिणाम
इस बार संभवत: 15 मई तक हाईस्कूल और हायर सेकंडरी का परीक्षा परिणाम घोषित किया जाएगा। हालांकि अब तक कॉपियों का मूल्यांकन पूरा नहीं हुआ है। लेकिन जिले में मूल्यांकन के लिए जितनी कॉपियां आई हैं, उनमें 90 फीसदी काम लगभग पूरा हो गया है।
इन क्लास का पाठ्यक्रम बदलेगा
कक्षा 9वीं और 10वीं में विषय-गणित और विज्ञान।
कक्षा 11वीं और 12वीं में भौतिक शास्त्र, रसायन शास्त्र, गणित, जीव विज्ञान
शिक्षकों को मिलेगा प्रशिक्षण
एनसीईआरटी पाठ्यक्रम का प्रशिक्षण देने संचालनालय ने इंदौर, भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर सहित अन्य एक सेंटर बनाया है। यहां प्रशिक्षण के लिए जिले के शिक्षकों का चयन किया है। 12 मई से प्रशिक्षण शुरू हो जाएगा। 3 जुलाई को प्रशिक्षण का अंतिम दिन है। प्रत्येक शिक्षक को नए पाठ्यक्रम पढ़ाने की प्रक्रिया बताएंगे। ऐसे में शिक्षकों की गर्मी की छुट्टियां कम हो जाएगी। प्रत्येक शिक्षक का पांच-पांच दिन का प्रशिक्षण रहेगा। परमजीत सिंह गिल, जिला शिक्षा अधिकारी, शिवपुरी