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पीएस के आदेश के बाद भी कार्यालय नहीं छोड़ रहे शिक्षक

गुरुजी हो या फिर प्रयोगशाला तकनीशियन, उनको कॉलेज रास नहीं आता है। ऐसे गुरुजी और तकनीशियन लंबे समय से एडी ऑफिस में अटैच होकर काम कर रहे हैं। इनमें कमलेश कुमार श्रीवास्तव (सहायक प्राध्यापक रसायन, वीआरजी कॉलेज), आनंद कुमार सिंह (सहायक प्राध्यापक, केआरजी कॉलेज), ब्रजकिशोर गंगेले
(प्रयोगशाला तकनीशियन), हरीश पहाड़े (प्रयोगशाला तकनीशियन), हेमंत शर्मा (एनिमल कीपर, वीआरजी कॉलेज), आरके कटारे (लेखापाल), दीप्ति मिश्रा (सहायक ग्रेड-3), मुन्नीदेवी (खल्लासी) शामिल हैं। इनके अलावा हर कॉलेज के प्राचार्य अपने ऑफिस काम जैसे सीएम हेल्पलाइन सहित अन्य काम में गुरुजियों और स्टाफ को अनऑफिशियल लगाकर काम कराते रहते हैं। इससे शिक्षा प्रभावित हो रही है।

अटैचमेंट खत्म करें

 उच्च शिक्षा विभाग के पीएस का आदेश स्वागत योग्य है, लेकिन प्रदेश भर में टीचरों की कमी है। इस वजह से टीचरों को शिक्षा का कार्य न कराते हुए दूसरे कामों में भी लगा दिया जाता है। यह पूरी तरह गलत है और अटैचमेंट खत्म होना ही चाहिए। देखने में आता है कि आदेश निकलने के बाद भी टीचरों से कॉलेज, एडी ऑफिस, सतपुड़ा भवन एवं अन्य ऑफिस में लगाकर काम कराया जाता है।  डॉ. डी कुमार, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष ऑल इंडिया फेडरेशन ऑफ यूनिवर्सिटी एंड कॉलेज टीचर ऑर्गनाइजेशन

ग्वालियर डीबी स्टार

मोतीमहल स्थित उच्च शिक्षा विभाग के अतिरिक्त संचालक के ऑफिस में 80 प्रतिशत स्टाफ कॉलेजों का लगा हुआ है। यहां पर शिक्षकों के अलावा क्लर्क भी काम कर रहे हैं। जिन कॉलेजों से उन्हें अटैच किया गया है, वहां शैक्षणिक कार्य में काफी दिक्कतें आ रही हैं। तब भी स्टाफ कॉलेज में जाने को राजी नहीं है, क्योंकि यहां काम करते रहने पर तबादले की संभावनाएं भी निल हैं।

ये लोग लंबे समय से अतिरिक्त संचालक ऑफिस में रहकर काम कर रहे हैं। एक शिकायत के आधार पर डीबी स्टार टीम ने मामले की पड़ताल की, तो खुलासा हुआ कि विभाग के स्थानीय अफसरों ने प्रमुख सचिव के आदेश को भी ठंडे बस्ते में डाल दिया है। एक सप्ताह पहले आए आदेश में साफ लिखा है कि तत्काल ऑफिस में अटैच स्टाफ अपने-अपने कॉलेज में पहुंचे। पीएस के कड़े आदेश हैं कि स्टाफ के नहीं जाने पर संबंधित ऑफिस के मुखिया पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। तब भी कोई कॉलेज की तरफ मुंह मोड़ने को तैयार नहीं है।

आदेश का पालन होगा

 पीएस का आदेश आया है। उस पर हमने ग्वालियर-चंबल संभाग के कॉलेजों सहित अन्य जगह लगे स्टाफ को फिर से कॉलेज कार्य पर पहुंचाने की प्रक्रिया शुरु कर दी है।  डॉ. सरोज मोदी, अतिरिक्त संचालक उच्च शिक्षा विभाग 

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