संविदा से अध्यापक बनने के फेर में भटक रहे संविदा शिक्षकों ने अपनी गुहार
खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया से लगाई। सैंकड़ों की संख्या में उपस्थित
संविदा शिक्षकों ने अपनी मांगों को लेकर एक ज्ञापन खेल मंत्री को विश्राम
गृह पर सौंपा।
जिसमें नियत समय में संविदा से अध्यापक न बनाये जाने की अनियमित्ताओं को लेकर मंत्री ने अधिकारियों को संविलियन के निर्देश दिये।
ज्ञापन सौंपने के पश्चात जिला पंचायत सीईओ नीतू माथुर से मुलाकात इन संविदा शिक्षकों ने की जिस पर त्वरित कार्रवाई करते हुये शनिवार तक आदेश जारी करने का आश्वासन सीईओ को दिया। जब जिला शिक्षाधिकारी परमजीत सिंह गिल से इस संबंध में पूछा गया तो उन्होने बताया कि जो जानकारी मुझसे चाही गई थी वह मैने जिला पंचायत को उपलब्ध करा दी है।
संविदा शिक्षकों ने बताया कि शासन के निर्देशानुसार तीन साल की संविदा अवधि पूर्ण करने पर इन्हे शीघ्र अतिशीघ्र अध्यापक संवर्ग में संविलियन करने के आदेश है। लेकिन पूर्व मे अफसर की तानाशाही के कारण ये संविदा शिक्षक, अध्यापक बनने के फेर में पिछले तीन माह से कार्यालयों के चक्कर लगाते हुये अल्प वेतन में काम कर रहे हैं। जबकि पूरे मध्यप्रदेश में यह प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। इनमें वे संविदा शिक्षक भी शामिल है जो गुरूजी से संविदा शिक्षक बने हैं।
जिसमें नियत समय में संविदा से अध्यापक न बनाये जाने की अनियमित्ताओं को लेकर मंत्री ने अधिकारियों को संविलियन के निर्देश दिये।
ज्ञापन सौंपने के पश्चात जिला पंचायत सीईओ नीतू माथुर से मुलाकात इन संविदा शिक्षकों ने की जिस पर त्वरित कार्रवाई करते हुये शनिवार तक आदेश जारी करने का आश्वासन सीईओ को दिया। जब जिला शिक्षाधिकारी परमजीत सिंह गिल से इस संबंध में पूछा गया तो उन्होने बताया कि जो जानकारी मुझसे चाही गई थी वह मैने जिला पंचायत को उपलब्ध करा दी है।
संविदा शिक्षकों ने बताया कि शासन के निर्देशानुसार तीन साल की संविदा अवधि पूर्ण करने पर इन्हे शीघ्र अतिशीघ्र अध्यापक संवर्ग में संविलियन करने के आदेश है। लेकिन पूर्व मे अफसर की तानाशाही के कारण ये संविदा शिक्षक, अध्यापक बनने के फेर में पिछले तीन माह से कार्यालयों के चक्कर लगाते हुये अल्प वेतन में काम कर रहे हैं। जबकि पूरे मध्यप्रदेश में यह प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। इनमें वे संविदा शिक्षक भी शामिल है जो गुरूजी से संविदा शिक्षक बने हैं।