इन दिनों बच्चों का स्कूल घर से ही संचालित हो रहा है। वहीं कुछ बच्चे पालकों की सहमति से स्कूल जा रहे हैं। कोरोना काल के इस दौर में पढ़ाई के साथ बच्चों का कौशल विकास हो, इसलिए शिक्षा विभाग स्कूलों में ओजस यूथ क्लब का गठन करेगा। हालांकि हाईस्कूल व हायर सेकंडरी की कक्षाओं में इस क्लब का गठन पूर्व से है, लेकिन
स्कूलों का स्वरूप बदलने से अब एकीकृत स्कूलों में भी इसका गठन होगा। इसमें प्राइमरी और मिडिल स्कूलों के छात्र भी शामिल हो सकेंगे। इसके अलावा प्राइमरी और मिडिल स्कूलों में भी इस ग्रुप का अलग से गठन किया जाएगा। खिरकिया ब्लॉक में 190 प्राइमरी, 97 मिडिल व कक्षा 9वीं से 12वीं तक के 27 स्कूलों में ओजस यूथ क्लब गठित किए जाएंगे। शासन स्तर पर आदेश जारी होने के साथ ही शिक्षा विभाग ने तैयारियां शुरू कर दी है।खंड स्रोत समन्वयक जीआर चौरसिया ने बताया कि ओजस यूथ क्लब गठित करने का उद्देश्य जूनियर बच्चों को पढ़ाई के साथ अन्य विधाओं में भी पारंगत किया जाना है। इसके लिए होने वाली गतिविधियों के लिए शासन ने 5 हजार रुपये प्रति एलिमेंट्री स्कूल और 25 हजार रुपये प्रति सेकंडरी स्कूलों को आवंटित किया है। शिक्षक और प्रधानाध्यापक मिलकर विद्यार्थियों से चर्चा करेंगे। किसी एक शिक्षक को ओजस यूथ क्लब का प्रभारी बनाया जाएगा। यदि किसी स्कूल में छात्रों की संख्या 100 से अधिक है तो एक से अधिक ओजस क्लब बनाएंगे। ऐसी स्थिति में ओजस क्लब (आयु समूह व रुचि के अनुसार) के लिए एक शिक्षक प्रभारी होंगे।
व्यक्तित्व विकास के लिए गठित कर रहे क्लब
छात्रों में पढ़ाई के साथ पाठ्य सामग्री गतिविधियों और व्यक्तित्व विकास, आर्ट एंड क्रॉफ्ट, वाद-विवाद, संगीत, खेलकूद, साहित्यिक, सांस्कृतिक, प्रतियोगात्मक व योग आदि का आयोजन किया जाएगा। ताकि विद्यार्थियों को उनकी रुचि के क्षेत्र में अपने कौशल को विकसित करने का अवसर मिले। 6 वीं से 10वीं के विद्यार्थियों के लिए शाला समय में व 11 से 18 वर्ष के विद्यार्थियों को स्कूल समय से पहले और बाद में सार्थक और उत्पादक गतिविधियां आयोजित की जाएंगी।
ब्लॉक के 190 प्राइमरी, 97 मिडिल व कक्षा 9वीं से 12वीं तक के 27 स्कूलों में ओजस यूथ क्लब करने के आदेश मिले हैं। इसकी तैयारियां शुरू हो गई है। इंटरनेट मीडिया के माध्यम से शिक्षकों तक इसकी सूचना पहुंचा दी गई है।
-अजपसिंह राजपूत, बीईओ, खिरकिया