धार। ‘शिवराज सरकार ने तनख्वाह नहीं बढ़ाई, मेरी मर्जी से पायजन खाया है।’ यहां एक शिक्षक ने सुसाइड नोट में यह इबारत लिखकर मौत को गले लगा लिया। मामला धार जिले के ब् ा द न् ा ा व र विकासखंड के भैंसोला संकुल के अंतर्गत ग्राम तीखी के प्राथमिक विद्यालय का है। यहां सहायक अध्यापक के पद पर कार्यरत शिक्षक चन्दूलाल औसारी (45) निवासी ग्राम गुन्दीखेड़ा जाट ने स्कूल में ही जहर खा लिया। मृतक के पुत्र अमृतलाल ने बताया कि उसके पिता सुबह स्कूल गए थे।
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प्रदेश के 44 हजार हड़ताली शिक्षकों को सरकार ने जारी किया नोटिस
भोपाल | प्रदेश के 44 हजार हड़ताली शिक्षकों को सरकार ने जारी किया नोटिस, तीन दिनों में मांगा जबाव मध्य प्रदेश के 44 हजार हड़ताली शिक्षकों को सरकार ने नोटिस जारी कर दिया है। जिसमें सरकार ने तीन दिनों में शिक्षक संघ से जबाव मांगा है। छठें वेतनमान की मांग कर शिक्षकों का आंदोलन जारी है।
शिक्षकों का महत्व प्रतिष्टित करने में सरकार कसर नहीं छोड़ेगी – राज्यमंत्री जोशी
शिक्षक संघ के संभागीय सम्मेलन का समापन ग्वालियर। शिक्षकों का सम्मान बढ़ाने के लिये प्रदेश सरकार ने शिद्दत के साथ कारगर कदम उठाये हैं । साथ ही शिक्षकों को सम्मानजनक वेतन एवं मानदेय भी सरकार ने दिया है। यह बात केन्द्रीय इस्पात एवं खनन मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने मध्यप्रदेश शिक्षक संघ द्वारा आयोजित संभागीय शिक्षक सम्मेलन के समापन सत्र में कही ।
सहायक शिक्षकों की पीड़ा भी समझे सरकार
भोपाल। शिक्षक संघ मध्य प्रदेश के प्रान्ताध्यक्ष सतानंद मिश्र ने कहा है कि स्कूल शिक्षा विभाग में अध्यापकों एवं सहायक शिक्षकों का सर्वाधिक शोषण हो रहा है, अध्यापकों की समस्याओं के लिए निर्णायक आन्दोलन हो चुका है, परिणाम अध्यापकों के पक्ष में ही होगा, किन्तु सहायक शिक्षक का पद डाइंग कैडर घोषित किया जा चुका है। लगभग 20 वर्षों से नियुक्ति बंद है, फिर भी प्रदेश भर में लगभग 50 हजार सहायक शिक्षक एवं सहायक शिक्षक विज्ञान 25 से 30 वर्षों तक एक ही पद पर पडे़ हुए हैं।
अतिथि शिक्षकों को विभाग का दो टूक जवाब , नेतागिरी करें तो सबको हटा दो!
जबलपुर : शासकीय कर्मचारी संगठनों की राह पर चल रहे अतिथि शिक्षकों को सबक सिखाने के लिए विभाग ने कमर कस ली है। नेतागिरी करने वाले अतिथि शिक्षकों को हटाने के लिए विभाग तैयारी कर रहा है, विभाग का कहना है कि शासकीय संगठनों की भांति अगर अतिथि शिक्षक विरोध प्रदर्शन करेंगे तो उन्हें हटा दिया जाएगा।
शिक्षकों की हड़ताल को अवैध घोषित, HC ने भी दिए काम पर लौटने के आदेश
भोपाल, मध्यप्रदेश में अध्यापकों की हड़ताल को राज्य सरकार ने अवैध घोषित कर दिया है. शिक्षा मंत्री ने सर्कुलर जारी कर अध्यापकों को तुरंत काम पर लौटने के आदेश दिए है.
स्कूली शिक्षा मंत्री पारस जैन ने बेहद सख्त लहजे में अध्यापकों को हड़ताल खत्म करने के लिए कहा है. शिक्षा मंत्री ने कहा है कि काम पर नहीं लौटने वाले अध्यापकों के खिलाफ बर्खास्तगी की कार्रवाई की जाएगी.
स्कूली शिक्षा मंत्री पारस जैन ने बेहद सख्त लहजे में अध्यापकों को हड़ताल खत्म करने के लिए कहा है. शिक्षा मंत्री ने कहा है कि काम पर नहीं लौटने वाले अध्यापकों के खिलाफ बर्खास्तगी की कार्रवाई की जाएगी.
शिक्षकों की हड़ताल अवैधानिक : हाईकोर्ट, शिवराज ने ट्विटर पर की अपील
नियमितीकरण, वेतन निर्धारण और संविलियन की मांगों पर अध्यापक अडिग हैं। उन्होंने 25 सितंबर को राजधानी में रैली निकालने का तय किया है। जबकि जबलपुर हाईकोर्ट ने अध्यापकों की हड़ताल को अवैधानिक करार देते हुए उन्हें काम पर लौटने का आदेश दिया है। इस आदेश के आने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी ट्विटर पर पोस्ट कर अध्यापकों से अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करने की अपील की।
हड़ताली शिक्षकों को हाईकोर्ट का निर्देश
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| उधर स्कूल शिक्षा मंत्री पारस जैन ने हाईकोर्ट के निर्देश का स्वागत किया है। उनके मुताबिक उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट के आदेश का पालन ही करने पर हड़ताली शिक्षकों के खिलाफ सरकार सख्त कार्रवाई करने को तैयार है। |
लक्ष्मीकांत शर्मा व संजीव सक्सेना को संविदा शिक्षक वर्ग 2 भर्ती मामले में जमानत
भोपाल। व्यापमं घोटाले में फंसे पूर्व मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा और
कांग्रेस नेता संजीव सक्सेना को अदालत ने संविदा शिक्षक वर्ग 2 की भर्ती
परीक्षा 2013 के एक मामले में आज जमानत दे दी। इसके बाद भी अभी वे जेल में
ही रहेंगे क्योंकि उनके खिलाफ कई और मामले हैं जिनके कारण उन्हें फिलहाल
जेल में ही रहना होगा।
शिक्षक बोले-भले कार्रवाई हो, पीछे नहीं हटेंगे
ग्वालियर।
स्कूली शिक्षकों ने समान कार्य-समान वेतन, शिक्षा विभाग में संविलियन
मांगों को लेकर शासन के खिलाफ आंदोलन तेज कर दिया है। ग्वालियर जिले में
स्थित ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों के अध्यापक और संविदा शिक्षकों के
सामूहिक अवकाश पर चले जाने के कारण पढ़ाई व्यवस्था ठप हो गई। ये शिक्षक अब
शनिवार से शहरी क्षेत्र के स्कूलों को बंद कराने का एलान कर दिया है।
अनशन पर बैठे 600 शिक्षक गिरफ्तार
भोपाल: स्कूल शिक्षा विभाग में संविलियन की मांग को लेकर शाहजहांनी पार्क
में अनशन पर बैठे करीब चार हजार अध्यापकों पर गुरुवार दोपहर को पुलिस ने
कार्रवाई की। पुलिस प्रशासन ने पहले अध्यापकों को 15 मिनट में पार्क खाली
करने की चेतावनी दी, जब शिक्षक नहीं मानें तो पुलिस ने बल का प्रयोग करते
हुए उन्हें खदेडऩा शुरू किया।
शाहजहानी पार्क पर भगदड़ की स्थिति बन गई।
आंदोलनों से बिगड़ी व्यवस्थाएं: शिक्षकों ने कराए स्कूल बंद
मुरैना। विभिन्न संगठनों की आंदोलनों की वजह से गुरुवार को शहर व जिले की व्यवस्थाएं बिगड़ीं, जिससे लोग परेशान हुए। साथ ही सरकारी काम भी प्रभावित हुआ। संविदा शिक्षकों ने स्कूल बंद कराए और दलितों ने आरक्षण की मांग को लेकर शहर में रैली निकाली। शिक्षकों के हड़ताल पर रहने से स्कूल बंद रहे और पढ़ाई नहीं हुई और दलितों की रैली से शहर का ट्रैफिक जाम हो गया, जिससे लोग निकल नहीं पाए।
शिक्षकों ने डीईओ ऑफिस समेत सरकारी दफ्तरों में की तालाबंदी
संविलियन की मांग लेकर संयुक्त रूप से प्रदर्शन कर रहे हैं शिक्षक
भास्कर संवाददाता | भिंड शिक्षा विभाग में संविलियन करने की मांग को लेकर शिक्षकों ने बुधवार को डीईओ ऑफिस समेत विभाग के अन्य सरकारी दफ्तरों में तालाबंदी की। इसके अलावा राज्य सरकार के खिलाफ नारे लगाए। वे गुरुवार को अपनी मांगों के लिए भोपाल में चल रहे आंदोलन में शामिल होने जिले से रवाना होंगे।
भास्कर संवाददाता | भिंड शिक्षा विभाग में संविलियन करने की मांग को लेकर शिक्षकों ने बुधवार को डीईओ ऑफिस समेत विभाग के अन्य सरकारी दफ्तरों में तालाबंदी की। इसके अलावा राज्य सरकार के खिलाफ नारे लगाए। वे गुरुवार को अपनी मांगों के लिए भोपाल में चल रहे आंदोलन में शामिल होने जिले से रवाना होंगे।
15 मिनट का अल्टीमेटम देकर 10 मिनट में खदेड़ा शिक्षकों को
भोपाल मल्हार मीडिया 13 सितंबर से भोपाल स्थित यादगार— ए—शाहजहांनी पार्क अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे शिक्षकों को आज प्रशासन द्वारा मैदान दस मिनट में खाली 15 मिनट का अल्टीमेटम देकर 10 मिनट में ही खदेड़ दिया गया। ज्ञातव्य है कि स्कूल शिक्षा मंत्री पहले ही आंदोलनकारियों की मांग को ठुकरा चुके हैं। आजाद अध्यापक संघ के बेनर तले आंदोलन कर रहे अध्यापकों को लगभग 1 बजे के बाद सरकार के इशारे पर मैदान से खदेड़ दिया गया।
उपस्थिति दर्ज कराने शिक्षकों को मिले मोबाइल भत्ता
जबलपुर। मध्य प्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ ने जारी विज्ञप्ति में बताया कि स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा एम शिक्षा मित्र योजना 3 से 17 सितम्बर तक प्रायोजित रूप से लागू की गई थी। प्रारंभिक परिणाम में अधिकारी यह नहीं बता पा रहे हैं किस शिक्षक की उपस्ाििति दर्ज हुई अथवा नहीं। इस ऐप को लेकर उन क्षेत्रों मं ज्यादा परेशानी थी जहां नेट कनेक्टिविटी नहीं है।
शिक्षकों के खट्टे-मीठे, आतंकी अनुभव!
लगभग एक दशक बाद जब मैं अपने शहर कानपुर की सड़कों से गुजर रहा था तो वहां के सबसे बड़े मॉल की चर्चा सुनने को मिली। पता चला कि वह क्राइस्ट चर्च कालेज के ठीक सामने बना था जहां कभी हम पढ़ते थे।
मप्र में तालाबंदी : अतिथि शिक्षकों ने संभाली स्कूलों की शिक्षा व्यवस्था
भोपाल। मध्यप्रदेश में कार्यरत आध्यापक आन्दोलन पर चले गए हैं और स्कूल में तालाबंदी कर रहे। ऐसी परिस्थिति में प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था अतिथि शिक्षकों के हाथ आ गई हैं जो इस हड़ताल में सम्मलित नही हैं। मध्यप्रदेश अतिथि संघ के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष जगदीश शास्त्री ने बताया की स्कूल में प्राचार्यो का काम भी अतिथि ही देख रहे हैं।
अनुपस्थित अध्यापकों एवं संविदा शाला शिक्षकों के विरुद्ध होगी अनुशासनात्मक कार्रवाई
भोपाल। आयुक्त, लोक शिक्षण
ने जिला कलेक्टर्स को निर्देश दिये हैं कि शासकीय शाला में अनाधिकृत रूप से
अनुपस्थित रहने वाले अध्यापकों एवं संविदा शाला शिक्षकों के विरुद्ध सख्त
अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाये। जो अध्यापक एवं संविदा शाला शिक्षक
अनुपस्थित रहेंगे, उन्हें उस अवधि का वेतन नहीं दिया जायेगा।
आठ शिक्षकों को नोटिस जारी, निरीक्षण के दौरान शाला से थे अनुपस्थित
बालाघाट. जिले के अलग-अलग क्षेत्रों में अधिकारियों द्वारा शालाओं का आकस्मिक निरीक्षण किया गया। जिसमें 8 शिक्षक अनुपस्थित पाए गए। इन अनुपस्थित शिक्षकों को कारण बताओ नोटिस जारी कर तीन दिन के भीतर जवाब मांगा गया है। कलेक्टर व्हीकिरण गोपाल के निर्देश पर जिला शिक्षा अधिकारी एसपी लाल ने यह नोटिस जारी किया है।
354 शिक्षकों को रजामंदी से पसंद के जिलों में पोस्टिंग
प्रदेश टुडे संवाददाता, ग्वालियर : सरकारी स्कूलों में सेवारत जो सहायक अध्यापक लंबे समय से पसंद के दूसरे जिले में जाना चाह रहे थे,उनकी यह इच्छा स्कूल शिक्षा विभाग ने पूरी कर दी है। प्रदेशभर के ऐसे 354 सहायक अध्यापकों का अंतरजिला पारस्परिक संविलियन करने के आदेश निकाल दिए हैं। इनकी सूची विभागीय वेबसाइट पर डाल दी गई है। जिन शिक्षकों ने आवेदन किया था,उनकी एक दूसरे की सहमति से पसंद के जिलों के स्कूलों में पोस्टिंग की गई है। निर्देश दिए हैं कि संबंधित शिक्षक 15 दिन के भीतर नई पदस्थापना वाले स्कूल में ज्वाइनिंग देना सुनिश्चत करें।
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