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जबलपुर: शिक्षकों की होगी ऑनलाइन निगरानी

जबलपुर: मध्यप्रदेश के सरकारी स्कूलों में अध्यापन कार्य के वक्त सोशल साइट्स पर चैटिंग करने वाले शिक्षकों की अब खैर नहीं. प्रदेश का लोक शिक्षण संचालनालय ऐसे शिक्षकों पर नकेल कसने की तैयारियां कर रहा है. दरसअल, मॉनिटरिंग के लिए विभाग एक सॉफ्टवेयर तैयार कर रहा है, जो सोशल साइट्स पर समय बिताने वाले शिक्षकों की जांच करेगा. जांच में जो शिक्षक ऑनलाइन पाए जाएंगे, उन पर वेतन वृद्धि रोकने के अलावा कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

शाम तक जारी रहा शिक्षकों का प्रदर्शन, डीपीआई का करेंगे घेराव

भोपाल। राजधानी भोपाल में आज मंगलवार की शाम तक भी शिक्षकों का प्रदर्शन जारी रहा। लेकिन फिर भी स्कूल शिक्षा विभाग के द्वारा कोई भी नेता या अधिकारी शिक्षकों के पास नहीं है। प्रदेश भर से आये ये हजारों शिक्षक छठवें वेतनमान की बकाया किस्त एकमुश्त समेत 12 सूत्रीय मांग की सरकार द्वारा नहीं की जा रही है सुनवाई को लेकर अब सभी लोक शिक्षण संचालनालय और मंत्रालय का घेराव करने की तैयारी की है।

ई-हाजिरी के लिये शिक्षकों को लगेगा फटका

उज्जैन। राज्य अध्यापक संघ के प्रांताध्यक्ष व भाजपा के सुसनेर से विधायक मुरलीधर पाटीदार की मौजूदगी में अध्यापकों-संविदा शिक्षकों की संभागीय बैठक के बाद इस आदेश की अनिवार्यता का विरोध करते हुए कहा है कि सरकार कलेक्टर से लेकर चपरासी स्तर तक के कर्मचारियों के लिये इस तरह की अनिवार्यता करेंं तभी शिक्षकों- अध्यापकों पर इस तरह का आदेश थोपा जाये। शिक्षक- अध्यापक इस आदेश का जमकर विरोध करेंगे।
25 सितंबर को सरकार ने शिक्षकों- अध्यापकों की ई-उपस्थिति अनिवार्य करते हुए साफ्टवेअर विकसित किया है कि संबंधित शिक्षक अध्यापकों को एंड्रायड फोन के जरिये ऑनलाईन ही स्कूल से उपस्थिति दर्ज कराना पड़ेगी। शिक्षकों ने भारी विरोध के साथ सरकार के विरूद्ध हुंकार भर दी है।

दो सूत्रीय मांगों को लेकर 5 हजार टीचर्स का जमावड़ा

भोपाल दो सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदेश भर के हजारों अध्यापक आज राजधानी पहुंच रहे हैं। सुबह से ही इनके पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है। दोपहर तक लगभग 5 हजार शिक्षक पहुंच चुके हैं। यह दोपहर बाद शाहजहांनी पार्क रैली निकालेंगे। आंदोलनकारियों ने 25 हजार शिक्षकों के इकट्ठे होने का दावा किया है। करीब डेढ़ साल से ठंडा पड़ा अध्यापकों का आंदोलन एक बार फिर शुरू हो गया है।

जरूरत होने पर तत्परता से करें अतिथि शिक्षकों की भर्ती

कलेक्टर ने बैठक में शिक्षा विभाग के अधिकारियों को दिए निर्देश
ग्वालियर। शिक्षा विभाग के अधिकारियों की बैठक में कलेक्टर डॉ. संजय गोयल ने निर्देश दिए कि अगर किसी भी स्कूल में शिक्षकों की कमी है। इस कारण यदि बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है तो तत्काल अतिथि शिक्षकों की भर्ती कर स्कूल में इस कमी को पूरा करें। इसके लिए किसी भी तरह की विशेष अनुमति लेने की आवश्यकता नहीं है।

फरवरी में मिला बजट, लेकिन अनुदानित शिक्षकों को नहीं मिला छटवां वेतनमान

स्कूल शिक्षा विभाग सभी जिलों को जारी कर चुके हैं बजट, नहीं मिला लाभ 
भास्कर संवाददाता | मुरैना  सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी अनुदान प्राप्त स्कूलों के 731 शिक्षकों को छटवां वेतनमान नहीं मिला है। यह स्थिति तब है जब स्कूल शिक्षा विभाग 28 फरबरी को इसके लिए सभी जिलों को बजट भी जारी कर चुका है। छटवां वेतनमान नहीं मिलने से अनुदानित शिक्षकों की वित्तीय स्थिति कमजोर है। 

आखिर शिक्षक प्रदीप जैन निलंबित

दमोह। नोहटा संकुल के अंतर्गत आने वाले हिनौती खेतसिंह प्राथमिक स्कूल में पदस्थ सहायक अध्यापक प्रदीप जैन को आखिरकार जिला पंचायत सीईओ ने निलंबित करने का आदेश जारी कर दिया है। यह कार्रवाई डीपीसी द्वारा दिए गए जांच प्रतिवेदन के आधार पर की गई है, जिसमें उसे कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर शासन की योजनाओं का लाभ लेने का दोषी माना गया है। गौरतलब हो कि शिक्षक प्रदीप जैन पर आरोप है कि उन्होंने फर्जी बीएड की अंकूसची की जानकारी ई-सेवा पुस्तिका में दर्ज कराई और उसके आधार पर अध्यापक संवर्ग में शामिल कर होकर वेतनवृद्घियों का लाभ लिया।

पोहरी में नियम विरुद्ध हुई हैं अतिथि शिक्षकों की भर्ती

शिवपुरी। पोहरी क्षेत्र में अतिथी शिक्षकों की नियुक्ति के मामले में जमकर धांधली होने की खबर आ रही है। बताया गया है कि जो अतिथि दो-तीन साल से सेवा देता आए है उन्है इस शिक्षण सत्र में नही रखा गया है।
म.प्र. शासन की मंशा थी कि विद्यालयों मे शिक्षा का स्तर सुधारने के उददेश्य से एंव विद्यालयों मे शिक्षको की कमी के चलते जिन विद्यालयों मे शिक्षकों की कमी है या छात्र सं या अधिक है वहा पर म.प्र. शासन ने अपने खजाने पर अतिरिक्त बोझा डालकर म.प्र. के सभी विद्यालयों मे  अतिथि शिक्षक बनाने के आदेश दे डाले।

अधिकारियों को नहीं मालूम सहायक शिक्षक और सहायक अध्यापक का वेतन अंतर

माननीय मुख्यमंत्री महोदय, 
मध्यप्रदेश शासन मंत्रालय बल्लभ भवन भोपाल।
महोदय,
आपने महाकाल की नगरी उज्जैन से अध्यापकों को चार किश्तों में शिक्षक संवर्ग के समान वेतन देने की घोषणा की थी। अधिकारियों ने उसे अंतरिम राहत का नाम दिया है। अंतरिम राहत का जिस प्रकार निर्धारण किया गया है उससे तो यही लगता है कि आपके शिक्षा अधिकारियों को सहायक शिक्षक और सहायक अध्यापक का वेतन अंतर निकालना ही नहीं आता। 

आठ लापरवाह शिक्षकों को नोटिस जारी

बालाघाट. शाला दर्पण एप के माध्यम से अधिकारियों के द्वारा किए गए निरीक्षण के दौरान शाला से अनुपस्थित पाए गए आठ लापरवाह शिक्षकों को नोटिस जारी किया गया है। सभी से लिखित में स्पष्टीकरण भी मांगा गया है। संतोषप्रद जवाब नहीं देने पर संबंधित शिक्षकों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।

मप्र में शिक्षकों के लिए मोबाइल एप

भोपाल, 6 सितम्बर (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश देश का पहला ऐसा राज्य बन गया है, जिसने शिक्षकों को विभिन्न सेवाएं तथा शैक्षणिक कार्य संबंधी जानकारी उपलब्ध कराने के लिए मोबाइल एप तैयार किया है। इस मोबाइल एप को नाम दिया गया है 'एम-शिक्षा मित्र'। आधिकारिक तौर पर रविवार को दी गई जानकारी में बताया गया है कि नेशनल इंफॉर्मेशन सेंटर (एनआईसी) द्वारा बनाए गए एप में शिक्षकों के लिए कई सुविधाएं दी गई हैं। 

संविदा शिक्षक की हो भर्ती, पात्र अभ्यार्थियों ने सौंपा ज्ञापन

बालाघाट (लालबर्रा). प्रशिक्षित डीएड, बीएड अभ्यार्थी और अतिथि शिक्षकों की बैठक स्थानीय सरस्वती सभा मंच में आयोजित की गई थी। इसके बाद संघ पदाधिकारियों ने संविदा शिक्षक की शीघ्र भर्ती किए जाने और इस भर्ती प्रक्रिया में पात्र अभ्यार्थियों को प्राथमिकता दिए जाने की मांग को लेकर तहसीलदार डीएस मड़ावी को ज्ञापन भी सौंपा। इसके पूर्व सभी युवकों ने अभ्यार्थी ब्लॉक संगठन का गठन भी किया।

सम्मानित शिक्षक बोले: इलाहाबाद हाईकोर्ट का फैसला लागू करो

भोपाल। शिक्षक दिवस पर सम्मानित होने वाले शिक्षक इलाहाबाद हाईकोर्ट का फैसला लागू करने के पक्ष में हैं। शिक्षकों का कहना है कि जब तक शिक्षक से गैर शैक्षणिक कार्य कराए जाएंगे। सरकारी स्कूलों में पढ़ाई का ढर्रा नहीं सुधरेगा। वे कहते हैं कि पढ़ाई सुधारना है, तो शिक्षक को शिक्षक ही रहने दें।

41500 संविदा शिक्षकों की होगी भर्ती

भोपाल (ब्यूरो)। प्रदेश भर में संविदा शाला शिक्षक श्रेणी-1, श्रेणी-2 और श्रेणी-3 के 41500 पदों पर भर्ती की जाएगी। संविदा शिक्षक भर्ती में अतिथि शिक्षकों को अतिरिक्त बोनस अंक दिए जाएंगे। यह महत्वपूर्ण फैसला मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में संपन्न मंगलवार को कैबिनेट की बैठक में लिया गया।
स्कूल शिक्षा विभाग के प्रस्ताव अनुसार जिस अतिथि शिक्षक ने प्रदेश की 1 या अधिक शासकीय शिक्षण संस्था में 200 से 399 दिवस तक पढ़ाया हो उसे 5 अंक, जिसने 400 से 599 दिवस तक स्कूल में पढ़ाया हो उसे 10 अंक और 600 दिवस से अधिक पढ़ाने वाले अतिथि शिक्षकों को 15 अंक बोनस के रूप में मिलेंगे।

मध्यप्रदेश में होंगी शिक्षकों की बंपर भर्तियां

भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा में स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री दीपक जोशी ने बताया कि प्रदेश के स्कूलों में शिक्षकों की कमी को देखते हुए 39 हजार शिक्षकों की भर्ती कराई जाएगी।

शासकीय विद्यालयों में भी अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति

मध्यप्रदेश की शासकीय शालाओं में अतिथि शिक्षक नियुक्त किये जायेंगे। यह जानकारी 22 जुलाई को भोपाल में स्कूल शिक्षा मंत्री श्री पारसचन्द्र जैन ने दी। श्री जैन ने बताया कि अतिथि शिक्षकों की भर्ती में शिक्षित युवाओं के अलावा सेवानिवृत्त शिक्षकों को प्राथमिकता दी जायेगी।

अतिथि शिक्षक भर्ती घोटाला: संकुल प्राचार्य सस्पेंड

सागर/मप्र। अतिथि शिक्षकों की भर्ती में भी भाई भतीजाबाद और व्यापमं जैसे हालात नजर आने लगे है। एैसा ही मामला सागर जिले की मालथौन ब्लॉक के शासकीय उत्कृष्ठ उच्चतर माध्यमिक विद्यालय का सामने आया हैं जहां अतिथि शिक्षक की चयन सूची में फेरबदल करने और चयन प्रक्रिया में अनियमितता बरतने के कारण सागर जिले की मालथौन शासकीय उत्कृष्ठ उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के प्राचार्य डीआर रोहित को कमिश्नर आरके माथुर ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। 

अधीक्षिका ने दबाव में आकर की नियम विरूद्व नियुक्ति

पन्ना/हरदुआ/खम्हरिया। शााहनगर विकासखण्ड के संकुल हरदुआ-खम्हरिया अंतर्गत शाासकीय अनुसूचित जनजाति कन्या आश्रम ककरा में अतिथि शिक्षक की भर्ती मनमाने तरीके से नियम विरूद्ध करने की शिकायत प्रभावित आवेदक प्रीतम लाल पटेल निवासी ग्राम खम्हरिया ने कलेक्टर की जनसुनवाई में की है। आवेदक ने नियम विरूद्ध की गई नियुक्ति को निरस्त करने की मांग करते हुए न्याय की गुहार लगाई है।

शिक्षक दिवस को काला दिवस के रूप में मनाएंगे अतिथि शिक्षक

भोपाल। जहां एक और मप्र सरकार व केन्द्र सरकार शिक्षक दिवस पर शिक्षकों का सम्मान कर रही है वही दूसरी तरफ सरकारी स्कूलों में अध्यापन कराने वाले अतिथि शिक्षको ने शिक्षक दिवस को काला दिवस के रूप में मनाने का ऐलान कर दिया है।
अतिथि शिक्षक मोर्चा मप्र के प्रवक्ता आशीष जैन बताया कि माननीय उच्च न्यायालय जबलपुर ने निर्णय दिया है कि अतिथि शिक्षकों को गुरूजी की तरह लाभ दिया जाये। लेकिन हाईकोर्ट के निर्णय में राज्य सरकार को दी गई तीन माह की समय सीमा बीत जाने के बाद भी राज्य सरकार ने कोई जबाब नही दिया है।

बीएड नहीं, तो कैसे मिला प्रमोशन

दमोह। फर्जी बीएड की अंकसूची पर नौकरी करने व प्रमोशन पाने वाले आरोपी शिक्षक के मामले में एक नया मामला सामने आया है। शिक्षक पहले से ही कह रहा है कि उसने बीएड नहीं की है। उसकी हस्तलिखित सेवा पुस्तिका में भी बीएड की जानकारी व अंकूसची नहीं है, लेकिन यदि उसने बीएड नहीं किया है तो उसे प्रमोशन कैसे मिल गया और वह शिक्षाकर्मी से सहायक अध्यापक कैसे बन गया। जबकि उसी शिक्षक प्रदीप जैन की ई सेवा पुस्तिका में बीएड की जानकारी दर्ज है और अंकूसची भी है। उसी आधार पर उसे प्रमोशन मिला है। अब मामला उजागर होने के बाद हडकंप मचा हुआ है। कलेक्टर श्रीनिवास शर्मा ने भी इस मामले को गंभीरता से लिया है।

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