Atithi shikshak online registration : अतिथि शिक्षकों द्वारा शिकायत
और विरोध के बाद मध्यप्रदेश स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा अतिथि शिक्षक
पप्रबंधन प्रणाली लागू कर दी है। जिस भी शिक्षक को सरकारी स्कूल में
अध्यापन करवाना हैं वो अपने दस्तावेज लेकर अपना ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवा
सकते हैं। इसके लिए आपको अतिथि शिक्षक प्रबंधन प्रणाली की अधिकारीक
वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करना होगा। शिक्षा विभाग द्वारा पद
भरे जाने के लिए 12557 स्कूल दिए गए है। अब 3:00 AM तक 6002 अभ्यर्थीयों
ने अपना रजिस्ट्रेशन करवा लिया हैं। विभाग द्वारा दस्तावेज सत्यापन किया
जायेगा और रिक्त पद वाली स्कूल में भेजा जायेगा। जहाँ अभ्यर्थी संस्था
प्रधान के पास अपने दस्तावेजों के साथ उपस्थिति दर्ज करवा सकेगा।
यहाँ
क्लिक करें : http://164.100.96.42/
विधानसभा
चुनावों को देखते हुए राज्य सरकार अपना पक्ष मजबूत करते दिखाई दे रही हैं।
पक्ष मजबूत करने के लिए अतिथि शिक्षकों सहित किसानो के पुराने वादे पुरे
करने की कोशिश में अभी से लगी हुई है। राज्य सरकार पर किसानों के कर्ज माफ़ी
का दबाव बहुत ज्यादा बढ़ रहा है। अतिथि शिक्षकों की कमी के चलते सरकारी
विद्यालयों में बच्चों की शिक्षा सुचारु रूप से नहीं हो पा रही हैं। सरकारी
विद्यालयों में पूरा स्टाफ नहीं होने के चलते अतिथि शिक्षकों को रखा गया
था।
शैक्षणिक सत्र शुरू हुए 2 माह होने को आया,
अब जाकर सरकारी स्कूलों में अतिथि शिक्षकों को रखने के लिए कोई आदेश आए
हैं। ऐसे में इस बार तो अतिथि शिक्षकों के बिना ही विभाग ने शैक्षणिक सत्र
शुरू कर दिया था, लेकिन कुछ विद्यालयों में बगैर आदेश के ही अतिथि शिक्षक
अपने काम पर जाते हुए दिख रहे थे। उन्हें इस बात का डर सता रहा था कि कहीं
संस्था प्रमुख उनकी जगह किसी दूसरे को काम पर न रख लें। वहीँ दूसरी ओर कई
सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की कमी होने से बच्चों की शिक्षा प्रभावित हो
रही थी। इस बार जो अतिथि शिक्षकों के ऑनलाइन आवेदन लिए जाने की बात हो रही
थी वो अब सामने आई है।
शिक्षा विभाग के अधिकारी
भी नए नियमों को लेकर खुश हैं। आवेदक अपना दस्तावेज सत्यापन के समय
ऑनलाइन किए गए फॉर्म का प्रिंट जिसमें आवेदक की फोटो लगी हो उसे अनिवार्य
रूप से प्रस्तुत करेगा। दस्तावेज के परिक्षण के लिए साइट पर प्रिंसिपल
लॉगिन सम्बंधित आवेदक का पूरा फॉर्म रीड आॅनली मोड पर उपलब्ध रहेगा,
संस्था का प्रधान उसकी जांच आवेदक द्वाराजमा किये फॉर्म से करना होगा।
प्रिंसिपल
लॉगिन के बाद संस्था प्रधान सत्यापन जाँच करके उसे अप्रूव व रिजेक्ट में
से एक विकल्प चुनेगा । उसी में एक कमेंट बॉक्स भी उपलब्ध होगा। जिसमें
अप्रूव या रिजेक्ट करने सम्बंधित कारण लिखना होगा । दस्तावेज परिक्षण के
बाद एक निर्धारित तिथि पर वरिष्ठता सूची को ऑनलाइन पोर्टल पर जारी किया
जाएगा। उसी आधार पर अतिथि शिक्षकों का सरकारी स्कूलों में चयन किया जाएगा।
ऑनलाइन सूची जारी होने के बाद अभ्यर्थी चयन प्रक्रिया से सम्बंधित दावा भी
ऑनलाइन कर सकेगा। जिनका निराकरण भी वहीँ ऑनलाइन पोर्टल पर देखा जा सकेगा।
अभितक
जो अतिथि शिक्षक बिना किसी विभागीय आदेश के स्कूल में काम पर जा रहा है
या जिन्हें संस्था प्रमुख द्वारा अपने स्तर पर रखा गया है, उन्हें कोई भी
वेतन नहीं दिया जाएगा।
2018 विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखकर 50
हजार की भर्ती करने में सरकार
मध्यप्रदेश में लंबे समय से
बेरोजगार युवा राजकीय नौकरी का इंतजार कर रहे है। राज्य सरकार जल्द ही 50
हजार पदों पर भर्ती करने वाली है। जिनमें पटवारी, नायब तहसीलदार, और
तहसीलदारों की भर्ती को हरी झंडी हैं, साथ ही संविदा शिक्षक, अतिथि
शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया भी जल्द ही शुरू की जा सकेगी।
मुख्यमंत्री
ने एक कार्यक्रम में आधिकारिक घोषणा की थी कि 10 हजार पटवारियों, 550
तहसीलदार और 940 नायब तहसीलदारों के पदों पर भर्ती की जाएगी। लंबे समय से
नौकरी का इंतजार कर रहे बेरोजगारों के लिए यह बड़ी खुश खबर है।