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अब दो स्कूलों में नहीं पढ़ा पाएंगे अतिथि शिक्षक

भोपाल/इंदौर डीबी स्टार स्कूल शिक्षा विभाग को शिकायतें मिली हैं कि अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति में जमकर मनमानी हो रही है। प्राचार्य अपनी पसंद के लोगों को इस पद पर रख रहे हैं। कई स्कूलों में बगैर जरूरी शैक्षणिक योग्यता के भी लोगों को नौकरी दे दी गई है।
इसी कारण विभाग ने अब ऐसे शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने का फैसला किया है। इसके बाद कागज पर आवेदन करने की व्यवस्था बंद हो गई है। आवदेकों को नौकरी के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराना होगा। जिस संस्था में अर्जी दी गई है, वहां अभ्यर्थी के दस्तावेजों का वेरिफिकेशन होगा। उसके बाद मेरिट के आधार पर सूची बनेगी। सूची में नाम आने के बाद ही अभ्यर्थी का चयन मान्य किया जाएगा।

जो शिक्षक स्कूलों में पढ़ा रहे हैं, उन्हें ऑनलाइन प्रक्रिया पूरी होने तक का मानदेय मिलेगा। यदि वे आगे नौकरी करना चाहते हैं तो उन्हें ऑनलाइन भर्ती से जुड़ना होगा। बाकी लोग स्वतः ही बाहर हो जाएंगे। सरकारी स्कूलों में ऐसे कई कर्मचारी हैं, जिन्हें विभाग के रिकॉर्ड में अतिथि शिक्षक बताया गया है। हकीकत में इन लोगों से कम्प्यूटर ऑपरेटर का काम लिया जा रहा है। शिक्षक की नियुक्ति तो फिजिक्स विषय में की गई है, लेकिन हिंदी, अंग्रेजी और विज्ञान भी पढ़वाया जा रहा है। ऑनलाइन नियुक्ति होने से अब इन अनियमितताओं पर रोक लग जाएगी। प्राचार्य उसी शिक्षक की तनख्वाह निकाल पाएंगे, जिसकी नियुक्ति की गई है।

30 अगस्त तक चलेगी यह प्रक्रिया

अतिथि शिक्षकों के ऑनलाइन पंजीयन 15 अगस्त तक होंगे। 20-25 अगस्त तक दस्तावेजों का सत्यापन होगा। 30 अगस्त तक स्कूलवार और विषयवार पदों पर आवंटन किया जाएगा। यानी विभाग एक महीने में नियुक्ति की प्रक्रिया पूरी कर लेगा। सितंबर से उन्हीं शिक्षकों को वेतन मिलेगा, जो ऑनलाइन के आधार पर रखे जाएंगे।

एक शिक्षक-एक स्कूल का नया फार्मूला

ऑनलाइन नियुक्ति से विभाग ने एक शिक्षक-एक स्कूल का फॉर्मूला सेट कर दिया है। अब एक शिक्षक एक ही स्कूल में पढ़ा पाएगा। उसका मानदेय उसी स्कूल से जारी होगा, जहां के लिए उसने आवेदन दिया है। यानी अब दो स्कूलों में पढ़ाकर दोगुना मानदेय लेना इन शिक्षकों के लिए मुमकिन नहीं होगा।

मनमानी पर लगेगी रोक

 अभी ट्रांसफर और युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया जारी है। इसी कारण कुछ समय के लिए प्राचार्यों ने अपने स्तर पर अतिथि शिक्षक रख लिए थे। विभाग ने अब इनकी नियुक्ति ऑनलाइन करने को कहा है। इसके बाद नियुक्ति में भाई-भतीजावाद पर रोक लगेगी। पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन हो जाएगी। जो शिक्षक जिस विषय में नियुक्ति होगा, उसका वेतन उसी विषय के विरुद्ध निकलेगा। इससे हर तरह की मनमानी रुकेगी। योग्य व्यक्ति ही नौकरी करेगा। जो शिक्षक पढ़ा रहे हैं, उन्हें भी ऑनलाइन पंजीयन कराना होगी, अन्यथा वे निरंतर नहीं कर पाएंगे।  एसएस कौशल, जिला शिक्षा अधिकारी 

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