केसूर। नईदुनिया न्यूज हायर सेकंडरी स्कूल शिक्षकों की कमी से जूझ
रहा है। पहले से ही यहां शिक्षकों की कमी थी और एक के बाद एक पांच
शिक्षकों का यहां से स्थानांतरण होने से बच्चों को भविष्य की चिंता सताने
लगी है। स्कूल में आधा स्टाफ रह गया है।
स्थानांतरित शिक्षकों के स्थान पर अब तक कोई नहीं आया है। ऐसे में बच्चों की पढ़ाई कैसे हो पाएगी। अतिथ शिक्षकों के भरोसे हायर सेकंडरी स्कूल कब तक चलेगा। स्थानांतरण की बात की जाए, तो किसी शिक्षक ने अपनी मर्जी से, तो किसी ने विवादों के कारण यहां से विदाई ले ली। अन्य कारणों के चलते भी शिक्षक यहां से चले गए। पांच शिक्षकों के जाने के बाद भी इनके स्थान पर अब तक कोई नहीं आया है। ऐसे में बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। यहां अंग्रेजी, गणित, संस्कृति सहित कई विषयों के शिक्षक नहीं हैं। स्कूल में आसपास के अनेक गांवों के बच्चे पढ़ने आते हैं। उनके पालकों व बच्चों को शिक्षकों के नहीं होने से भविष्य को लेकर चिंता सता रही है।
प्रयास कर रहे
इस मामले में संकुल प्राचार्य ओपी अग्रवाल ने बताया कि हमारे स्तर पर अतिथि शिक्षकों को रखेंगे। सहायक आयुक्त ब्रजेश पांडे का कहना है कि हमारे यहां से किसी का भी तबादला नहीं हुआ है। हम प्रयास कर व्यवस्था करवाते हैं।
स्थानांतरित शिक्षकों के स्थान पर अब तक कोई नहीं आया है। ऐसे में बच्चों की पढ़ाई कैसे हो पाएगी। अतिथ शिक्षकों के भरोसे हायर सेकंडरी स्कूल कब तक चलेगा। स्थानांतरण की बात की जाए, तो किसी शिक्षक ने अपनी मर्जी से, तो किसी ने विवादों के कारण यहां से विदाई ले ली। अन्य कारणों के चलते भी शिक्षक यहां से चले गए। पांच शिक्षकों के जाने के बाद भी इनके स्थान पर अब तक कोई नहीं आया है। ऐसे में बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। यहां अंग्रेजी, गणित, संस्कृति सहित कई विषयों के शिक्षक नहीं हैं। स्कूल में आसपास के अनेक गांवों के बच्चे पढ़ने आते हैं। उनके पालकों व बच्चों को शिक्षकों के नहीं होने से भविष्य को लेकर चिंता सता रही है।
प्रयास कर रहे
इस मामले में संकुल प्राचार्य ओपी अग्रवाल ने बताया कि हमारे स्तर पर अतिथि शिक्षकों को रखेंगे। सहायक आयुक्त ब्रजेश पांडे का कहना है कि हमारे यहां से किसी का भी तबादला नहीं हुआ है। हम प्रयास कर व्यवस्था करवाते हैं।