गंजबासौदा| विकासखंड के अनेक जन शिक्षा केंद्रों में लंबे समय से एक दर्जन
जन शिक्षकों के पद रिक्त हैं। उन्हें भरने के प्रयास नहीं किए जा रहे
हैं।इस कारण शिक्षकों को शासकीय पत्रों के आदान-प्रदान में दिक्कत हो रही
हैl
पिछले वर्ष जन शिक्षकों की भर्ती प्रतिनियुक्ति से की गई थी जिस पर 24 में से 1 दर्जन से अधिक अध्यापकों ने ही इस पद पर ज्वाइनिंग की थी। करीब एक दर्जन जन शिक्षकों के पद खाली पड़े हुए हैं। इन खाली पदों पर विभाग प्रभारी बनाकर काम चला रहा है। इस कारण स्कूलों में पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है। कई प्रभारी जन शिक्षक अनावश्यक रुप से भी शासकीय कार्यों का बहाना लेकर निजी कार्यों में संलग्न देखे गए हैं। पालकों ने प्रभारी बनाए गए अपने स्कूल के शिक्षकों को प्रभारी जन शिक्षक पद से मुक्त करने की मांग की है l जिला परियोजना समन्वयक ने शेष रिक्त पदों को भरने के लिए अध्यापकों से आवेदन पत्र भी मंगा लिए हैं लेकिन करीब दो माह हो चुके हैं अभी तक इन आवेदन पत्रों के आधार पर नियुक्ति नहीं की गई है। इस कारण आवेदन पत्र जमा करने वाले अध्यापकों में भी असंतोष हैंl
पिछले वर्ष जन शिक्षकों की भर्ती प्रतिनियुक्ति से की गई थी जिस पर 24 में से 1 दर्जन से अधिक अध्यापकों ने ही इस पद पर ज्वाइनिंग की थी। करीब एक दर्जन जन शिक्षकों के पद खाली पड़े हुए हैं। इन खाली पदों पर विभाग प्रभारी बनाकर काम चला रहा है। इस कारण स्कूलों में पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है। कई प्रभारी जन शिक्षक अनावश्यक रुप से भी शासकीय कार्यों का बहाना लेकर निजी कार्यों में संलग्न देखे गए हैं। पालकों ने प्रभारी बनाए गए अपने स्कूल के शिक्षकों को प्रभारी जन शिक्षक पद से मुक्त करने की मांग की है l जिला परियोजना समन्वयक ने शेष रिक्त पदों को भरने के लिए अध्यापकों से आवेदन पत्र भी मंगा लिए हैं लेकिन करीब दो माह हो चुके हैं अभी तक इन आवेदन पत्रों के आधार पर नियुक्ति नहीं की गई है। इस कारण आवेदन पत्र जमा करने वाले अध्यापकों में भी असंतोष हैंl