शिक्षा के इस सत्र से एनसीईआरटी (नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशन रिसर्च एंड
ट्रेनिंग) मॉड्यूल की बुक को एजुकेशन में शामिल कर लिया गया है। हालांकि
अभी यह शुरुआत है। पहले शिक्षकों को इसका अध्ययन कराया जा रहा है, बाद में
शिक्षक बच्चों को पढ़ाएंगे।
इसे लेकर बुधवार से ट्रेनिंग शुरू हुई है। पहले चरण में 90 शिक्षकों को ट्रेनिंग दी जा रही है जो पांच दिनी रहेगी।
बीआरसीसी देवराम मतानिया ने बताया प्राइमरी स्कूल में एनसीईआरटी के तहत पर्यावरण व गणित विषय को शामिल किया है। इसके लिए ब्लॉक के 220 प्राइमरी स्कूलों से एक-एक शिक्षकों को ट्रेनिंग दी जा रही है। इसका पहला चरण मॉडल स्कूल में बुधवार से शुरू हुआ। यह पांच दिन चलेगा। इसके लिए प्राइमरी के 90 शिक्षकों का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन होना था, इनमें से 87 शिक्षक उपस्थित रहे और 3 अनुपस्थित थे। जो शिक्षक अनुपस्थित रहे, उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किए जाएंगे। ट्रेनिंग सेशन सुबह 9.30 से शाम 5.30 बजे तक चला। शिक्षकों को दो भाग 45-45 में बांटा गया। मास्टर ट्रेनर श्यामसुंदर त्रिवेदी, कैलाशचंद्र कपासिया, रोशनलाल डोडियार, रामप्रसाद मालवीय शिक्षकों को नई पुस्तकों का प्रशिक्षण दिया। बीआरसीसी मतानिया ने बताया प्रशिक्षण का दूसरा व तीसरा चरण भी जल्द शुरू होगा। जो एक माह में पूरा हो जाएगा।
एनसीईआरटी मॉड्यूल की बुक से बच्चों का परफार्मेंस सुधरेगा- जनपद शिक्षा केंद्र के रामदयाल आंजना ने बताया एनसीईआरटी के पाठ्यक्रम की पुस्तक में हर प्रश्न को चित्र के माध्यम से दर्शाया है। इससे बच्चों को परफॉर्मेंस सुधरेगा और उनका शैक्षणिक स्तर भी बढ़ेगा। अभी यह शुरुआती दौर है, बाद में अन्य कक्षाओं के शिक्षकों को भी प्रशिक्षण दिया जाएगा।
इसे लेकर बुधवार से ट्रेनिंग शुरू हुई है। पहले चरण में 90 शिक्षकों को ट्रेनिंग दी जा रही है जो पांच दिनी रहेगी।
बीआरसीसी देवराम मतानिया ने बताया प्राइमरी स्कूल में एनसीईआरटी के तहत पर्यावरण व गणित विषय को शामिल किया है। इसके लिए ब्लॉक के 220 प्राइमरी स्कूलों से एक-एक शिक्षकों को ट्रेनिंग दी जा रही है। इसका पहला चरण मॉडल स्कूल में बुधवार से शुरू हुआ। यह पांच दिन चलेगा। इसके लिए प्राइमरी के 90 शिक्षकों का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन होना था, इनमें से 87 शिक्षक उपस्थित रहे और 3 अनुपस्थित थे। जो शिक्षक अनुपस्थित रहे, उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किए जाएंगे। ट्रेनिंग सेशन सुबह 9.30 से शाम 5.30 बजे तक चला। शिक्षकों को दो भाग 45-45 में बांटा गया। मास्टर ट्रेनर श्यामसुंदर त्रिवेदी, कैलाशचंद्र कपासिया, रोशनलाल डोडियार, रामप्रसाद मालवीय शिक्षकों को नई पुस्तकों का प्रशिक्षण दिया। बीआरसीसी मतानिया ने बताया प्रशिक्षण का दूसरा व तीसरा चरण भी जल्द शुरू होगा। जो एक माह में पूरा हो जाएगा।
एनसीईआरटी मॉड्यूल की बुक से बच्चों का परफार्मेंस सुधरेगा- जनपद शिक्षा केंद्र के रामदयाल आंजना ने बताया एनसीईआरटी के पाठ्यक्रम की पुस्तक में हर प्रश्न को चित्र के माध्यम से दर्शाया है। इससे बच्चों को परफॉर्मेंस सुधरेगा और उनका शैक्षणिक स्तर भी बढ़ेगा। अभी यह शुरुआती दौर है, बाद में अन्य कक्षाओं के शिक्षकों को भी प्रशिक्षण दिया जाएगा।