जबेरा मॉडल स्कूल का मामला, तीमाही परीक्षा सिर पर नहीं हो पा रहा अध्यनन कार्य, बच्चे परेशान, डीईओ बोले: प्रतिनियुक्ति के लिए बुलाए है आवेदन जल्द हो पदस्थापना
दमोह. जबेरा में एक सप्ताह पहले नए मॉडल स्कूल बिल्डिंग में बच्चों को शिफ्ट तो कर दिया गया, लेकिन अब तक शिक्षकों की पदस्थापना नहीं हो सकी है। ऐसे में मॉडल स्कूल में पढऩे वाले बच्चों का भविष्य अंधकार में नजर आ रहा है। तीमाही परीक्षा सिर पर है जबकि कक्षा का अध्ययन कार्य पिछड़ गया हैं, ऐसे में अब बच्चों ने मामले की जानकारी कलेक्टर और डीईओ को भेज दी है।
जबेरा में करीब 5 साल से मॉडल स्कूल जुगाड़ के रूप में एक्सीलेंस स्कूल में संचालित हो रहा था। जिसमें करीब 250 बच्चे अध्ययनरत है। मॉडल स्कूल की बिल्डिंग बनने के बाद भी इन बच्चों को यहां शिफ्ट नहीं किया जा रहा था, लेकिन अब 15 जुलाई को एक्सीलेंस से मॉडल स्कूल के सभी बच्चों को नए भवन में शिफ्ट कर दिया गया है। यहां नौवी से बारहवीं तक के बच्चों को पढ़ाने के लिए मात्र दो शिक्षकों को रखा गया है, जिससे आधे समय बच्चे कक्षाओं में मस्ती करते हुए देखे जा सकते है। अब तक उनका अध्ययन कार्य प्रभावित हो रहा है।
अब तक नहीं हो सकी शिक्षकों की पदस्थापना
नए भवन में मॉडल स्कूल संचालित करने के पहले शिक्षा विभाग द्वारा अब तक शिक्षकों की पदस्थापना नहीं की जा सकी है। जबकि विभाग को चाहिए था कि स्कूल को शिफ्ट करने के पहले ही शिक्षकों को पदस्थापित किया जाना था। जिससे तीमाही परीक्षा के पहले बच्चों का अध्ययन कार्य प्रभावित नहीं होता। स्कूल में बच्चों को शिफ्ट करने के बाद अब शिक्षकों की पदस्थापना के आवेदन बुलाए गए हैं, जो कब ज्वाइन करेंगे फिलहाल कहा नहीं जा सकता है।
13 शिक्षकों के है पद
जानकारी के अनुसार शिक्षा विभाग जो प्रतिनियुक्ति पर शिक्षकों के लिए आवेदन मांगे गए हैं, उनमें 13 पद होना बताया गया है। जिसे स्पष्ट है कि अभी तक बच्चे कैसे बिना शिक्षक के स्कूल में अध्ययन कर रहे होंगे। स्कूल का प्राचार्य भी अभी तक तय नहीं किया गया है, जिससे एक्सीलेंस स्कूल प्राचार्य को ही इस स्कूल का प्रभार दिया गया है।
हटा में अब भी नहीं हो सका शुरु
जबेरा में मॉडल स्कूल नई बिल्डिंग में शुरु करने के लिए शासन का आदेश होने की बात डीईओ द्वारा कही जा रही है, लेकिन हटा मॉडल स्कूल बिल्डिंग में बच्चों को शिफ्ट करने की बात पर डीईओ गोलमोल जबाब देते नजर आए। विदित हो कि मॉडल स्कूल हटा की बिल्डिंग स्थानीय विधायक द्वारा सेंट्रल स्कूल लाने के नाम पर अब तक खाली रखी गई है, जिससे मॉडल स्कूल के बच्चों को नई बिल्डिंग बनने के बाद भी एक्सीलेंस स्कूल में जुगाड़ में शिक्षा हासिल करनी पड़ रही है। राजनीतिक हस्तक्षेप के चलते विभाग भी इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है।
वर्जन
विभागीय आदेश के बाद 15 जुलाई से एक्सीलेंस से मॉडल स्कूल के बच्चों को नए मॉडल स्कूल भवन में शिफ्ट कर दिया गया है। दो प्रतिनियुक्त शिक्षक अभी है, शेष के लिए आवेदन बुलाए गए है, जल्द ही शिक्षकों की व्यवस्था होगी। तय है कि बिन शिक्षक अध्ययन कार्य प्रभावित हो रहा होगा।
डीपी पाटले, प्रभारी प्राचार्य मॉडल स्कूल
*******
वर्जन
शासन के आदेश पर नए शिक्षण सत्र से मॉडल स्कूल के लिए चयनित बच्चों को जबेरा की नई बिल्डिंग में शिफ्ट किया गया है। शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति के लिए ऑनलाइन आवेदन मांगे गए हैं, जल्द ही पदस्थापना होगी। अभी प्राचार्य पुरानी व्यवस्था के तहत कार्य करा रहे होंगे। यदि शिक्षक नहीं है तो मैं देखता हूं।
अजब सिंह ठाकुर, डीईओ
दमोह. जबेरा में एक सप्ताह पहले नए मॉडल स्कूल बिल्डिंग में बच्चों को शिफ्ट तो कर दिया गया, लेकिन अब तक शिक्षकों की पदस्थापना नहीं हो सकी है। ऐसे में मॉडल स्कूल में पढऩे वाले बच्चों का भविष्य अंधकार में नजर आ रहा है। तीमाही परीक्षा सिर पर है जबकि कक्षा का अध्ययन कार्य पिछड़ गया हैं, ऐसे में अब बच्चों ने मामले की जानकारी कलेक्टर और डीईओ को भेज दी है।
जबेरा में करीब 5 साल से मॉडल स्कूल जुगाड़ के रूप में एक्सीलेंस स्कूल में संचालित हो रहा था। जिसमें करीब 250 बच्चे अध्ययनरत है। मॉडल स्कूल की बिल्डिंग बनने के बाद भी इन बच्चों को यहां शिफ्ट नहीं किया जा रहा था, लेकिन अब 15 जुलाई को एक्सीलेंस से मॉडल स्कूल के सभी बच्चों को नए भवन में शिफ्ट कर दिया गया है। यहां नौवी से बारहवीं तक के बच्चों को पढ़ाने के लिए मात्र दो शिक्षकों को रखा गया है, जिससे आधे समय बच्चे कक्षाओं में मस्ती करते हुए देखे जा सकते है। अब तक उनका अध्ययन कार्य प्रभावित हो रहा है।
अब तक नहीं हो सकी शिक्षकों की पदस्थापना
नए भवन में मॉडल स्कूल संचालित करने के पहले शिक्षा विभाग द्वारा अब तक शिक्षकों की पदस्थापना नहीं की जा सकी है। जबकि विभाग को चाहिए था कि स्कूल को शिफ्ट करने के पहले ही शिक्षकों को पदस्थापित किया जाना था। जिससे तीमाही परीक्षा के पहले बच्चों का अध्ययन कार्य प्रभावित नहीं होता। स्कूल में बच्चों को शिफ्ट करने के बाद अब शिक्षकों की पदस्थापना के आवेदन बुलाए गए हैं, जो कब ज्वाइन करेंगे फिलहाल कहा नहीं जा सकता है।
13 शिक्षकों के है पद
जानकारी के अनुसार शिक्षा विभाग जो प्रतिनियुक्ति पर शिक्षकों के लिए आवेदन मांगे गए हैं, उनमें 13 पद होना बताया गया है। जिसे स्पष्ट है कि अभी तक बच्चे कैसे बिना शिक्षक के स्कूल में अध्ययन कर रहे होंगे। स्कूल का प्राचार्य भी अभी तक तय नहीं किया गया है, जिससे एक्सीलेंस स्कूल प्राचार्य को ही इस स्कूल का प्रभार दिया गया है।
हटा में अब भी नहीं हो सका शुरु
जबेरा में मॉडल स्कूल नई बिल्डिंग में शुरु करने के लिए शासन का आदेश होने की बात डीईओ द्वारा कही जा रही है, लेकिन हटा मॉडल स्कूल बिल्डिंग में बच्चों को शिफ्ट करने की बात पर डीईओ गोलमोल जबाब देते नजर आए। विदित हो कि मॉडल स्कूल हटा की बिल्डिंग स्थानीय विधायक द्वारा सेंट्रल स्कूल लाने के नाम पर अब तक खाली रखी गई है, जिससे मॉडल स्कूल के बच्चों को नई बिल्डिंग बनने के बाद भी एक्सीलेंस स्कूल में जुगाड़ में शिक्षा हासिल करनी पड़ रही है। राजनीतिक हस्तक्षेप के चलते विभाग भी इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है।
वर्जन
विभागीय आदेश के बाद 15 जुलाई से एक्सीलेंस से मॉडल स्कूल के बच्चों को नए मॉडल स्कूल भवन में शिफ्ट कर दिया गया है। दो प्रतिनियुक्त शिक्षक अभी है, शेष के लिए आवेदन बुलाए गए है, जल्द ही शिक्षकों की व्यवस्था होगी। तय है कि बिन शिक्षक अध्ययन कार्य प्रभावित हो रहा होगा।
डीपी पाटले, प्रभारी प्राचार्य मॉडल स्कूल
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वर्जन
शासन के आदेश पर नए शिक्षण सत्र से मॉडल स्कूल के लिए चयनित बच्चों को जबेरा की नई बिल्डिंग में शिफ्ट किया गया है। शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति के लिए ऑनलाइन आवेदन मांगे गए हैं, जल्द ही पदस्थापना होगी। अभी प्राचार्य पुरानी व्यवस्था के तहत कार्य करा रहे होंगे। यदि शिक्षक नहीं है तो मैं देखता हूं।
अजब सिंह ठाकुर, डीईओ