अतिशेष शिक्षकों की नई सूची में भारी गड़बडि़यां हैं। माध्यमिक स्कूल चोरल में 167 बच्चों पर 5 शिक्षक पदस्थ हैं। उनमें से चार को अतिशेष की सूची में डाल दियाा।
इंदौर. शिक्षा विभाग ने युक्तियुक्तकरण के लिए नई सूची जारी कर दी है। प्राथमिक स्कूलों के 1301 और माध्यमिक विद्यालयों में 550 शिक्षक समेत कुल 1851 शिक्षकों को अतिशेष की सूची में डाल दिया है। नई सूची अपलोड होने के साथ ही शिक्षकों में हड़कंप मच गया है।
इसके विरोध में बुधवार को मालवा कन्या स्कूल से सैकड़ों शिक्षक रैली निकालकर कलेक्टोरेट पहुंचे। शिक्षा आयुक्त नीरज दुबे के खिलाफ नारेबाजी की। नई सूची की होली जलाई। तहसीलदार को कलेक्टर के नाम ज्ञापन देकर सूची निरस्त करने की मांग की है। इसमें शासकीय कर्मचारी संघ के हरीश बोयत, रमेश यादव, प्रवीण यादव, प्रशांत शास्त्री, आंनद हार्डिया, डॉ. रजनी पांडेय, रीना वाकड़े के साथ ही सैकड़ों शिक्षक शामिल रहे। नई सूची में कई माध्यमिक और प्राथमिक स्कूल हैं, जहां के सभी शिक्षकों को अतिशेष की सूची में डाल दिया। शिक्षक जहां वर्तमान में पदस्थ हैं, वहां पर अतिरिक्त बताकर उन्हें दूसरे स्कूलों में भेजा जाएगा। सूची बनाने में जमकर गड़बड़ी हुई है। कुछ स्कूल ऐसे हंै, जहां पदस्थ सभी शिक्षकों को अतिशेष में डाल दिया। एेसे में अगर यहां से सभी शिक्षकों को हटा दिया तो बच्चों को पढ़ाने का संकट खड़ा हो जाएगा।
गड़बडि़यां उजागर
अतिशेष शिक्षकों की नई सूची में भारी गड़बडि़यां हैं। माध्यमिक स्कूल चोरल में 167 बच्चों पर 5 शिक्षक पदस्थ हैं। उनमें से चार को अतिशेष की सूची में डाल दियाा। प्रिंसिपल को उच्च श्रेणी शिक्षक और गणित के शिक्षक को सामाजिक विज्ञान का बताकर अतिशेष की सूची में जोड़ा। मावि-39 अहिल्या पलटन व क्रमांक-25 स्कूल को मर्ज कर दिया, अहिल्या पलटन में 34 बच्चों पर तीन शिक्षकों और मावि खंडवा रोड में 111 बच्चों पर 4 शिक्षक हैं। सभी को अतिशेष सूची में डाल दिया गया है।
निरस्त हो चुकी सूची
शिक्षा विभाग ने अतिशेष शिक्षकों को ट्रांसफर करने के लिए 12 जून को पहली बार सूची जारी की थी। इसमें भी कई विसंगतियां थीं। इसमें मृत, सेवानिवृत्त, त्यागपत्र देने वाले शिक्षकों के नाम सहित चपरासी तक को शिक्षक मान लिया था। बाद में 14 जून को सूची निरस्त कर दी गई। अब 17 जुलाई को दोबारा सूची जारी की गई, जिसमें 28 जुलाई से 4 अगस्त तक अतिशेष शिक्षकों को विकल्प दिया जाएगा। 8 अगस्त को अंतिम सूची जारी की जाएगी और 14 अगस्त तक इन्हें जॉइन करना होगा।
अतिशेष की जारी हुई सूची में यदि न्यायसंगत नहीं हुआ है, तो इसमें सुधार किया जाएगा। डीईओ को सूची की पड़ताल करने की कहा है।
- जीएस बामनिया, संयुक्त संचालक
इंदौर. शिक्षा विभाग ने युक्तियुक्तकरण के लिए नई सूची जारी कर दी है। प्राथमिक स्कूलों के 1301 और माध्यमिक विद्यालयों में 550 शिक्षक समेत कुल 1851 शिक्षकों को अतिशेष की सूची में डाल दिया है। नई सूची अपलोड होने के साथ ही शिक्षकों में हड़कंप मच गया है।
इसके विरोध में बुधवार को मालवा कन्या स्कूल से सैकड़ों शिक्षक रैली निकालकर कलेक्टोरेट पहुंचे। शिक्षा आयुक्त नीरज दुबे के खिलाफ नारेबाजी की। नई सूची की होली जलाई। तहसीलदार को कलेक्टर के नाम ज्ञापन देकर सूची निरस्त करने की मांग की है। इसमें शासकीय कर्मचारी संघ के हरीश बोयत, रमेश यादव, प्रवीण यादव, प्रशांत शास्त्री, आंनद हार्डिया, डॉ. रजनी पांडेय, रीना वाकड़े के साथ ही सैकड़ों शिक्षक शामिल रहे। नई सूची में कई माध्यमिक और प्राथमिक स्कूल हैं, जहां के सभी शिक्षकों को अतिशेष की सूची में डाल दिया। शिक्षक जहां वर्तमान में पदस्थ हैं, वहां पर अतिरिक्त बताकर उन्हें दूसरे स्कूलों में भेजा जाएगा। सूची बनाने में जमकर गड़बड़ी हुई है। कुछ स्कूल ऐसे हंै, जहां पदस्थ सभी शिक्षकों को अतिशेष में डाल दिया। एेसे में अगर यहां से सभी शिक्षकों को हटा दिया तो बच्चों को पढ़ाने का संकट खड़ा हो जाएगा।
गड़बडि़यां उजागर
अतिशेष शिक्षकों की नई सूची में भारी गड़बडि़यां हैं। माध्यमिक स्कूल चोरल में 167 बच्चों पर 5 शिक्षक पदस्थ हैं। उनमें से चार को अतिशेष की सूची में डाल दियाा। प्रिंसिपल को उच्च श्रेणी शिक्षक और गणित के शिक्षक को सामाजिक विज्ञान का बताकर अतिशेष की सूची में जोड़ा। मावि-39 अहिल्या पलटन व क्रमांक-25 स्कूल को मर्ज कर दिया, अहिल्या पलटन में 34 बच्चों पर तीन शिक्षकों और मावि खंडवा रोड में 111 बच्चों पर 4 शिक्षक हैं। सभी को अतिशेष सूची में डाल दिया गया है।
निरस्त हो चुकी सूची
शिक्षा विभाग ने अतिशेष शिक्षकों को ट्रांसफर करने के लिए 12 जून को पहली बार सूची जारी की थी। इसमें भी कई विसंगतियां थीं। इसमें मृत, सेवानिवृत्त, त्यागपत्र देने वाले शिक्षकों के नाम सहित चपरासी तक को शिक्षक मान लिया था। बाद में 14 जून को सूची निरस्त कर दी गई। अब 17 जुलाई को दोबारा सूची जारी की गई, जिसमें 28 जुलाई से 4 अगस्त तक अतिशेष शिक्षकों को विकल्प दिया जाएगा। 8 अगस्त को अंतिम सूची जारी की जाएगी और 14 अगस्त तक इन्हें जॉइन करना होगा।
अतिशेष की जारी हुई सूची में यदि न्यायसंगत नहीं हुआ है, तो इसमें सुधार किया जाएगा। डीईओ को सूची की पड़ताल करने की कहा है।
- जीएस बामनिया, संयुक्त संचालक