ग्वालियर। मध्यप्रदेश सरकार के शिक्षा विभाग ने बच्चों के प्रति लापरवाही बरतने वाले माता-पिता की सजा अब शिक्षकों को देने की तैयारी कर ली है। इसका खामियाजा प्रदेश के कई कर्तव्यनिष्ठ शिक्षक चुपचाप भुगत रहे हैं।
मध्यप्रदेश में निवास करने वाले दम्पति का काम अब केवल संतान को जन्म देना भर रह गया है। संतान जन्म के उपरांत बच्चा स्कूल जाने तक माता-पिता जैसी भी देखभाल कर ले काफी है। स्कूल में दाखिला दिलाते ही मां-बाप बच्चों के प्रति चिंता करना छोड़ दे। प्रदेश सरकार ने अपने वोट बैंक को बढ़ाने के लिये खाका तैयार किया है, जिसमें स्कूल में दाखिला लेने पर बच्चे का समग्र आईडी, जाति-आय प्रमाण पत्र, आधार कार्ड व बैंक खाता छात्र का या उसके मां-बाप का जमा करना अनिवार्य कर दिया है।
मध्यप्रदेश में निवास करने वाले दम्पति का काम अब केवल संतान को जन्म देना भर रह गया है। संतान जन्म के उपरांत बच्चा स्कूल जाने तक माता-पिता जैसी भी देखभाल कर ले काफी है। स्कूल में दाखिला दिलाते ही मां-बाप बच्चों के प्रति चिंता करना छोड़ दे। प्रदेश सरकार ने अपने वोट बैंक को बढ़ाने के लिये खाका तैयार किया है, जिसमें स्कूल में दाखिला लेने पर बच्चे का समग्र आईडी, जाति-आय प्रमाण पत्र, आधार कार्ड व बैंक खाता छात्र का या उसके मां-बाप का जमा करना अनिवार्य कर दिया है।