- राज्य शिक्षा केंद्र ने जारी किए निर्देश, एक या दो कमरों में चल रहे हैं प्राइमरी स्कूल, बच्चे भी कम
- मिडिल स्कूलों से एक किमी के दायरे में चल रहे प्राइमरी स्कूल किए जाएंगे शिफ्ट
भोपाल। नवदुनिया प्रतिनिधि
अब ग्रामीण क्षेत्रों में शासकीय मिडिल स्कूलों के 1 किमी के अंतर्गत आने वाले प्राइमरी स्कूलों को स्कूल शिक्षा विभाग शिफ्ट करने की तैयारी कर रहा है। प्रदेश में कई ऐसे प्राइमरी स्कूल चल रहे हैं, जिसमें एक या दो कमरे हैं। साथ ही इन स्कूलों में बच्चों की संख्या भी कम है। कई स्कूल एक कमरे में पहली से पांचवीं तक चल रहे हैं, जिनमें साल-दर-साल बच्चों की संख्या कम हो रही है। ऐसे में विभाग प्राइमरी स्कूलों को पास के मिडिल स्कूलों में शिफ्ट करेगा। इस तरह प्रदेश के करीब 6 हजार और राजधानी के 90 से अधिक प्राइमरी स्कूल मिडिल में शिफ्ट किए जाएंगे।
इधर,
राजधानी में पत्रकार भवन के पास शासकीय प्राथमिक शाला एक कमरे में चल रही
है। इसे शासकीय माध्यमिक शाला, भीमनगर में शिफ्ट किया जाएगा। वहीं, दो
कमरों वाले स्कूलों को भी मिडिल में शिफ्ट किया जाएगा। अब विभाग
जियोग्राफिकल इंफॉर्मेशन सिस्टम (जीआईएस) मैपिंग कराकर शासकीय मिडिल
स्कूलों से एक किमी की परिधि में आने वाले स्कूलों को चिन्हित करा रहा है।
साथ ही बच्चों की संख्या भी मांगी गई है। स्कूलों की मैपिंग जनशिक्षकों
द्वारा कराई जा रही है। स्कूलों की पूरी जानकारी 30 अक्टूबर तक देना है।
ज्ञात हो कि प्रदेश के 6 हजार से अधिक सरकारी प्राथमिक व माध्यमिक शालाएं
एक या दो कमरे में चल रही हैं। वहीं, भोपाल जिले का एक स्कूल एक कमरे और 92
स्कूल दो कमरों में संचालित हो रहे हैं।
- इस तरह होगी मैपिंग
प्राइमरी
व मिडिल स्कूलों की मैपिंग के लिए राज्य शिक्षा केंद्र ने कुछ निर्देश
जारी किए हैं। जीआईएस मैपिंग के अनुसार इन प्राइमरी स्कूलों की एरियल
डिस्टेंस निकटतम मिडिल स्कूलों का सड़क मार्ग से वास्तविक दूरी, नामांकन,
उपलब्ध शिक्षण कक्ष, शौचालय एवं इन स्कूलों की बसाहटों से दूरी का सत्यापन
किया जाना है।
- एकीकृत शाला का लक्ष्य भी नहीं हो सका पूरा
प्रदेश
भर के 34,997 स्कूलों को 15,961 स्कूलों के परिसर में शिफ्ट किया गया है।
इससे प्रदेश के 19,961 स्कूल मर्ज हो गए हैं। साथ ही जिले के 753 स्कूलों
को एकीकृत होने के बाद 330 स्कूलों के परिसर में शिफ्ट किया गया, यानि जिले
के 423 प्राथमिक व माध्यमिक स्कूल मर्ज हो गए। सभी एकीकृत शालाएं एक ही
समय पर लगनी थी, यानि पहली से बारहवीं तक की कक्षाएं एक ही समय पर लगनी थी,
लेकिन कक्ष न होने से एक समय पर स्कूल नहीं लग पा रहे हैं।
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- मिडिल में शिफ्ट होंगे प्राइमरी स्कूल
जिले के एक या दो कमरों में संचालित प्राइमरी स्कूल 1 किमी के अंदर आने वाले मिडिल स्कूलों में शिफ्ट हो जाएंगे।
-पीआर श्रीवास्तव, जिला परियोजना समन्वयक
- मिडिल स्कूलों से एक किमी के दायरे में चल रहे प्राइमरी स्कूल किए जाएंगे शिफ्ट
भोपाल। नवदुनिया प्रतिनिधि
अब ग्रामीण क्षेत्रों में शासकीय मिडिल स्कूलों के 1 किमी के अंतर्गत आने वाले प्राइमरी स्कूलों को स्कूल शिक्षा विभाग शिफ्ट करने की तैयारी कर रहा है। प्रदेश में कई ऐसे प्राइमरी स्कूल चल रहे हैं, जिसमें एक या दो कमरे हैं। साथ ही इन स्कूलों में बच्चों की संख्या भी कम है। कई स्कूल एक कमरे में पहली से पांचवीं तक चल रहे हैं, जिनमें साल-दर-साल बच्चों की संख्या कम हो रही है। ऐसे में विभाग प्राइमरी स्कूलों को पास के मिडिल स्कूलों में शिफ्ट करेगा। इस तरह प्रदेश के करीब 6 हजार और राजधानी के 90 से अधिक प्राइमरी स्कूल मिडिल में शिफ्ट किए जाएंगे।
- इस तरह होगी मैपिंग
- एकीकृत शाला का लक्ष्य भी नहीं हो सका पूरा
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जिले के एक या दो कमरों में संचालित प्राइमरी स्कूल 1 किमी के अंदर आने वाले मिडिल स्कूलों में शिफ्ट हो जाएंगे।