बार-बार एक ही प्रकार की जानकारियां मांगकर परेशान करने का आरोप।
सचित्र आरएजे 13 नरसिंहगढ़। बीएसी भंडारी को ज्ञापन देते निजी स्कूल संचालक। (-नवदुनिया)
नरसिंहगढ़। नवदुनिया न्यूज
अनिर्वाय शिक्षा अधिनियम के तहत निजी स्कूलों की कक्षा पहली में प्रतिवर्ष 25 फीसदी सीटों पर प्रवेशित गरीब परिवारों के बच्चों की शिक्षण शुल्क की राशि का शासन स्तर से भुगतान नहीं होने से नाराज निजी स्कूलों के संचालकों ने शुक्रवार को बीएसी गिरिराज भंडारी को ज्ञापन दिया। ज्ञापन में बताया कि बीते 2 वर्षों की 25 फीसदी प्रवेश की राशि का भुगतान नहीं किया जा रहा हैं, बल्कि बार-बार संबंधित जानकारियां मांगकर उन्हें बेवजह परेशान किया जा रहा है। जबकि संबंधित जानकारी वह पहले ही विभाग को दे चुके हैं। बता दें कि शुक्रवार को भी बीआरसी कार्यालय में एक बैठक के दौरान निजी स्कूलों के संचालकों से इस प्रकार की जानकारी विभागीय अधिकारियों ने मांगी थी। ऐसे में निजी स्कूल के संचालक नाराज हो गए।
ज्ञापन देने
वाले में शामिल संजय चौहान, प्रफुल्ल शर्मा, आलोक सोनी आदि ने बताया कि
आरटीई से संबंधित जानकारी के लिए शुक्रवार को बीआरसी कार्यालय में बैठक का
आयोजन किया गया था, जिसमें अशासकीय विद्यालयों के प्रतिनिधियों ने भाग
लिया। बैठक के दौरान विभाग द्वारा चाही गई सभी जानकारियां वह पहले से कई
बार दे चुके हैं, और यही जानकारी डीपीसी कार्यालय में भी जमा कर चुके हैं।
आरोप है कि बार-बार एक ही प्रकार की जानकारी को मांगा जा रहा है, जबकि
लंबित राशि का भुगतान नहीं किया जा रहा है।
628 निजी स्कूलों के 25 हजार बच्चों की फीस का मामला
अशासकीय
विद्यालय संगठन के जिला संरक्षक प्राणपालसिंह खींची के अनुसार बीते दो
वर्षों से आरटीई के तहत पहली कक्षा में 25 फीसदी सीटों पर गरीब परिवारों के
बच्चों के निशुल्क प्रवेश की राशि का भुगतान नहीं किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि जिले के 628 निजी स्कूलों में अध्ययनरत करीब 25 हजार से
अधिक बच्चों की फीस की राशि सरकार ने अब तक जारी नहीं की हैं। ऐसे में निजी
स्कूलों की आर्थिक व्यवस्थाएं चरमरा गई हैं। कर्मचारियों के वेतन आदि जारी
करने में परेशानियां आ रही है। ऐसे में निजी स्कूल संचालक शिक्षा विभाग की
लचर कार्यप्रणाली का विरोध कर रहे हैं।
सचित्र आरएजे 13 नरसिंहगढ़। बीएसी भंडारी को ज्ञापन देते निजी स्कूल संचालक। (-नवदुनिया)
नरसिंहगढ़। नवदुनिया न्यूज
अनिर्वाय शिक्षा अधिनियम के तहत निजी स्कूलों की कक्षा पहली में प्रतिवर्ष 25 फीसदी सीटों पर प्रवेशित गरीब परिवारों के बच्चों की शिक्षण शुल्क की राशि का शासन स्तर से भुगतान नहीं होने से नाराज निजी स्कूलों के संचालकों ने शुक्रवार को बीएसी गिरिराज भंडारी को ज्ञापन दिया। ज्ञापन में बताया कि बीते 2 वर्षों की 25 फीसदी प्रवेश की राशि का भुगतान नहीं किया जा रहा हैं, बल्कि बार-बार संबंधित जानकारियां मांगकर उन्हें बेवजह परेशान किया जा रहा है। जबकि संबंधित जानकारी वह पहले ही विभाग को दे चुके हैं। बता दें कि शुक्रवार को भी बीआरसी कार्यालय में एक बैठक के दौरान निजी स्कूलों के संचालकों से इस प्रकार की जानकारी विभागीय अधिकारियों ने मांगी थी। ऐसे में निजी स्कूल के संचालक नाराज हो गए।
628 निजी स्कूलों के 25 हजार बच्चों की फीस का मामला