सरकार के द्वारा दिवाली से पहले सभी सरकारी अधिकारी कर्मचारियों को वेतन
दिए जाने के आदेश के बाद शिक्षा विभाग के आईएफएमआईएस साॅफ्टवेयर में खामी
के कारण अध्यापक संवर्ग का वेतन अटक गया है। जबकि अध्यापक अकाउंटेंटों पर
वेतन देयक पत्रक के लिए दबाव बना रहे हैं।
ऐसे में स्थिति यह है कि पिछले दो दिनों से संकुल केंद्र अकोड़ा के अकाउंटेंट रामसिया शखवार, कन्या विद्यालय भिंड के अविनाश सिंह भदौरिया, बबेड़ी से अंजन वाजपेयी, शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय क्रमांक दो से देवकीनंदन सोनी, विलाव से दिनेश गोयल, ऊमरी से रामनरेश पिछले दो दिनों से लगातार कंप्यूटर पर अपनी आंखे गढ़ाए हुए हैं। लेकिन उनके वेतन देयक पत्र नहीं लग पा रहे हैं।
कई संकुलों पर सितंबर महीने का भी नहीं मिला वेतन
बताया जा रहा है कि भिंड जिले में अध्यापकों को अक्टूबर महीने का ही वेतन दीपावली से पहले नहीं मिल पा रहा है। बल्कि कई संकुलों पर सितंबर महीने का वेतन भी अध्यापकों को नहीं मिला है। भिंड जिले में करीब 50 संकुल केंद्र हैं, जिसमें जवासा, अटेर, चौम्हो, पीपरी, बबेड़ी, अकोड़ा, ऊमरी, शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय क्रमांक दो, अमायन, अडोखर, शासकीय हायर सेकंडरी बालक स्कूल गोहद, शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मालनपुर, रौन व लहार संकुल के अंतर्गत आने वाले शिक्षकों को सितंबर महीने का भी वेतन नहीं मिला है।
इस बार तंगहाली में मनाना पड़ेगा त्याेहार
सरकार की घाेषणा झूठी साबित हो रही है
दिवाली के त्याेहार से पहले भले ही सरकार ने वेतन देने की घोषणा की हो। लेकिन यह झूठी साबित हुई है। साॅफ्टवेयर में तकनीकी खामी के चलते वेतन के बिल ही नहीं लग पा रहे हैं, जिससे अध्यापकों को वेतन नहीं मिल पाया है। - शैलेष त्रिपाठी, संभागीय अध्यक्ष आजाद अध्यापक संघ
गड़बड़ी दूर हाेते ही भुगतान पत्रक लगाएंगे
ऐसे में स्थिति यह है कि पिछले दो दिनों से संकुल केंद्र अकोड़ा के अकाउंटेंट रामसिया शखवार, कन्या विद्यालय भिंड के अविनाश सिंह भदौरिया, बबेड़ी से अंजन वाजपेयी, शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय क्रमांक दो से देवकीनंदन सोनी, विलाव से दिनेश गोयल, ऊमरी से रामनरेश पिछले दो दिनों से लगातार कंप्यूटर पर अपनी आंखे गढ़ाए हुए हैं। लेकिन उनके वेतन देयक पत्र नहीं लग पा रहे हैं।
कई संकुलों पर सितंबर महीने का भी नहीं मिला वेतन
बताया जा रहा है कि भिंड जिले में अध्यापकों को अक्टूबर महीने का ही वेतन दीपावली से पहले नहीं मिल पा रहा है। बल्कि कई संकुलों पर सितंबर महीने का वेतन भी अध्यापकों को नहीं मिला है। भिंड जिले में करीब 50 संकुल केंद्र हैं, जिसमें जवासा, अटेर, चौम्हो, पीपरी, बबेड़ी, अकोड़ा, ऊमरी, शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय क्रमांक दो, अमायन, अडोखर, शासकीय हायर सेकंडरी बालक स्कूल गोहद, शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मालनपुर, रौन व लहार संकुल के अंतर्गत आने वाले शिक्षकों को सितंबर महीने का भी वेतन नहीं मिला है।
इस बार तंगहाली में मनाना पड़ेगा त्याेहार
सरकार की घाेषणा झूठी साबित हो रही है
दिवाली के त्याेहार से पहले भले ही सरकार ने वेतन देने की घोषणा की हो। लेकिन यह झूठी साबित हुई है। साॅफ्टवेयर में तकनीकी खामी के चलते वेतन के बिल ही नहीं लग पा रहे हैं, जिससे अध्यापकों को वेतन नहीं मिल पाया है। - शैलेष त्रिपाठी, संभागीय अध्यक्ष आजाद अध्यापक संघ
गड़बड़ी दूर हाेते ही भुगतान पत्रक लगाएंगे