निगम-मंडल छोड़कर अन्य सरकारी दफ्तरों में शिक्षकीय या गैर शिक्षकीय कार्य
से अटैच हैं वे मूल संस्था में जाएं अन्यथा उनका वेतन आहरित नहीं किया
जाएगा। इसके लिए संकुल प्रभारियों को जवाबदारी सौंपी है।
स्कूल शिक्षा विभाग की उपसचिव रजनी सिंह ने यह आदेश 30 मई को जारी किया है। यहां डीईओ आफिस में आदेश मिलने के बाद से अन्य संस्थानों में अटैच शिक्षक एवं कर्मचारियों में बेचैनी है। जिले में आधा दर्जन शिक्षक गैर शिक्षकीय कार्य से कलेक्टोरेट सहित अन्य विभागों में काम कर रहे हैं। शिक्षकीय कार्य में कई लोगों को मूल संस्थान से हटाकर अन्य जगह अटैच करके रखा गया है। शिक्षकीय कार्य से अटैच लोगों की संख्या जिले भर में दो दर्जन से अधिक है। इन्हें 31 मई तक डीईओ ऑफिस पहुंचकर उपस्थित होना था लेकिन ऐसा हुआ नहीं। मूल संस्थान छोड़कर अन्य स्कूलों में अटैच शिक्षकों पर डीईओ ऑफिस ध्यान ही नहीं दे रहा। इन्हें वह अटैचमेंट मानता ही नहीं है। एक अधिकारी का कहना था कि शिक्षकीय कार्य अटैचमेंट कैसे हो गयाω वहीं अब स्कूल शिक्षा विभाग ने सीधे-सीधे संकुल प्रभारियों को इसके लिए जवाबदार ठहरा दिया है। उन्होंने सभी संकुल प्रभारियों से कहा है कि अगर जून माह का वेतन अटैचमेंट होने के बाद भी आहरित किया गया तो संकुल प्रभारी जवाबदार माने जाएंगे।
विस सवाल के बाद समाप्त हुए थे अटैचमेंट उधर विधानसभा सत्र के दौरान अटैचमेंट को लेकर सवाल उठने के बाद बीआरसी ऑफिस से ही कई कर्मचारियों का अटैचमेंट समाप्त किया गया था। इसके बाद पुन आदेश जारी होने के बाद अटैचमेंट अब समाप्त होने की संभावनाएं खत्म होती दिख रही हैं।
स्कूल शिक्षा विभाग की उपसचिव रजनी सिंह ने यह आदेश 30 मई को जारी किया है। यहां डीईओ आफिस में आदेश मिलने के बाद से अन्य संस्थानों में अटैच शिक्षक एवं कर्मचारियों में बेचैनी है। जिले में आधा दर्जन शिक्षक गैर शिक्षकीय कार्य से कलेक्टोरेट सहित अन्य विभागों में काम कर रहे हैं। शिक्षकीय कार्य में कई लोगों को मूल संस्थान से हटाकर अन्य जगह अटैच करके रखा गया है। शिक्षकीय कार्य से अटैच लोगों की संख्या जिले भर में दो दर्जन से अधिक है। इन्हें 31 मई तक डीईओ ऑफिस पहुंचकर उपस्थित होना था लेकिन ऐसा हुआ नहीं। मूल संस्थान छोड़कर अन्य स्कूलों में अटैच शिक्षकों पर डीईओ ऑफिस ध्यान ही नहीं दे रहा। इन्हें वह अटैचमेंट मानता ही नहीं है। एक अधिकारी का कहना था कि शिक्षकीय कार्य अटैचमेंट कैसे हो गयाω वहीं अब स्कूल शिक्षा विभाग ने सीधे-सीधे संकुल प्रभारियों को इसके लिए जवाबदार ठहरा दिया है। उन्होंने सभी संकुल प्रभारियों से कहा है कि अगर जून माह का वेतन अटैचमेंट होने के बाद भी आहरित किया गया तो संकुल प्रभारी जवाबदार माने जाएंगे।
विस सवाल के बाद समाप्त हुए थे अटैचमेंट उधर विधानसभा सत्र के दौरान अटैचमेंट को लेकर सवाल उठने के बाद बीआरसी ऑफिस से ही कई कर्मचारियों का अटैचमेंट समाप्त किया गया था। इसके बाद पुन आदेश जारी होने के बाद अटैचमेंट अब समाप्त होने की संभावनाएं खत्म होती दिख रही हैं।