Advertisement

मूल विभाग में लौटेंगे प्रतिनियुक्ति पर पदस्थ शिक्षक

स्कूल शिक्षा विभाग के एक आदेश के बाद मंत्रालय वल्लभ भवन से लेकर तहसील तक में प्रतिनियुक्ति पर पदस्थ शिक्षकों को अपने मूल विभाग में जाना होगा। यह शिक्षक अटैचमेंट पर रहकर गैर शिक्षकीय कार्य में लंबे समय से लगे हुए हैं। इनमें सहायक शिक्षक से लेकर लेक्चरर तक शामिल हैं।
विभाग ने 31 मई तक इन्हें हर हाल में अपने विभाग में पहुंचने के आदेश जारी किए हैं। शिक्षक यदि ऐसा नहीं करेंगे तो उन्हें अगले महीने तनख्वाह नहीं मिल सकेगी। उधर, इस मामले में समग्र शिक्षक, व्याख्याता, प्राचार्य संघ के अध्यक्ष मुकेश शर्मा का कहना है कि डीपीसी, एडीपीसी, एपीसी, बीआरसी जैसे पद शिक्षा विभाग के हैं। इन पर स्कूल शिक्षा विभाग के लोग ही पदस्थ हो सकते हैं। इन पदों पर विभाग के कर्मचारी ही पदस्थ हो सकते हैं, अन्य विभागों के नहीं। यहां पर इन्हें प्रतिनियुक्त पर न माना जाए, वे विभाग का ही काम कर रहे हैं।

यहां पर भोपाल जिले के उन शिक्षकों की जानकारी दी जा रही है, जो मंत्रालय से लेकर सीपीआई तक में लंबे समय से पदस्थ हैं। राजा भोज संकुल सहायक शिक्षक मनीष शर्मा मंत्रालय वल्लभ भवन में पदस्थ हैं। कोटरा संकुल के सहायक शिक्षक अजय गवली, स्कूल शिक्षा मंत्री कुंवर विजय शाह के यहां कार्यरत हैं। इनके अलावा परवलिया सड़क के सहायक अध्यापक इंदर सिंह राजपूत, तहसील कार्यालय हुजूर में लंबे समय से काम कर रहे हैं। बालक स्टेशन संकुल के सहायक अध्यापक राजा भाई मिश्रा, गोविंदपुरा के तहसील कार्यालय में प्रति नियुक्ति पर हैं। इसी तरह मिडिल स्कूल छोला के सहायक शिक्षक सुनील भानोरकर भी मंत्रालय वल्लभ भवन में कार्य कर रहे हैं। जबकि वोकेशनल की दो लेक्चरर संध्या चौधरी व माधवी शुक्ला भी लंबे समय से आयुक्त लोक शिक्षण में काम कर रही हैं। इसी प्रकार यूडीटी के पद पर सांची जिला रायसेन में पदस्थ राकेश त्रिवेदी भी वल्लभ भवन में कार्य कर रहे हैं। इन सभी को अपने मूल स्कूलों व पदस्थापना पर पहुंचना होगा।

UPTET news

'; (function() { var dsq = document.createElement('script'); dsq.type = 'text/javascript'; dsq.async = true; dsq.src = '//' + disqus_shortname + '.disqus.com/embed.js'; (document.getElementsByTagName('head')[0] || document.getElementsByTagName('body')[0]).appendChild(dsq); })();

Facebook