भास्कर संवाददाता| इंदौर सरकारी मिडिल स्कूल के शिक्षकों की युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया में विसंगति से नाराज शिक्षक और शिक्षक संगठन से जुड़े लोग मंगलवार दोपहर 2 बजे कलेक्टर कार्यालय पर प्रदर्शन करेंगे। साथ ही मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन देकर त्रुटिपूर्ण सूची को सुधरवाने की मांग करेंगे।
शिक्षकों का कहना है कि शिक्षा विभाग ने जो सूची जारी की है, उसमें भारी विसंगति है। शिक्षक संगठन से जुड़े हरीश बोयत और रमेश यादव ने बताया 1044 में से 602 शिक्षकों को अतिशेष बता दिया। इस वजह से जिले के 70 फीसदी स्कूलों में पढ़ाई प्रभावित हो जाएगी। 27 स्कूलों में तो पढ़ाई पूरी तरह से प्रभावित हो जाएगी, क्योंकि वहां एक-एक शिक्षक ही बचेगा।
ये मांगें रहेंगी प्रमुख
शाला में छात्र संख्या के मान से युक्तियुक्तकरण किया जाए, न कि विषय के आधार पर।
जो शिक्षक जिस विषय को 5 वर्ष से ज्यादा समय से पढ़ा रहा है उसे उसी विषय का मानकर उसी विद्यालय में रखा जाए।
दिव्यांग और गंभीर बीमारी से ग्रस्त शिक्षक को नहीं हटाया जाए।
जिन शिक्षकों के विषय गलत दर्ज किए गए हैं उन्हें तुरंत सुधारा जाए।
जिन शिक्षकों की सेवानिवृत्ति में दो वर्ष रह गए हैं, उन्हें नहीं हटाया जाए।
शिक्षकों का कहना है कि शिक्षा विभाग ने जो सूची जारी की है, उसमें भारी विसंगति है। शिक्षक संगठन से जुड़े हरीश बोयत और रमेश यादव ने बताया 1044 में से 602 शिक्षकों को अतिशेष बता दिया। इस वजह से जिले के 70 फीसदी स्कूलों में पढ़ाई प्रभावित हो जाएगी। 27 स्कूलों में तो पढ़ाई पूरी तरह से प्रभावित हो जाएगी, क्योंकि वहां एक-एक शिक्षक ही बचेगा।
ये मांगें रहेंगी प्रमुख
शाला में छात्र संख्या के मान से युक्तियुक्तकरण किया जाए, न कि विषय के आधार पर।
जो शिक्षक जिस विषय को 5 वर्ष से ज्यादा समय से पढ़ा रहा है उसे उसी विषय का मानकर उसी विद्यालय में रखा जाए।
दिव्यांग और गंभीर बीमारी से ग्रस्त शिक्षक को नहीं हटाया जाए।
जिन शिक्षकों के विषय गलत दर्ज किए गए हैं उन्हें तुरंत सुधारा जाए।
जिन शिक्षकों की सेवानिवृत्ति में दो वर्ष रह गए हैं, उन्हें नहीं हटाया जाए।