बैतूल। जिले के
प्राथमिक और माध्यमिक शालाओं में तैनात 400 से अधिक अतिशेष शिक्षकों के
युक्ति युक्तिकरण होना है, लेकिन शिक्षा विभाग का पोर्टल बंद चालू होने के
कारण शिक्षक अपने दावे आपत्ति नहीं करा पा रहे है।
माध्यमिक स्कूलों में अतिशेष शिक्षकों का युक्तियुक्तिकरण के लिए 20 मई को सूची जारी की गई थी, सूची में शामिल शिक्षकों को 22 मई तक पोर्टल पर दावे आपत्ति पेश करना था, लेकिन 22 मई तक भी पोर्टल शुरू नहीं हो सका। शिक्षकों को दावे आपत्ति के लिए 26 मई तक तारीख बढ़ाई गई थी, लेकिन विभाग का पोर्टल 26 मई तक शुरू नहीं हो सका। पोर्टल शुरू नहीं होने के कारण शिक्षक अपने दावे आपत्ति नहीं कर पाए। प्राथमिक स्कूलों में अतिशेष शिक्षकों के दावे आपत्ति के निराकरण की कार्रवाई लगभग पूर्ण हो गई है। शिक्षा विभाग के योजना अधिकारी सुबोध शर्मा ने बताया कि माध्यमिक शालाओं में अतिशेष शिक्षकों के दावे आपत्ति करने की तारीख बढऩे की संभावना है। कुछ शिक्षक अपने दावे आपत्ति पोर्टल पर अपलोड कर रहे है।
बार-बार पोर्टल बंद
शिक्षा विभाग का पोर्टल बार-बार बंद चालू होने के कारण शिक्षक परेशान हो रहे है। अतिशेष शिक्षक का कहना है कि विभाग का पोर्टल ही बार-बार बंद चालू होने के कारण पोर्टल पर अपनी प्रविष्टयां नहीं कर पा रहे है। विभाग द्वारा जारी सूची में विसंगति कारण भी शिक्षक परेशान हो रहे है।
माध्यमिक स्कूलों में अतिशेष शिक्षकों का युक्तियुक्तिकरण के लिए 20 मई को सूची जारी की गई थी, सूची में शामिल शिक्षकों को 22 मई तक पोर्टल पर दावे आपत्ति पेश करना था, लेकिन 22 मई तक भी पोर्टल शुरू नहीं हो सका। शिक्षकों को दावे आपत्ति के लिए 26 मई तक तारीख बढ़ाई गई थी, लेकिन विभाग का पोर्टल 26 मई तक शुरू नहीं हो सका। पोर्टल शुरू नहीं होने के कारण शिक्षक अपने दावे आपत्ति नहीं कर पाए। प्राथमिक स्कूलों में अतिशेष शिक्षकों के दावे आपत्ति के निराकरण की कार्रवाई लगभग पूर्ण हो गई है। शिक्षा विभाग के योजना अधिकारी सुबोध शर्मा ने बताया कि माध्यमिक शालाओं में अतिशेष शिक्षकों के दावे आपत्ति करने की तारीख बढऩे की संभावना है। कुछ शिक्षक अपने दावे आपत्ति पोर्टल पर अपलोड कर रहे है।
बार-बार पोर्टल बंद
शिक्षा विभाग का पोर्टल बार-बार बंद चालू होने के कारण शिक्षक परेशान हो रहे है। अतिशेष शिक्षक का कहना है कि विभाग का पोर्टल ही बार-बार बंद चालू होने के कारण पोर्टल पर अपनी प्रविष्टयां नहीं कर पा रहे है। विभाग द्वारा जारी सूची में विसंगति कारण भी शिक्षक परेशान हो रहे है।