रीवा। मप्र के रीवा जिले में नगर निगम की सेवा में
रहते हुए दस्तावेजों से छेड़छाड़ कर पदोन्नति एवं अन्य लाभ लेने के आरोप
में जिस सहायक शिक्षक को निलंबित किया गया था, उसे अब महत्वपूर्ण
जिम्मेदारी सौंपी गई है। नगर निगम आयुक्त ने बहाल करते हुए निगम के
जनसंपर्क अधिकारी का प्रभार दे दिया है।
बताया गया है कि हरिमित्र श्रीवास्तव जिनकी नियुक्ति सहायक शिक्षक के पद पर हुई थी। कई वर्षों तक सेवाएं देने के बाद उन्होंने सहायक राजस्व अधिकारी का वेतनमान परिवर्तित करा लिया। इसकी शिकायत के बाद जांच कराई गई, हरिमित्र की ओर से भी जवाब दिया गया लेकिन उसमें कोई संतोषकारक समाधान नहीं था।
विभाग की ओर से कोई कार्रवाई नहीं कराई गई, जिसके चलते मामला हाईकोर्ट तक पहुंच गया। इधर हरिमित्र कई नगर परिषदों के सीएमओ के प्रभार पर कई वर्षों तक रहे। हाईकोर्ट ने कार्रवाई के लिए शासन को निर्देशित किया, जहां से नगर निगम के पास आदेश आया कि कूटरचित दस्तावेज का सहारा लेकर हरिमित्र श्रीवास्तव ने मनमानी की है।
इसलिए उन पर कार्रवाई करते हुए एफआईआर भी दर्जकराई जाए। निगम आयुक्त ने कुछ महीने पहले ही निलंबित कर दिया था, अब बहाल करते हुए निगम का जनसंपर्क अधिकारी बना दिया गया है। इस पर कई पार्षदों ने सवाल उठाया है और कहा कि परिषद की बैठक में इस पर जवाब मांगेंगे।
बताया गया है कि हरिमित्र श्रीवास्तव जिनकी नियुक्ति सहायक शिक्षक के पद पर हुई थी। कई वर्षों तक सेवाएं देने के बाद उन्होंने सहायक राजस्व अधिकारी का वेतनमान परिवर्तित करा लिया। इसकी शिकायत के बाद जांच कराई गई, हरिमित्र की ओर से भी जवाब दिया गया लेकिन उसमें कोई संतोषकारक समाधान नहीं था।
विभाग की ओर से कोई कार्रवाई नहीं कराई गई, जिसके चलते मामला हाईकोर्ट तक पहुंच गया। इधर हरिमित्र कई नगर परिषदों के सीएमओ के प्रभार पर कई वर्षों तक रहे। हाईकोर्ट ने कार्रवाई के लिए शासन को निर्देशित किया, जहां से नगर निगम के पास आदेश आया कि कूटरचित दस्तावेज का सहारा लेकर हरिमित्र श्रीवास्तव ने मनमानी की है।
इसलिए उन पर कार्रवाई करते हुए एफआईआर भी दर्जकराई जाए। निगम आयुक्त ने कुछ महीने पहले ही निलंबित कर दिया था, अब बहाल करते हुए निगम का जनसंपर्क अधिकारी बना दिया गया है। इस पर कई पार्षदों ने सवाल उठाया है और कहा कि परिषद की बैठक में इस पर जवाब मांगेंगे।