सागर. सरकारी स्कूलों
में इतिहास पढ़ाने वाले अधिकांश शिक्षकों को यह भी नहीं पता कि एडी और बीसी
(ईसा पूर्व व ईसा बाद)क्या है। इतिहास क्या है वे यह भी नहीं जानते। जब
उनसे उक्त प्रश्न किया गया तो वे किसी विद्यार्थी की भांति हाल की सीलिंग
को देखने लगे। इस तथ्य का खुलासा सागर में चल रहे शिक्षण प्रशिक्षण
कार्यक्रम के दौरान हुआ है।
दरअसल सरकारी स्कूलों में एनसीईआरटी की
पुस्तकों को सिलेबस से जोड़ देने से अब शिक्षकों को विषयवार प्रशिक्षण दिया
जा रहा है। संभाग के स्कूलों में 11 वीं व 12 वीं कक्षा में इतिहास विषय
के शिक्षकों को महारानी लक्ष्मीबाई कन्या हॉयर सेंकेंड्री स्कूल में
प्रशिक्षण (टे्रनिंग) दी जा रही है। 5 दिनी इस प्रशिक्षण के तीसरे दिन
बुधवार को संयुक्त संचालक आरएन शुक्ला ने प्रशिक्षण ले रहे शिक्षकों की
क्लास ली। विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शुक्ला ने जब
ट्रेनिंग ले रहे शिक्षकों से पूछा कि इतिहास क्या है, इस सवाल
पर शिक्षक मौन साधे रहे। जब संयुक्त
संचालक ने एक शिक्षक की तरफ इशारा कर उसका परिचय लिया और पूछा कि एडी और
बीसी क्या है, इस पर शिक्षक निरुत्तर रहे। बाद में शुक्ला ने ही ईसा पूर्व
और ईसा बाद के संदर्भ में विस्तार से जानकारी दी बीसी (बिफोर क्राईस्ट) का
मतलब ईसा मसीह के जन्म तारीख के पहले का इतिहास व एडी (एनो डोमिनी) ईसा के
बाद का इतिहास है। शुक्ला ने शिक्षकों को गंभीरता से प्रशिक्षण लेने व
अध्ययन करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि शिक्षक ही भावी पीढ़ी को तैयार
करता है इसलिए पहले स्वयं को मजबूत बनाना होगा।