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MP में ढाई हजार रुपए में परिवार पालते हैं अतिथि शिक्षक, यहां 32 हजार का पैकेज

भोपाल। एक ही देश के दो प्रदेशों में अतिथि शिक्षकों के वेतन में जमीन आसमान का अंतर शायद ही कहीं देखने को मिले। लेकिन, दिल्ली और मध्यप्रदेश में ऐसा हो रहा है। मध्यप्रदेश में जहां 2400 रुपए प्रतिमाह पर अतिथि शिक्षक बच्चों का भविष्य संवार रहे हैं, वहीं देश की राजधानी दिल्ली के अतिथि शिक्षकों का वेतन 32000 हजार रुपए हो गया है।


मध्यप्रदेश के अतिथि शिक्षक पिछले दस सालों से 24 सौ रुपए में अपने परिवार का पेट पाल रहे हैं। दस सालों में कई बार महंगाई बढ़ी, लेकिन इनका वेतन एक रुपए नहीं बढ़ाया गया। मध्यप्रदेश 51 जिलों में करीब एक लाख अतिथि शिक्षक हैं।

मध्यप्रदेश में अतिथि शिक्षकों को मानदेय
प्राइमरी स्कूल 100 रुपए प्रतिदिन
मिडिल स्कूल 150 रुपए प्रतिदिन
हाईस्कूल, हायरसेकंडरी 175 रुपए प्रतिमाह
कुलः 2400 से 30 हजार रुपए प्रतिमाह

दिल्ली में मिलता है इतना वेतन
प्राथमिक शिक्षक 700 रुपए प्रतिदिन
हाईस्कूल/हायर सेकंडरी 1050 रुपए प्रतिदिन
कुलः 32 हजार रुपए प्रतिमाह

MP में 100 रुपए रोज मिलता है वेतन
भोपाल के जिला शिक्षा अधिकारी धर्मेंद्र शर्मा कहते हैं कि मध्यप्रदेश के शासकीय स्कूलों में प्राइमरी से लेकर हायर सेकंडरी स्कूलों तक अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति की जाती है। प्रदेश में लगभग 35 से 40 हजार अतिथि शिक्षक शासकीय विद्यालयों में सेवाएं देते हैं। प्राइमरी स्कूलों में वर्ग तीन के अतिथि शिक्षक रखे जाते हैं। इन्हें प्रतिदिन 100 रुपए का मानदेय दिया जाता है। मिडिल स्कूलों में वर्ग दो के अतिथि शिक्षक रखे जाते हैं। इन्हें 150 रुपए प्रतिदिन के हिसाब से मानदेय दिया जाता है। जबकि हाईस्कूल और हायर सेकंडरी स्कूलों में वर्ग 1 के अतिथि शिक्षक रखे जाते हैं। इन्हें 180 रुपए प्रतिदिन के हिसाब से मानदेय दिया जाता है।

दिल्ली के शिक्षकों को यह मिलेगा लाभ
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गेस्ट टीचरों की तनख्वाह बढ़ाने की घोषणा के बाद केंद्रीय अध्यापक पात्रता परीक्षा (सीटीईटी) पास करने वाले अतिथि शिक्षकों का वेतन दोगुना हो जाएगा। इन्हें छुट्टियों का भी लाभ मिलेगा। इसके अलावा जिन शिक्षकों ने सीटीईटी पास नहीं की है उनके वेतन में 44 फीसदी की बढ़ोत्तरी होगी।

उप राज्यपाल ने दी मंजूरी
दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने अतिथि शिक्षकों के वेतन को दोगुना करने के दिल्ली सरकार के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।

MP में जारी है आंदोलन
मध्यप्रदेश अतिथि शिक्षक संघ साढ़े तीन दिनों से आंदोलन कर रहा है। इधर, कई संकुल केंद्र में अतिथि शिक्षकों को दोबारा बुलावा नहीं आने पर उनके सामने परिवार के जीवन यापन का संकट पैदा हो गया है। अतिथि शिक्षकों की यह भी मांग है कि उन्हें दिल्ली के अतिथि शिक्षकों की तरह वेतन दिया जाए।

MP में नियमित नहीं हैं अतिथि शिक्षक
प्रदेश के अतिथि शिक्षकों ने नियमितिकरण की भी मांग कर रहे हैं। प्रदेश के कई जिलों से अतिथि शिक्षक धरना प्रदर्शन कर अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन दे रहे हैं। वे वेतन बढ़ाने के साथ ही नियमितिकरण की भी मांग कर रहे हैं।

कई शिक्षकों ने की आत्महत्या- शास्त्री
मध्यप्रदेश के अतिथि शिक्षक संघ के संयोजक जगदीश शास्त्री ने पत्रिका को बताया कि ढाई हजार रुपए प्रतिमाह में एक परिवार को पालने की कल्पना नहीं की जा सकती है। इतने कम वेतन में कई शिक्षक आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण आत्महत्या कर चुके हैं। लेकिन, आज भी हम गरीब हैं। अब बहुत हो चुका अबकी बार लड़ाई बड़ी होगी। हम जल्द ही पूरे प्रदेश में बड़ा आंदोलन खड़ा करने वाले हैं।

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