दमोह. स्कूलों में बच्चों की दक्षता जानने के लिए पिछले दिनों हर स्कूलों में कक्षा दूसरी से आठवीं तक के बच्चों के लिए गए बेसलाइन टेस्ट का परीक्षण अब जनशिक्षक करेंगे। जनशिक्षक अपने क्षेत्र के स्कूलों में पहुंचकर परीक्षण कर रिपोर्ट बीआरसी के समक्ष प्रस्तुत करेगा।
इस परीक्षण के बाद शिक्षक, स्कूल प्रभारी की रिपोर्ट और जनशिक्षक की रिपोर्ट का मिलान होगा, जिसमें अगर 10 प्रतिशत या उससे अधिक का अंतर आता है तो संबंधित शिक्षक व स्कूल प्रभारी पर कार्रवाई की जाएगी।
बेसलाइन टेस्ट के दौरान अपने स्कूल के बच्चों को दक्ष बताने के लिए शिक्षकों द्वारा स्वयं ही बेसलाइन टेस्ट कंपलीट तो नहीं करा दिए, इसकी जांच के लिए आरएसके द्वारा तीन चरणों में इसकी रिपोर्ट तैयार की जाती है। पहले चरण की रिपोर्ट तैयार होने के बाद अब 24 अप्रैल से 5 मई तक प्रत्येक प्राइमरी और मिडिल स्कूल में दूसरे चरण का काम होगा। जिसमें सभी ब्लॉकों के जनशिक्षक अपने-अपने क्षेत्र के स्कूलों में बेसलाइन टेस्ट का परीक्षण करेंगे। इस दौरान वह बच्चों ने उन्हीं विषयों पर चर्चा का सवाल करेंगे, जो कि पहले वह कर चुके है। जनशिक्षक स्कूल वाइज रिपोर्ट तैयार कर बीआरसी के समक्ष प्रस्तुत करेंगे। जो कि पोर्टल पर अपलोड की जाएगी।
कलेक्टर द्वारा बेसलाइन टेस्ट के दूसरे चरण के आयोजन के संबंध में आदेश पत्र भी जारी कर दिया है। जिसमें बताया कि हर जनशिक्षा केंद्र के तहत पदस्थ जनशिक्षक को उनके प्रभार क्षेत्र वाली 20 शालाओं के सत्यापन का दायित्व सौंपा गया है। यह सत्यापन कार्य 24 अप्रैल से 5 मई तक होगा। सत्यापन कार्य में सभी कक्षाओं के रेंडमली चयनित 20 बच्चों को लेना होगा। इस तरह रोजाना जनशिक्षक को दो स्कूलों का निरीक्षण करना होगा।
तीसरे चरण में जनशिक्षक पर होगी कार्रवाई
बेसलाइन टेस्ट का अंतिम लाइन टेस्ट भी होगा। जो कि ब्लॉक, जिला और राज्यशिक्षा केंद्र स्तर का होगा। इसमें बीआरसी, डीपीसी, ओआईसी व अन्य अधिकारी स्कूलों में जाकर बेसलाइन का सत्यापन करेंगे। इस सत्यापन के बाद वह जनशिक्षक व स्कूल से आई रिपोर्ट का मिलान करेंगे। जिसमें अगर 10 प्रतिशत या उससे अधित अंतर आता है तो संबंधित जनशिक्षक पर कार्रवाई की जाएगी। इस अंतिम लाइन टेस्ट के बाद ही कितने बच्चे पढ़ाई में विषयवार कमजोर हैं, उसका आंकड़ें सामने आएगे।
वर्जन
बेसलाइन टेस्ट के दूसरे चरण में जनशिक्षकों को सत्यापन करना है। जिसके लिए कलेक्टर के आदेश पर सभी जनशिक्षकों को निर्देश दिए जा चुके हैं। साथ ही उन्हें परीक्षण कार्य को भी समझा दिया गया है। कल 24 जुलाई से सत्यापन कार्य शुरु होंगे।
पदमसिंह ठाकुर, बीआरसी दमोह
इस परीक्षण के बाद शिक्षक, स्कूल प्रभारी की रिपोर्ट और जनशिक्षक की रिपोर्ट का मिलान होगा, जिसमें अगर 10 प्रतिशत या उससे अधिक का अंतर आता है तो संबंधित शिक्षक व स्कूल प्रभारी पर कार्रवाई की जाएगी।
बेसलाइन टेस्ट के दौरान अपने स्कूल के बच्चों को दक्ष बताने के लिए शिक्षकों द्वारा स्वयं ही बेसलाइन टेस्ट कंपलीट तो नहीं करा दिए, इसकी जांच के लिए आरएसके द्वारा तीन चरणों में इसकी रिपोर्ट तैयार की जाती है। पहले चरण की रिपोर्ट तैयार होने के बाद अब 24 अप्रैल से 5 मई तक प्रत्येक प्राइमरी और मिडिल स्कूल में दूसरे चरण का काम होगा। जिसमें सभी ब्लॉकों के जनशिक्षक अपने-अपने क्षेत्र के स्कूलों में बेसलाइन टेस्ट का परीक्षण करेंगे। इस दौरान वह बच्चों ने उन्हीं विषयों पर चर्चा का सवाल करेंगे, जो कि पहले वह कर चुके है। जनशिक्षक स्कूल वाइज रिपोर्ट तैयार कर बीआरसी के समक्ष प्रस्तुत करेंगे। जो कि पोर्टल पर अपलोड की जाएगी।
कलेक्टर द्वारा बेसलाइन टेस्ट के दूसरे चरण के आयोजन के संबंध में आदेश पत्र भी जारी कर दिया है। जिसमें बताया कि हर जनशिक्षा केंद्र के तहत पदस्थ जनशिक्षक को उनके प्रभार क्षेत्र वाली 20 शालाओं के सत्यापन का दायित्व सौंपा गया है। यह सत्यापन कार्य 24 अप्रैल से 5 मई तक होगा। सत्यापन कार्य में सभी कक्षाओं के रेंडमली चयनित 20 बच्चों को लेना होगा। इस तरह रोजाना जनशिक्षक को दो स्कूलों का निरीक्षण करना होगा।
तीसरे चरण में जनशिक्षक पर होगी कार्रवाई
बेसलाइन टेस्ट का अंतिम लाइन टेस्ट भी होगा। जो कि ब्लॉक, जिला और राज्यशिक्षा केंद्र स्तर का होगा। इसमें बीआरसी, डीपीसी, ओआईसी व अन्य अधिकारी स्कूलों में जाकर बेसलाइन का सत्यापन करेंगे। इस सत्यापन के बाद वह जनशिक्षक व स्कूल से आई रिपोर्ट का मिलान करेंगे। जिसमें अगर 10 प्रतिशत या उससे अधित अंतर आता है तो संबंधित जनशिक्षक पर कार्रवाई की जाएगी। इस अंतिम लाइन टेस्ट के बाद ही कितने बच्चे पढ़ाई में विषयवार कमजोर हैं, उसका आंकड़ें सामने आएगे।
वर्जन
बेसलाइन टेस्ट के दूसरे चरण में जनशिक्षकों को सत्यापन करना है। जिसके लिए कलेक्टर के आदेश पर सभी जनशिक्षकों को निर्देश दिए जा चुके हैं। साथ ही उन्हें परीक्षण कार्य को भी समझा दिया गया है। कल 24 जुलाई से सत्यापन कार्य शुरु होंगे।
पदमसिंह ठाकुर, बीआरसी दमोह